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क्या उन्नाव रेप पीड़िता की मां को पहले से था हादसे का आभास, लगाए ये गंभीर आरोप

उन्नाव रेप केस की पीड़िता के एक्सीडेंट मामले में अब एक नया मोड़ आया है। पीड़िता की मां ने सोमवार को रेप...
क्या उन्नाव रेप पीड़िता की मां को पहले से था हादसे का आभास, लगाए ये गंभीर आरोप

उन्नाव रेप केस की पीड़िता के एक्सीडेंट मामले में अब एक नया मोड़ आया है। पीड़िता की मां ने सोमवार को रेप के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर एक्सीडेंट और हत्या कराने का आरोप लगाया है। पीड़िता की मां ने कहा कि रोज कचहरी में मारने की बात करते थे, आखिर करवा दिया एक्सीडेंट। मां के आरोपों से यह साफ तौर पर स्पष्ट होता है कि उसे इस हादसे का पहले से ही आभास था। रविवार को हुए एक एक्सीडेंट में उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित उन्नाव रेप कांड की पीड़िता का परिवार हादसे का शिकार हो गया, जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई। हादसे में पीड़िता और उसका वकील बुरी तरह जख्मी हो गए जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के आरोपी होने की वजह से इस घटना के पीछे कई और वजहों की भी तलाश की जा रही है। ये हादसा उस दौरान हुआ जब रायबरेली की जेल में बंद पीड़िता के चाचा से मिलने जा रहे थे। 

इस वजह से पीड़िता की मां को हादसे का पहले से था आभास

पीड़िता की मां ने भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर हत्या और एक्सीडेंट का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रोज कचहरी में मारने की बात करते थे, आखिर करवा दिया एक्सीडेंट। एक्सीडेंट और हत्या की बात पहले हमने बताई थी। विधायक के गुर्गे बाहर घूम रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक जेल के अंदर से अपना सारा नेटवर्क मोबाइल के जरिए चलाता है। हमने पुलिस से पहले ही एक्सीडेंट और हत्या कराने का शक जाहिर किया था।

पीड़िता की बहन ने लगाया ये आरोप

इस बीच पीड़िता की बहन ने बड़ा आरोप लगाया है। उसने कहा कि विधायक समर्थक लगातार सुलह समझौते को लेकर धमकी दे रहे हैं। केस में पैरवी कर रही चाची को जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़िता की बहन ने गांव के तीन युवकों पर डराने व धमकाने का आरोप लगाया है।

मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया-

घटना की जांच सीबीआई से करानी चाहिए: अखिलेश यादव

वहीं, इस मामले ने अब सियासी रंग लेना भी शुरू कर दिया है। समाजवादी पार्टी ने इस घटना के जरिए राज्य की योगी सरकार और बीजेपी पर हमला बोला है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सड़क हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है। एसपी मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, 'घटना की जांच सीबीआई से करानी चाहिए, घटना से बीजेपी की विधायक जुड़ा है और प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। प्रदेश में जंगल राज है और अपराधी बेखौफ हैं।' समाजवादी पार्टी इसे सड़क दुर्घटना मानने को तैयार नहीं है। पार्टी का कहना है कि वो पीड़िता के इलाज का पूरा खर्च भी उठाएगी।

मायावती ने जताई साजिश की आशंका

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की चीफ मायावती ने ट्वीट कर इस हादसे के पीछे साजिश की आशंका जताई है। माया ने ट्वीट किया, 'उन्नाव रेप पीड़िता के कार की रायबरेली में ट्रक से टक्कर प्रथम दृष्टया उसे जान से मारने का षडयंत्र लगता है, जिसमें उसकी चाची व मौसी की मौत हो गई। हादसे में विक्टिम खुद और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हैं। सुप्रीम कोर्ट को इसका संझान लेकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए।'

प्रियंका गांधी ने भी उठाए सवाल

इन दावों के बीच प्रियंका गांधी ने योगी सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए करारा प्रहार किया। प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट में कहा, 'इस केस में चल रही CBI जांच कहां तक पहुंची? आरोपी विधायक अभी तक बीजेपी में क्यों हैं? पीड़िता और गवाहों की सुरक्षा में ढिलाई क्यों? इन सवालों के जवाब बिना क्या बीजेपी सरकार से न्याय की कोई उम्मीद की जा सकती है?'

