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संजय राउत बोले- महाराष्ट्र में सुरक्षित लैंडिंग के बाद दिल्ली में भी उतर सकता है हमारा सूर्य यान

महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू हो गया। इससे पहले एनसीपी नेता सुप्रिया...
संजय राउत बोले- महाराष्ट्र में सुरक्षित लैंडिंग के बाद दिल्ली में भी उतर सकता है हमारा सूर्य यान

महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू हो गया। इससे पहले एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले नवनिर्वाचित विधायकों का स्वागत किया। इस विशेष सत्र में राज्यभर से चुनकर आए विधायकों को शपथ दिलाई गई। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन वाली सरकार का शपथ ग्रहण गुरुवार को होगा। देवेंद्र फडणवीस सरकार गिरने के बाद अब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनेगी। 20 साल बाद शिवसेना से कोई सीएम की कुर्सी पर बैठेगा। इससे भी अहम बात ये है कि पहली बार ठाकरे परिवार को कोई सदस्य राज्य की कमान संभालेगा। वहीं उप मुख्यसमंत्री को लेकर भी अभी तस्वीहर साफ नहीं हुई है। इस बीच विधानसभा में हुए शपथ समारोह के बाद नेताओं की प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई है। जहां शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मैंने कहा था कि हमारा सुर्य यान मंत्रालय के छत की छठी मंजिल पर लैंड करेगा। वहीं, एनसीपी नेता माजिद मेमन का कहना है कि कांग्रेस से बालासाहेब थोराट और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जयंत पाटिल महाराष्ट्र में उप मुख्यमंत्री होंगे।   

क्या बोले संजय राउत

शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्हेंने संकेत दे दिया है कि भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनावों में मात देने के लिए हम मिलकर साथ आ सकते हैं। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मैंने कहा था कि हमारा सुर्य यान मंत्रालय के छत की छठी मंजिल पर लैंड करेगा। मेरे इस बयान के बाद सब हंस रहे थे। लेकिन हमारे सूर्य यान की सुरक्षित लैंडिंग हो गई है। आने वाले समय में ये सूर्य यान दिल्ली में भी उतरा तो आपको आश्चर्य नहीं होगा।

मैं एनसीपी में हूं और पार्टी में ही रहूंगा- अजित पवार

एनसीपी नेता अजित पवार ने बुधवार को कहा कि वह अपनी पार्टी में बने रहेंगे और इसके बारे में भ्रम पैदा करने की कोई वजह नहीं है। अजित पवार ने कहा कि अभी मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है, मैं सही समय आने पर बोलूंगा। मैंने पहले भी कहा था कि मैं एनसीपी में हूं और मैं एनसीपी में ही रहूंगा। क्या उन्होंने मुझे निष्कासित कर दिया है? क्या आपने इसे कहीं सुना या पढ़ा है? मैं अभी भी एनसीपी के साथ हूं। भ्रम पैदा करने की कोई वजह नहीं है। अपने चाचा और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर मंगलवार देर रात जाने के बारे में अजित पवार ने कहा कि अपने नेता से मुलाकात करना मेरा अधिकार है।

 

‘हम एक नया महाराष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं’

 

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘हम एक नया महाराष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पहली बार विधायक बने हैं और शपथ लेते समय हम सभी गर्व महसूस कर रहे थे। राज्य के लोगों की सेवा करना चाहते हैं’।

महाराष्‍ट्र का डिप्‍टी सीएम कौन? बाला साहेब थोराट ने दिया ये जवाब

महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने कहा कि डिप्टी सीएम कौन होगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के बीच मंत्रालय का बंटवारा अगले कुछ दिनों में कर दिया जाएगा।

हम खुश हैं कि अजित पवार वापस आ गए हैं- रोहित पवार

 

एनसीपी एमएलए और शरद पवार के पोते रोहित पवार ने मुंबई विधानसभा में कहा कि वह अजीत पवार के वापस आने पर खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘हम खुश हैं कि अजित पवार वापस आ गए हैं। वह आज यहां हैं। वह एनसीपी के हिस्सा हैं। हम उनके निर्देश पर काम करेंगे।’

