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संजय राउत बोले- सिर्फ 5 साल ही नहीं हम चाहते हैं 25 साल तक हो हमारा मुख्यमंत्री

लंबे समय से महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर माथापच्ची का दौर जारी है। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने...
संजय राउत बोले- सिर्फ 5 साल ही नहीं हम चाहते हैं 25 साल तक हो हमारा मुख्यमंत्री

लंबे समय से महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर माथापच्ची का दौर जारी है। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने फिर कहा कि मुख्यमंत्री तो हमारा ही होगा। 5 साल नहीं, हम चाहते हैं कि 25 साल तक शिवसेना का सीएम हो। शिवसेना नेता ने कहा है कि महाराष्ट्र में अब जो भी सरकार बनेगी, वो शिवसेना के नेतृत्व में ही बनेगी उन्होंने कहा कि शिवसेना बड़ी पार्टी है, हम 50 साल से महाराष्ट्र की राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम राज्य के हित में होगा।

हम सभी को साथ में लेकर चलेंगे

संजय राउत ने कहा कि शिवसेना महाराष्ट्र के हित में काम करती रहेगी। महाराष्ट्र के निर्माण में कांग्रेस का भी योगदान रहा है। हम सभी को साथ में लेकर चलेंगे। गठबंधन का फॉर्मूला उद्धव ठाकरे तय करेंगे। 24 अक्टूबर से उद्धव ठाकरे और मैं कह रहा था कि सीएम शिवसेना का होगा।

हम आते-जाते नहीं बल्कि सत्ता में ही रहेंगे

पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र को नेतृत्व शिवसेना ही देगी। रोकने की लाख कोशिश कर ली जाए, लेकिन कोई रोक नहीं सकेगा।' जब राउत से पूछा गया कि शिवसेना का सीएम 5 साल तक होगा या फिर एनसीपी के साथ 2.5-2.5 साल के सीएम होंगे तो उन्होंने कहा, ‘हम तो चाहते हैं कि आने वाले 25 साल में शिवसेना का सीएम रहे, आप 5 साल की बात क्यों करते हो। हमको महाराष्ट्र में रहना है। राज्य के साथ हमारा जो रिश्ता है, वो कायम है, ये रिश्ता अस्थायी नहीं है। हम आते-जाते नहीं रहेंगे। हम सत्ता में ही रहेंगे।’

अटल सरकार भी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर चली थी

राउत से जब यह पूछा गया कि एनसीपी और कांग्रेस के साथ शिवसेना अपनी विचारधारा को कैसे संभालेगी। इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'क्या होती है विचारधारा। कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में राज्य के हित की बात होती है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार भी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर चली थी। कई विचारधारा वाले लोग उसमें एक साथ आए थे और देश को चलाया था।'

गुरुवार को हुई कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार करने के लिए बैठक

बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए संभावित गठजोड़ को अंतिम रूप देने से पहले कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के नेताओं ने गुरुवार को (14 नवंबर) कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार करने के लिए मुंबई में बैठक की। इस बैठक में महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल, एनसीपी नेता छगन भुजबल और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक, कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण, माणिकराव ठाकरे और विजय वडेट्टिवार, शिवसेना के एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई शामिल हुए।

बैठक के बाद कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के मसौदे को अंतिम रूप देने से पहले तीनों दलों के सर्वोच्च नेताओं से मंजूरी की जरूरत होगी।

शिवसेना- एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका

महाराष्ट्र में किसी भी दल को बहुमत नही होने के कारण सरकार बनाने के लिए तीन दलों (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) के बीच गठबंधन बनाने की कवायद चल रही है। हालांकि, इन दलों के बीच औपचारिक तौर पर अभी गठबंधन नही हुआ है, लेकिन इससे पहले ही गुरुवार को इस गठबंधन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। यह याचिका अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रवक्ता प्रमोद जोशी ने दायर की है। याचिकाकर्ता का कहना है कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस जनमत के खिलाफ जाकर गठबंधन बना रहे है। चुनाव के बाद गठबंधन बनाने की इनकी कवायद असंवैधानिक है। याचिका में यह भी मांग की गई है कि इस गठबंधन से मुख्यमंत्री ना बनने दिया जाए।

 

कई बार सीएम पद की बात बोल चुके हैं राउत

 

इससे पहले बुधवार देर शाम मुंबई के लीलावती अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद संजय राउत ने महाराष्‍ट्र के अगले मुख्‍यमंत्री को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सूबे में मुख्यमंत्री तो शिवसेना का ही बनेगा। बता दें कि 11 नवंबर को सीने में तेज दर्द की शिकायत के बाद संजय राउत को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद राउत ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि शिवसेना के साथ बंद कमरे में हुई बातों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक नहीं पहुंचाया गया नहीं तो यह हालात नहीं होते।

 

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