अमेरिका में फ्लोरिडा के ओरलैंडो स्थित एक ‘गे क्लब' में भारी हथियारों से लैस हमलावर ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर 50 लोगों की हत्या कर दी है। घटना में करीब 53 लोग घायल हैं। मीडिया के अनुसार अफगानिस्तान मूल के ओमर मतीन नामक व्यक्ति ने क्लब में गोलीबारी की। 29 वर्षीय अमेरिकी नागरिक मतीन न्यूयार्क में पैदा हुआ था। पुलिस ने उसे तुरंत मार गिराया। पुलिस का कहना है कि अमेरिका के इतिहास में अब तक का यह सबसे भयावह गोलीबारी कांड है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसे आतंकी हमला करार दिया है।
पुलिस ने दिल्ली की एक अदालत में कहा है कि वर्ष 1992 में हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस और वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के कारण भारतीय युवकों का झुकाव अलकायदा की ओर हुआ और ये युवा आतंकी संगठन अलकायदा का भारतीय उपमहाद्वीप में आधार (एक्यूआईएस) बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
तुर्की के इस्तांबुल शहर में एक ऐतिहासिक केंद्र के निकट आज पुलिस के वाहन को निशाना बनाकर किए गए बम विस्फोट में सात अधिकारियों और चार नागरिकों की मौत हो गई।
मथुरा के जवाहर बाग पर दो साल से सत्याग्रह के नाम पर कब्जा जमाने वाले रामवृक्ष यादव का जब असली चेहरा सामने आया तो उसके साथ रहने वाले भी अब कहते हैं कि नहीं जानते।
करीब तीन महीने पहले जाटों के हिंसक आंदोलन में 30 लोगों की मौत के बाद रविवार को जाट नेताओं ने कड़ी सुरक्षा के बीच एक बार फिर से हरियाणा में अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया। फिलहाल यह प्रदर्शन छोटी-छोटी बैठकों तक सीमित है।
मथुरा स्थित जवाहर बाग खाली कराने पहुंची पुलिस और सत्याग्रहियों के बीच टकराव का मास्टर मांइड रामवृक्ष यादव जिंदा है या मर गया इसको लेकर संदेह बरकरार है। हालांकि सूत्रों का दावा है कि रामवृक्ष जिंदा है और अपने साथियों के साथ मौके से भाग गया।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में पुलिस एवं अतिक्रमणकारियों की झड़प वाले जवाहर बाग में स्थिति का जायजा लेने के इरादे से शनिवार सुबह यहां पहुंची सांसद हेमामालिनी को पुलिस ने प्रवेश करने से रोक दिया।
उत्तर प्रदेश के मथुरा में अतिक्रमणरोधी एक अभियान के दौरान हुई हिंसा में शहर पुलिस अधीक्षक तथा एक थाना प्रभारी सहित 21 लोगों की मौत हो गई। हिंसा और गोलीबारी में 40 से अधिक लोग घायल हो गए। हमले में 19 अतिक्रमणकारियों की भी मौत हुई है।
उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित जवाहर बाग में दो पुलिस अधिकारियों समेत 24 लोगों की मौत के पीछे रामवृक्ष यादव की भूमिका मानी जा रही है जो कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के मरदह का रहने वाला है। सत्याग्रह के नाम पर रामवृक्ष ने मथुरा के जवाहर बाग में करीब 280 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था।