संसद में भी गूंजा उन्नाव मामला 

इधर, उन्नाव मामले की गूंज सोमवार को संसद में भी सुनाई दे रही है। कांग्रेस के 6 सांसदों ने यूपी में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और उन्नाव गैंगरेप की विक्टिम के ऐक्सिडेंट को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। समाजवादी पार्टी के चीफ और सांसद अखिलेश यादव ने भी कहा है कि वह इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं। लोकसभा में उन्होंने कहा कि आजम खान ने तो माफी मांग ली है, लेकिन उन्नाव में जो हुआ हमें इस पर भी बात करनी चाहिए। इस दौरान विपक्षी दलों ने बेटी बचाओ के नारे लगाए।

ट्रक के नंबर प्लेट पर लगी थी कालिख

इस सड़क दुर्घटना को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं क्योंकि हादसे के बाद दो चौंकाने वाली बातें सामने आ रही है। पहली ट्रक के नंबर प्लेट पर कालिख लगी थी और दूसरी कि सरकार की ओर से मुहैया कराए गए सुरक्षाकर्मी साथ नहीं थे।

ट्रक के नंबर पर पेंट को लेकर प्रदेश के एडीजी राजीव कृष्णन ने कही ये बात

पुलिस इस मामले में हत्या की साजिश और हादसा, दोनों मानकर जांच कर रही है। उत्तर प्रदेश के एडीजी राजीव कृष्णन ने बताया, 'ट्रक के नंबर पर पेंट के बारे में जानकारी नहीं है लेकिन उसकी भी फोरेंसिक जांच होगी। एडीजी ने कहा कि 9 पुलिसकर्मी सुरक्षा में हैं, लेकिन वो आज साथ क्यों नहीं थे, इसके लिए एसपी उन्नाव को जांच के आदेश दिए गए हैं। हालांकि प्रथम दृष्टया पता चला है कि आज इन्होंने खुद ही सुरक्षाकर्मियों के लिए मना कर दिया था।'

क्या था यूपी का उन्नाव कांड?

जून 2017 में उन्नाव रेप केस के बाद यूपी की सियासत में सनसनी फैल गई थी। सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के ही एक विधायक पर नाबालिग के साथ रेप करने का आरोप लगा था। उस वक्त महज 3 महीने पुरानी योगी सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई थी। पीड़ित नाबालिग ने आरोप लगाया था कि जब वो अपने एक रिश्तेदार के साथ नौकरी मांगने गई थी तब विधायक कुलदीप सेंगर ने अपने घर पर उसका रेप किया। विधायक और उसके समर्थकों ने पुलिस में शिकायत नहीं करने का भी दबाव डाला।

फिलहाल जेल में बंद है कुलदीप सेंगर

3 अप्रैल को पीड़िता के पिता के साथ विधायक के भाई ने मारपीट की, जिसके बाद पुलिस की हिरासत में ही लड़की के पिता की मौत हो गई। आरोप लगा कि विधायक के भाई और समर्थकों ने पुलिस की मौजूदगी में मारा-पीटा था। प्रशासन ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दिए थे और फिर सीबीआई ने ही कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार किया। कुलदीप सेंगर के खिलाफ माखी थाने में बलात्कार और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। उन्नाव के बांगरमउ सीट से विधायक और बीजेपी नेता कुलदीप सिंह सेंगर इस कथित रेप कांड में फिलहाल जेल में बंद है।

 

 

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