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प्रियंका गांधी के निशाने पर सीएम योगी, 24 घंटे में इन चार मुद्दों पर घेरा

इन दिनों कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मिशन उत्तर प्रदेश में जुटी हैं और उनके निशाने पर सूबे की...
प्रियंका गांधी के निशाने पर सीएम योगी, 24 घंटे में इन चार मुद्दों पर घेरा

इन दिनों कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मिशन उत्तर प्रदेश में जुटी हैं और उनके निशाने पर सूबे की योगी सरकार है। उन्होंने पिछले करीब 24 घंटे में चार ट्विट्स किए, जिसमें उन्होंने #Sanchibaat के साथ किसानों, शिक्षामित्रों, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मुद्दा उठाते हुए प्रदेश की योगी सरकार को घेरा। दिलचस्प बात ये है कि योगी को घेरने के लिए प्रियंका ने यूपी के मुद्दों को ही चुना है।

 

प्रियंका गांधी ने सीएम योगी की घेराबंदी रविवार को उस वक्त शुरू की थी, जब योगी को गन्ना लैंड पश्चिम उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में रैली करने जाना था। एक खबर का हवाला देते हुए प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया और लिखा कि गन्ना किसानों के परिवार दिनरात मेहनत करते हैं, मगर यूपी सरकार उनके भुगतान का भी जिम्मा नहीं लेती। 

'उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों की मेहनत का रोज अपमान'

 

प्रियंका गांधी ने सोमवार को शिक्षामित्रों के एक समूह से मुलाकात के बाद ट्वीट कर कहा, 'उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों की मेहनत का रोज अपमान होता है, सैकड़ों पीड़ितों नें आत्महत्या कर डाली। जो सड़कों पर उतरे सरकार ने उनपर लाठियां चलाई, रासुका दर्ज किया। बीजेपी के नेता टीशर्टों की मार्केट्टिंग में व्यस्त हैं, काश वे अपना ध्यान दर्दमंदों की ओर भी डालते।

उन्होंने कहा, 'मैं लखनऊ में कुछ अनुदेशकों से मिली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनका मानदेय 8470 से 17,000 रुपये की घोषणा की थी। मगर आजतक अनुदेशकों को मात्र 8470 ही मिलता है। सरकार के झूठे प्रचार का शोर है, लेकिन अनुदेशकों की अवाज गुम हो गई।'

'चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं'

 

सिर्फ इतना ही नहीं, अब तक पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चौकीदार चोर है नारे का इस्तेमाल कर रही कांग्रेस की रणनीति से थोड़ा आगे बढ़कर प्रियंका गांधी ने सीएम योगी के लिए भी इस शब्द का इस्तेमाल किया और कहा कि चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं है

'मेरी बहनों का संघर्ष, मेरा संघर्ष है'

प्रियंका ने कहा, 'उत्तर प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं राज्य कर्मचारी का दर्जा मांग रही हैं। बीजेपी सरकार ने उनकी पीड़ा सुनने के बजाय उनपर लाठियां चलवाई। मेरी बहनों का संघर्ष, मेरा संघर्ष है।'

पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका ने कहा, 'उत्तर प्रदेश की आशाकर्मी 9 महीनों के लिए एक गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी उठाती हैं जिसके लिए उन्हें मात्र 600 रुपये मिलते हैं। बीजेपी सरकार ने कभी उनकी मानदेय में बढ़ोतरी की सुध नहीं ली। उन्हें जुमले नहीं, जवाब चाहिए।

गन्ना किसानों का मुद्दा उठाया

इससे पहले प्रियंका गांधी ने रविवार को गन्ना किसानों का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा, 'गन्ना किसानों के परिवार दिनरात मेहनत करते हैं। मगर प्रदेश सरकार उनके भुगतान का भी जिम्मा नहीं लेती। किसानों का 10000 करोड़ बकाया मतलब उनके बच्चों की शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य और अगली फसल सबकुछ ठप हो जाता है। यह चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं।'

प्रियंका के ट्वीट पर योगी का पलटवार

प्रियंका के इस ट्वीट के कुछ देर बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, 'किसानों के ये 'तथाकथित' हितैषी तब कहां थे जब 2012 से 2017 तक किसान भुखमरी की कगार पर था। इनकी नींद अब क्यों खुली है? प्रदेश का गन्ना क्षेत्रफल अब 22 प्रतिशत बढ़कर 28 लाख हेक्टेयर हुआ है और बंद पड़ी कई चीनी मिलों को भी प्रदेश में दोबारा शुरू किया गया है। किसान अब खुशहाल हैं।'

27 मार्च को ट्रेन से अयोध्या जाएंगी प्रियंका

बता दें कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया है जिसके बाद से ही वह लगातार सूबे का दौरा कर रही हैं। प्रियंका 27 मार्च को ट्रेन से अयोध्या जाएंगी, जहां वह रोड शो और छोटी-बड़ी सभाएं करेंगी।

'अब पीएम को जनता को मूर्ख समझना बंद कर देना चाहिए'

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, वंशवाद राजनीति की सबसे बड़ी संस्था है। बीजेपी पिछले पांच साल से मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर हमला बोल रही है। अब पीएम को जनता को मूर्ख समझना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने पीएम मोदी के ब्लॉग का पलटवार किया है।

 

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