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शिवसेना ने पीएम मोदी और सीएम फडणवीस को बताया तानाशाह

शिवसेना ने नाणार रिफायनरी प्रोजेक्ट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री...
शिवसेना ने पीएम मोदी और सीएम फडणवीस को बताया तानाशाह

शिवसेना ने नाणार रिफायनरी प्रोजेक्ट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जोरदार हमला किया है। राजग में भाजपा के सबसे पुरानी सहयोगी ने इन दोनों नेताओं को तानाशाह बताया है। शिवसेना ने कहा है कि इमरजेंसी के खिलाफ इनका बोलना महज ढोंग है।

पार्टी मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया है कि रत्नगिरी जिले के नाणार जिले में 44 अरब अमेरिकी डॉलर की मेगा रिफायनरी की आधारशिला रखना यहां कैंसर अस्पताल की आधारशिला रखने जैसा होगा। इसमें कहा गया है कि इस जहरीले प्रोजेक्ट की वजह से लोग कैंसर, टीबी और दिल से संबंधित बीमारियों के शिकार होंगे। अगर लोगों के विरोध के बाद भी यह प्रोजेक्ट बनता है तो यह इमरजेंसी की तरह ही होगा। संपादकीय में कहा गया है कि पीएम मोदी को केंद्र सहित राज्यों में पर्यावरण मंत्रालय को बंद कर देना चाहिए। एक तरफ प्रकृति प्रेमी पर्यावरण रक्षा के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं वहीं केंद्र ऐसे जहरीले प्रोजेक्ट ला रही है जिससे उनके प्रयास नष्ट हो जाएं। नाणार रिफायनरी प्रोजेक्ट के लगने से इलाके के इकोसिस्टम को नुकसान हो और खेती पर भी इसका कुप्रभाव पड़ेगा।

शिवसेना ने कहा कि मोदी-फडणवीस तानाशाह के जैसा रवैया अपना रहे हैं। अगर वे तानाशाह बनना चाहते हैं तो 43 साल पहले लगी इमरजेंसी के खिलाफ इनकी बात महज ढोंग है। संपादकीय में आरोप लगाया गया है कि जिस तरह से हिटलर ने लाखों यहूदियों की हत्या की उसी तरह नाणार प्रोजेक्ट भी लोगों को उनके घर में मारने की साजिश है। इस प्रोजेक्ट की वजह से जमीन बर्बाद हो जाएगी और लोग गैस चैंबर में बंद हो जाएंगे।

संपादकीय में कहा गया है कि फडणवीस ने लोगों से वादा किया था कि यह प्रोजेक्ट लोगों पर थोपा नहीं जाएगा। इस प्रोजेक्ट को लेकर पंचायत के लोगों ने महाराष्ट्र के सीएम के समक्ष अपना विरोध दर्ज करा दिया है। ऐसे में अगर प्रजातंत्र में लोगों की इच्छाओं का सम्मान नहीं किया जाएगा तो यह तानाशाही ही समझा जाएगा। शिवसेना ने कहा कि पेट्रोलियम मंत्री दिल्ली में बैठकर समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं और उसके बाद समर्थन के लिए महाराष्ट्र आते हैं। यह धोखा है।

संपादकीय में कहा गया है कि प्रजातंत्र में लोग मरे यह अच्छा है पर राजा को जिंदा रहना चाहिए। हमारे सैनिक और किसान मर रहे हैं। ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा मर रहा है। शिवसेना ने कहा कि यदि प्रोजेक्ट के विरोध को रोकने के लिए सेना को तैनात किया जाता है तो गोली खाने वालों की संख्य गोलियों से ज्यादा होगी। प्रोजेक्ट को महाराष्ट्र से बाहर ले जाने की धमकी पर शिवसेना ने कहा इसे जनप्रतिनिधियों के सुझाव के अनुसार विदर्भ ले जाना चाहिए। संपादकीय में कहा गया कि यह कहना गलत है कि समुद्र के नजदीक स्थापित होने पर ही प्रोजक्ट सफल होगा।

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