पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा के बीच नई जंग शुरू हो गई है। जाधवपुर यूनिवर्सिटी में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। एक कार्यक्रम में शामिल होने यूनिवर्सिटी पहुंचे बाबुल सुप्रियो के खिलाफ वापस जाओ के नारे लगाए गए और धक्का-मुक्की की गई। इसके बाद बचाव करने पहुंचे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का भी छात्रों ने घेराव किया। राज्यपाल के प्रेस सचिव ने कहा कि छात्रों के एक वर्ग ने इससे पहले केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का घेराव किया। इस मामले को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गंभीरता से लिया। घटनास्थल पर राज्यपाल धनखड़ के पहुंचने पर ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने निशाना साधा। राज्यपाल के यूनिवर्सिटी दौरे को टीएमसी ने दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाला बताया।
बीजेपी और एबीवीपी के गुंडों ने की बर्बरता- टीएमसी
टीएमसी ने कहा, ‘राज्यपाल राज्य में संविधान के संरक्षक हैं। वह निर्वाचित सरकार को बिना बताए बीजेपी नेता का बचाव करने चले गए। यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाला है।’ पार्टी ने कहा, ‘सीएम ममता बनर्जी ने राज्यपाल से यूनिवर्सिटी नहीं जाने का अनुरोध भी किया। सीएम ने कहा कि संवैधानिक प्रमुख होने के नाते आपको यूनिवर्सिटी में जाने की कोई जरूरत नहीं है। इसके बावजूद राज्यपाल वहां चले गए।’
टीएमसी ने आगे कहा, ‘बीजेपी और एबीवीपी के गुंडों’ ने विश्वविद्यालय परिसर में बर्बरता का सहारा लिया, लेकिन राज्यपाल ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। हम उनके राजनीतिक विचारों का पुरजोर विरोध करते हैं। न तो टीएमसी और न ही पुलिस घटना में शामिल है।’
क्या है पूरा मामला
दरअसल, केंद्रीय मंत्री और आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो कल जाधवपुर यूनिवर्सिटी के एक समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। ये समारोह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की तरफ से आयोजित किया गया था। इस दौरान बाबुल सुप्रियो जैसे ही वहां पहुंचे, छात्रों ने 'बाबुल सुप्रियो वापस जाओ, वापस जाओ' के नारे लगाने शुरू कर दिए।
छात्रों ने बाबुल के साथ की धक्का-मुक्की
बताया जा रहा है कि लाल झंडा लिए छात्रों ने बाबुल के साथ धक्का-मुक्की की। उनके कपड़े फाड़ दिए और यहां तक कि एक छात्र को उनके बाल खींचते हुए भी देखा गया, लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी बाबुल ने वहां से जाने से मना कर दिया। स्थिति ऐसी थी कि यूनिवर्सिटी के कुलपति सुरंजन दास को किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोकने के लिए मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ विश्वविद्यालय पहुंचे, जहां राज्यपाल धनखड़ केंद्रीय मंत्री की मदद करते दिखे।
छात्रों ने मेरे बाल खींचे और मुझे धक्का दिया- सुप्रियो
भारी सुरक्षा के बीच संगोष्ठी में शिरकत करने वाले सुप्रियो ने कैंपस में पत्रकारों से कहा, ‘मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं। यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों के व्यवहार से दुखी हूं, जिस तरह उन्होंने मेरा घेराव किया। उन्होंने मेरे बाल खींचे और मुझे धक्का दिया।’