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राफेल पर अखिलेश का रूख कांग्रेस से जुदा, कहा- नहीं है जेपीसी की जरूरत

राफेल डील पर कांग्रेस जेपीसी के गठन की मांग पर अड़ी हुई है। वहीं, उत्तरप्रदेश के चुनावों में कांग्रेस का...
राफेल पर अखिलेश का रूख कांग्रेस से जुदा, कहा- नहीं है जेपीसी की जरूरत

राफेल डील पर कांग्रेस जेपीसी के गठन की मांग पर अड़ी हुई है। वहीं, उत्तरप्रदेश के चुनावों में कांग्रेस का हाथ थामने वाली समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का रुख इस मामले पर उनसे जुदा है। शनिवार को अखिलेश यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जेपीसी जांच की कोई जरूरत नहीं है।

सपा मुखिया ने कहा कि कोर्ट का फैसला आखिरी है। उनकी पार्टी जेपीसी की मांग नहीं करेगी। अगर इसके बावजूद भी किसी को लगता है कि भ्रष्टाचार हुआ है तो उसे सुप्रीम कोर्ट में अपनी बात रखनी चाहिए।  

बेशक अखिलेश यादव ने राजस्थान और मध्यप्रदे राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांग्रेस का साथ दिया हो लेकिन राफेल मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनके सुर कांग्रेस से थोड़े अलग जरूर हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने किया पलटवार

वहीं, कांग्रेस शुरू से ही राफेल डील में मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा रही है और इसकी जांच जेपीसी से कराने की मांग की है।  शुक्रवार को राफेद सौदे पर मोदी सरकार को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा क्लीन चिट देने के बाद भाजपा पूरी तरह से कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर शुक्रवार को पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने सीएजी को विमानों की कीमत बताई तो उसे पीएसी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को क्यों नहीं मिले?

पीएसी में नहीं आई रिपोर्टः खड़गे

इसके बाद शनिवार को पीएसी (लोक लेखा समिति) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐसी किसी रिपोर्ट के सामने आने से इंकार करते हुए कहा, ‘मैं लोक लेखा समिति के सभी सदस्यों से अनुरोध करूंगा कि अटॉर्नी जनरल और सीएजी को यह बात पूछने के लिए तलब करें कि राफेल सौदे पर सीएजी की रिपोर्ट कब संसद में पेश की गई।’ खड़गे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन कोर्ट कोई जांच एजेंसी नहीं है इसकी सही जांच जेपीसी से ही हो सकती है।

 

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