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राजस्थान में सियासी संग्राम जारी: बैठक के लिए गहलोत के आवास पर पहुंचे 90 विधायक

राजस्थान की कांग्रेस सरकार मुश्किल में दिख रही है। राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस...
राजस्थान में सियासी संग्राम जारी: बैठक के लिए गहलोत के आवास पर पहुंचे 90 विधायक

राजस्थान की कांग्रेस सरकार मुश्किल में दिख रही है। राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस पार्टी की विधायक दल की बैठक में पार्टी के 90 विधायक पहुंचे हैं। यह बैठक सीएम अशोक गहलोत के आवास पर हो रही है। बता दें कि पार्टी ने इस बैठक को लेकर व्हिप जारी किया है। राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे का कहना है कि इस बैठक बगैर किसी सूचना के न शामिल होने वाले विधायकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। 

डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने रविवार शाम दावा किया कि 30 विधायक उनके समर्थन में हैं और राज्य की गहलोत सरकार अल्पमत में है। इसके साथ ही पायलट ने सीएम अशोक गहलोत से मनमुटाव को भी स्पष्ट कर दिया है। पायलट की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि वो सोमवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। हालांकि, राजस्थान में चल रही सियासी चहलकदमी के बीच कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि उनके पास 109 विधायकों का समर्थन है।

दरअसल, राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने खुली बगावत का ऐलान किया और दावा किया कि राज्य में अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है, जिसके बाद सोमवार को कांग्रेस नेता अविनाश पांडे ने कहा कि 109 विधायकों ने मुख्यमंत्री को समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं और कुछ विधायक अभी भी संपर्क में हैं, जिनसे आज सुबह मुलाकात होगी।  

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) राजस्थान के प्रभारी महासचिव पांडे ने कहा कि कुछ अन्य विधायक गहलोत के संपर्क में हैं और वे भी पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी विधायकों को व्हिप जारी किया गया है, उनसे सुबह 10.30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग लेने को कहा गया है। पांडे ने कहा, "बैठक में ना पहुंचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"

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पांडे ने जयपुर में सीएम के आवास पर संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में और सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में 109 विधायकों ने पूर्ण समर्थन देने के लिए पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। वहीं, कुछ अन्य विधायकों ने भी मुख्यमंत्री से फोन पर बात की है और उन्होंने भी पत्र पर हस्ताक्षर करने की बात कही है।

सचिन पायलट का दावा- 

इससे पहले पायलट ने रविवार को दावा किया कि गहलोत सरकार अल्पमत में है क्योंकि 30 से अधिक कांग्रेस विधायकों ने उन्हें 'समर्थन' दिया है। रविवार की रात उन्होंने कहा कि वो सोमवार को सुबह होने वाली कांग्रेस विधायकों की बैठक में शामिल नहीं होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वो जयपुर नहीं लौट रहे हैं। उनकी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मुलाकात नहीं हुई है। सचिन पायलट के समर्थक विधायक इस वक्त दिल्ली में हैं और पायलट भी। इस बात की खबरें थी की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद बगावत के सुर थम जाएंगे। लेकिन, ऐसा होता नहीं दिख रहा है। सचिन पायलट ने कहा कि गहलोत सरकार अल्पमत में आ गई है। 

राजस्थान में गहरे संकट में कांग्रेस 

बता दें कि मध्य प्रदेश और ज्योतिरादित्य सिंधिया को खोने के तीन महीने बाद कांग्रेस राजस्थान में भी गहरे संकट में है। कारण है राज्य में पार्टी के पुराने और नए नेताओं के बीच लंबे समय से चली आ रही खींचतान। 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक और भाजपा के 72 हैं।

 

 
 

 

 

 

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