Advertisement

बीजेपी ने राज्यपाल से की विशेष सत्र बुलाने की मांग, कहा- कमलनाथ सरकार अल्पमत में

लोकसभा चुनाव 2019 खत्म हो चुका है और अब बारी नतीजों की है। 23 मई को आने वाले नतीजों से पहले एग्जिट पोल के...
बीजेपी ने राज्यपाल से की विशेष सत्र बुलाने की मांग, कहा- कमलनाथ सरकार अल्पमत में

लोकसभा चुनाव 2019 खत्म हो चुका है और अब बारी नतीजों की है। 23 मई को आने वाले नतीजों से पहले एग्जिट पोल के अनुमान सामने आए हैं, जिसमें नरेंद्र मोदी के एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी कर रहे हैं। इस अनुमान को देखते हुए बीजेपी ने सोमवार को एक नई राजनीति शुरू कर दी है। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात करेगी। बीजेपी ने मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में है। उन्होंने मांग की है कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए। बता दें कि बीजेपी के पास मध्यप्रदेश विधानसभा की कुल 231 सीटों में से बीजेपी के पास 109 हैं जबकि 113 सीटों के साथ कांग्रेस सत्ता पर काबिज है।

'मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 2 से 3 सीटें मिलने वाली हैं'

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने सोमवार को कहा कि एग्जिट पोल के अनुसार एक बार फिर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 2 से 3 सीटें मिलने वाली हैं। भार्गव ने कहा, ‘यह इस बात का संकेत है कि कमलनाथ सरकार ने जनता का भरोसा खो दिया है। इसलिए उनकी मांग है कि राज्य विधानसभा का सत्र बुलाया जाए।’

‘विधानसभा सत्र में सत्ताधारी दल की शक्ति का भी परीक्षण हो जाएगा'

भार्गव ने आगे कहा, ‘विधानसभा सत्र में सत्ताधारी दल की शक्ति का भी परीक्षण हो जाएगा। कांग्रेस के पास दूसरों के सहयोग से बहुमत है, भाजपा चाहती तो वह भी जोड़-तोड़ करके सरकार बना सकती थी, मगर भाजपा ने ऐसा नहीं किया। सरकार अपने आप गिर जाएगी। मैं खरीद-फरोख्त में विश्वास नहीं करता, लेकिन मुझे लगता है कि समय आ गया है और जल्द ही उन्हें जाना होगा।’

कैलाश विजयवर्गीय ने क्या कहा

इससे पहले महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रदेश में 29 में से 22 सीटों पर कांग्रेस की जीत के दावे पर कहा कि फिलहाल तो लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में कमलनाथ के मुख्यमंत्री बने रहने पर भी प्रश्न चिह्न लगा हुआ है।

विजयवर्गीय ने अपने गृह नगर इंदौर में मतदान के पहले संवाददाताओं से चर्चा के दौरान ये बात कही। उन्होंने बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने का दावा भी किया। इसके पहले भी विजयवर्गीय मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार के लोकसभा चुनाव के बाद बने रहने के संबंध में सवाल खड़े कर चुके हैं। वे पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी हैं।

कमलनाथ तो पूरे पांच वर्ष तक मुख्यमंत्री रहेंगे: नरेंद्र सलूजा

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि कमलनाथ तो पूरे पांच वर्ष तक मुख्यमंत्री रहेंगे। सलूजा ने ट्वीट के माध्यम से दावा करते हुए कहा कि कमलनाथ पांच वर्ष ही नहीं, कांग्रेस की सरकार राज्य में अगले 15 वर्ष तक कमलनाथ के नेतृत्व में रहेगी। उन्होंने विजयवर्गीय को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपनी चिंता करें, क्योंकि आगामी 23 मई के परिणाम के बाद उनका (विजयवर्गीय) पश्चिम बंगाल के प्रभारी का पद जरूर खतरे में आ जाएगा। दीदी (ममता बनर्जी) ने धज्जियां बिखेर दी हैं।

15 साल सत्ता में रहने के बाद शिवराज सिंह चौहान की सरकार गिर गई थी

विधानसभा चुनाव में लगातार 15 साल सत्ता में रहने के बाद बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान की सरकार गिर गई थी और कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी हालांकि बहुमत के करीब होने की वजह से बीजेपी सत्ता में वापस आने का प्रयास करने की खबरें सामने आ रही हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad