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शिवसेना ने रेणुका चौधरी से पूछा, सासंद रहते कास्टिंग काउच पर क्यों नहीं बोलीं

शिवसेना ने कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी को उस बयान के लिए घेरा है जिसमें उन्होंने कहा था कि संसद भी...
शिवसेना ने रेणुका चौधरी से पूछा, सासंद रहते कास्टिंग काउच पर क्यों नहीं बोलीं

शिवसेना ने कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी को उस बयान के लिए घेरा है जिसमें उन्होंने कहा था कि संसद भी कास्टिंग काउच की संस्कृति से अछूती नहीं है। शिवसेना ने चौधरी से पूछा कि उन्होंने सांसद रहते इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया।

सामना में लिखे संपादकीय में कहा गया है कि कांग्रेस नेता का बयान गैर जिम्मेदार है और इससे भारतीय महिलाओं का अपमान हुआ है। मोदी सरकार को इन आरोपों पर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए। रेणुका चौधरी का राज्यसभा का कार्यकाल पिछले महीने ही में खत्म हुआ है। उन्होंने हाल में बयान दिया था कि कास्टिंग काउच की संस्कृति से संसद भी अछूती नहीं है। यह सिर्फ फिल्म उद्योग ही नहीं सभी कार्यस्थलों के लिए कड़वा सच है।

सामना के संपादकीय में कहा गया है कि रेणुका खुद सांसद और केंद्रीय मंत्री रही हैं। मगर जब उनका कार्यकाल खत्म हो गया तब उन्हें यह मुद्दा याद आया।

शिवसेना ने रेणुका पर कड़ा प्रहार करते हुए प्रश्नों की झड़ी लगा दी और पूछा कि जब संसद में ऐसा हो रहा था तब उन्होंने इसके खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठाई? अगर उनकी आंखों के सामने महिलाओं का उत्पीड़न हो रहा था तब वह संसद में क्यों नहीं बोली? उन्होंने राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद ही इस पर क्यों बयान दिया?

लेख में कहा गया है कि अगर वह जो बोल रही हैं वह सही है तो इस पर उनकी पार्टी को स्पष्टीकरण देना चाहिए। संसद लोकतंत्र का मंदिर है। उन्हें यह साफ करना चाहिए कि उनके आरोप अपनी पार्टी पर तो नहीं हैं। क्योंकि कांग्रेस कई साल तक सत्ता में रही है जबकि मोदी सरकार को आए हुए अभी चार साल ही हुए हैं।

शिवसेना ने कहा कि मोदी सरकार को रेणुका के आरोपों पर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए। अगर संसद में कास्टिंग काउच होता है तो यह कब से चल रहा है।

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