सनी लियोन के साथ तो वही बात रहती है कि वह आह भी भर लें तो उनकी चर्चा शुरू हो जाती है। बॉलीवुड में जाना पहचना नाम बन चुकी सनी इस बार चायना की सुपर गर्ल बन गई हैं।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव मंत्रिपद पाने के बावजूद सरकारी बंगला लेने से इंकार कर दिया है। तेजस्वी और तेजप्रताप पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को आवंटित बंगले में ही रहेंगे। लालू और राबड़ी के साथ दोनों बेटों के रहने को लेकर भी सियासी नजरिए से देखा जा रहा है।
बिहार चुनाव 2015 नें राजनीति में कई मानक गढ़े है। इस चुनाव में नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह की मजबूत जोड़ी को शिकस्त दी है। राजनीतिक विश्लेषक एवं प्रबुद्व पत्रकार इसे देश की राजनीतिक को भी प्रभावित करने की बात करते है।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आज कहा है कि यदि केंद्र की राजग सरकार ने दिल्ली की आप सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए जनलोकपाल विधेयक के रास्ते में बाधा डाली तो वह इसके खिलाफ कदम उठाएंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को दिल्ली सरकार द्वारा पेश किए गए जनलोकपाल विधेयक का स्वागत करते हुए इसमें कुछ सुझाव भी दिए हैं। साथ ही हजारे ने कहा है कि अगर केंद्र की राजग सरकार ने आप सरकार द्वारा दिल्ली विधानसभा में पेश किए गए जनलोकपाल विधेयक के रास्ते में बाधा डाली तो वह उसके खिलाफ कदम उठाएंगे।
चुनाव में शानदार जीत के साथ बिहार की कमान संभालने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले साल अप्रैल से राज्य में शराबबंदी लागू करने का ऐलान किया है। इस तरह नीतीश कुमार बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर पाबंदी लगाने का वादा निभाने जा रहे हैं।
रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप सम्मिट में देश दुनिया के धनकुबेरों का दो दिवसीय मिलन जयपुर में हुआ। राजस्थान सरकार द्वारा पूंजी निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से किए गए इस आयोजन में 300 निवेश करार हुए जिनसे 4 लाख करोड़ का निवेश राज्य में आने की संभावना बनती दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं बल्कि इससे ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलने का भी दावा किया जा रहा है। अनुमान है कि रिसर्जेंट राजस्थान के इस आयोजन पर राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपये खर्च किया है। यह खर्च है कोई निवेश नहीं है। जनता की गाढ़ी कमाई का यह पैसा सिर्फ मेहमान नवाजी पर ही खर्च हो गया है। जयपुर की जनता को दो तीन दिन जो असुविधाएं झेलनी पड़ी वह तो अलग ही हैं। लोग पूछ रहे हैं कि जिस मुख्यमंत्री को अपने राज्य की जनता से मिलने तक कि फुर्सत नहीं होती है, कभी-कभार ही सभाओं में उनके दर्शन हो पाते हैं, वह पूंजीपतियों के मध्य कितनी आसानी से उपलब्ध हैं। यह अवसर राजस्थान के उन मतदाताओं को क्यों नहीं मिल पाता है जिन्होंने वोट दे कर प्रचंड बहुमत से उनकी सरकार चुनी है।
बिहार चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने वाले नीतीश कुमार ने पांचवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली। पटना के गांधी मैदान में नीतीश के साथ लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। उनके बेटे तेजस्वी को उप-मुख्यमंत्री बनाए गया है। नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 28 लोगों को जगह मिली है्, इनमें राजद और जदयू के 12-12 मंत्री जबकि कांग्रेस से 4 मंत्री हैं। इनमें सिर्फ दो महिलाएं हैं जबकि चार मुस्लिम विधायकों को मंत्री बनाया गया है।