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मुलायम सिंह यादव की नजर में ओवैसी एहसान फरामोश

समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव अपने राजनीतिक कुनबे में संतुलन बनाने के दो ही दिन बाद ‘वोट बैंक’ अपने पाले में करने का प्रयास करते नजर आए। एआइएमआइएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का नाम लिये बगैर उन्हें अहसान फरामोश कह दिया। साथ ही उन्‍होंने चीन, सीमा सुरक्षा, कश्मीर पर केंद्र सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया।
मुलायम सिंह यादव की नजर में ओवैसी एहसान फरामोश

सपा सुप्रीमो हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र माेेदी पर काेई तीखा हमला नहीं किया है। डॉ. लोहिया लॉ विश्वविद्यालय की स्थापना के दसवें साल पर आयोजित समारोह में एक घंटा 22 मिनट के लंबे भाषण में मुलायम ने बोफोर्स तोप की उपयोगिता व तिब्बत के मुद्दे पर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार को निशाने पर रखा।

इंदिरा गांधी और कांग्रेस के अन्य प्रधानमंत्रियों पर निशाना साधा और चीनी घुसपैठ पर फिक्र भी जाहिर की। मुलायम राज्‍य की सपा सरकार के विकासकार्यो का बखान करते नजर आए और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे के निर्माण को सराहा।

ओवैसी पर सपा अध्‍यक्ष मुलायम सिंह यादव ने जमकर निशाना साधा। मुलायम ने कहा कि जब वह रक्षा मंत्री थे, उस समय हैदराबाद के सांसद (एआइएमआइएम के संस्थापक सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी) ने मेडिकल कालेज खोलने के लिए रक्षा विभाग का अनापत्ति प्रमाणपत्र और जमीन मांगी। अधिकारी तैयार नहीं थे। मुसलमानों को अच्‍छी तालीम मिल सके, इसी मंशा से प्रधानमंत्री से बात कर मैंने उन्हें जमीन दिलाई। अब उन्हीं का सांसद बेटा उत्तर प्रदेश आता है तो मुस्लिम वोटों के लिए मुझे ही गाली देता है। पिता अच्‍छे इंसान थे, पर बेटा गड़बड़ कर रहा तो क्या कर सकते हैं। 

सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को ‘निगेटिव सोच’ वाली नेता की संज्ञा देते हुए कहा कि सत्ता में आते ही विकास कार्य ठप कर दिया। सड़कों की मरम्मत रुक गया। शिक्षा में कोई काम नहीं हुआ।

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