विधानसभा में अजित पवार से गले मिलीं सुप्रिया सुले

महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार को सुबह आरंभ होने पर सभी की नजरें एनसीपी नेता अजित पवार पर टिकी हुई थीं। कुछ दिनों पहले उन्होंने पार्टी से विद्रोह कर सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देकर सबको हैरान कर दिया था, लेकिन मंगलवार को उन्होंने इस्तीफा भी दे दिया।

अजित पवार ने जैसे ही बुधवार को सुबह विधान भवन के परिसर में प्रवेश किया तो उनकी चचेरी बहन और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने उन्हें गले लगाया। एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले अपनी पार्टी के विधायकों का स्वागत करने के लिए विधान भवन के प्रवेश द्वार पर खड़ी थीं।

गठबंधन के नेता चुने गए उद्धव ठाकरे

इससे पहले, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को होटल ट्राइडेंट में मंगलवार को तीनों दलों (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन को महाराष्ट्र विकास अघाड़ी नाम दिया) के विधायकों की बैठक में गठबंधन का नेता चुना गया। इसके बाद देर शाम गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने पहुंचा। इसमें आदित्य ठाकरे के साथ बालासाहेब थोराट, एकनाथ शिंदे, छगन भुजबल समेत कई नेता शामिल थे। उन्होंने राज्यपाल को विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा और सरकार बनाने का दावा पेश किया। उद्धव 28 नवंबर शाम 6.40 बजे शिवाजी पार्क में शपथ लेंगे। वे राज्य के 29वें मुख्यमंत्री होंगे। 

मैंने कभी नेतृत्व का सपना नहीं देखा

ट्राइडेंट होटल में सोमवार को महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की बैठक में पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था- ‘मैंने कभी भी प्रदेश का नेतृत्व करने का सपना नहीं देखा था। मैं सोनिया गांधी और अन्य को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम एक-दूसरे पर विश्वास रखते हुए देश को एक नई दिशा दे रहे हैं।‘

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था, राज्य में बदलाव की जरूरत थी। बालासाहेब ठाकरे का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा कि वह काफी हाजिरजवाब थे। अगर आज वह होते तो बहुत ज्यादा खुश होते। होटल से निकलकर उद्धव ने मातोश्री में बालासाहेब के कमरे में जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

विचारधारा से कोई समझौता नहीं किया: उद्धव

उद्धव ने यह भी स्पष्ट करने की कोशिश की कि शिवसेना ने हिंदुत्व की विचारधारा से समझौता नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘मेरे हिंदुत्व में किसी तरह का झूठापन नहीं है। वे कह रहे हैं कि हमने शिवसेना के आदर्शों का उल्लंघन किया लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि उनको पालकी में बिठाने के लिए शिवसेना की स्थापना नहीं हुई थी।’

राउत ने दावा किया था- ठाकरे 5 साल मुख्यमंत्री होंगे

सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के फैसले के बाद ही सीएम देवेंद्र फडणवीस और उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने इस्तीफा दिया था और इसी के साथ साफ हो गया था कि महाराष्ट्र में सत्ता का गठन एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन करेगा। इसके बाद ही शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे 5 साल मुख्यमंत्री रहेंगे।

इस्तीफे के ऐलान के दौरान क्या बोले थे फडणवीस

मंगलवार को फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ‘सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अजित पवार ने मुलाकात की और कहा कि कुछ कारणों से वे इस गठबंधन में नहीं रह सकते। उन्होंने अपना इस्तीफा मुझे सौंपा। उनके इस्तीफे के बाद हमारे पास भी बहुमत नहीं है। भाजपा ने पहले दिन से एक भूमिका ली थी कि हम किसी विधायक को नहीं तोड़ेंगे। हम हॉर्स ट्रेंडिंग नहीं करेंगे। इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं। शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार अपने ही बोझ तले दब जाएगी। शिवसेना के नेता सोनिया गांधी के नाम की कसम खा रहे थे। हमें आश्चर्य हुआ कि सत्ता के लिए वे कितने लाचार हैं। जिन्होंने हम पर हॉर्स ट्रेंडिंग का आरोप लगाया, वे तो पूरा अस्तबल खरीदकर बैठे हैं।’

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