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फोन टैपिंग पर चंद्रबाबू नायडू और चंद्रशेखर राव में ठनी

चंद्रबाबू नायडू का एक ऑडियो टेप सामने आने के बाद 'नोट के बदले वोट' विवाद में नया मोड़ आ गया है। नायडू समर्थकों ने तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री चंद्रशेखर राव के खिलाफ अवैध फोन टैपिंग के मामले दर्ज कराने शुरू कर दिए हैं। जबकि चंद्रबाबू नायडू की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं।
फोन टैपिंग पर चंद्रबाबू नायडू और चंद्रशेखर राव में ठनी

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के एक मनोनीत विधायक एलविस स्टीफंसन की एक कथित बातचीत का आडियो टेप स्थानीय टीवी चैनल पर प्रसारित होने के बाद आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजनीति में बवाल मच गया है। इससे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नायडू समर्थकों ने ऑडियो सीडी विवाद में तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव के खिलाफ अवैध फोन टैपिंग का मामला दर्ज कराया है। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक, विजयवाड़ा में मामला दर्ज किया गया है। नायडू समर्थकों का आरोप है कि चंद्रबाबू को बदनाम करने के लिए यह टेप जारी किया। इसमें उनकी आवाज नहीं है। खबर है कि विशाखापट्टनम में भी राव के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।

आंध्र प्रदेश सरकार के सलाहकार (संचार) पी प्रभाकर ने कहा कि टेप गढ़े हुए हैं और आंध्र प्रदेश सरकार मामले को गंभीरता से लेगी। कथित टेप में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू विधायक को तेलंगाना विधानपरिषद चुनाव में तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) के उम्मीदवार को वोट देने के लिए सभी तरह का भरोसा दे रहे हैं। गौरतलब है कि नोट के बदले वोट मामले में इससे पहले टीडीपी विधायक रेवंत रेड्डी को अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान कराने के लिए एक मनोनीत विधायक को रिश्वत देेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। रेवंत रेड्डी दो अन्य साथियों के साथ फिलहाल मंगलवार तक पुलिस हिरासत में हैं। 

अब एक स्थानीय चैनल (टीन्यूज) ने चंद्रबाबू नायडू का ऑडियो टेप चलाया है। चैनल का दावा है कि पिछले रविवार को वोट के बदले नोट मामले में पकड़े गए टीडीपी विधायक को पूरी तरह से पार्टी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू का समर्थन हासिल था। यह चैनल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के परिवार का बताया जाता है। 

 

क्‍या है टेप में ?

इस कथित ऑडियो टेप चंद्रबाबू नायडू तेलंगाना के एक मनोनीत विधायक से ये कहते हुए सुने जा सकते हैं कि... अगर वो तेलंगाना विधान परिषद के चुनाव में उनकी पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट करते हैं तो उन्हें हर तरह की सुविधा दी जाएगी। हालांकि, चंद्रबाबू नायडू का कहना है कि ऑडियो टेप के साथ छेड़छाड़ हुई है। तेलंगाना के गृह मंत्री ने तो यहां तक दावा किया है कि उनके पास इस मामले में चंद्रबाबू नायडू के सीधे शामिल होने के सुबूत के रूप में फोन रिकॉर्डिंग भी है। उनका कहना है कि चंद्रबाबू ने टीआरएस के कुछ अन्य विधायकों से भी संपर्क किया था। उधर, टीडीपी ने तेलंगाना की के चंद्रशेखर राव सरकार पर गैर कानूनी तरीके से पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के फोन टैप करने का आरोप लगाया है। 

 

राज्‍यपाल तक पहुंचा मामला 

चंद्रबाबू नायडू का टेप सामने आने के बाद तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने रविवार रात राज्‍यपाल ईएसएल नरसिम्‍हन से मिले। पिछले तीन दिनों में चंद्रशेखर राव दो बार राज्‍यपाल से मिल चुके हैं। उन्‍होंने कैश फॉर वोट मामले में एंटी करप्‍शन ब्‍यूरो की ओर से की गई कार्रवाई और चंद्रबाबू नायडू के टेप की जानकारी राज्‍यपाल को दी है। चंद्रबाबू नायडू ने भी आनन-फानन में राज्‍य के पुलिस प्रमुख के साथ बैठक की। नए राज्‍य के गठन के बाद आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों राज्‍यों की राजधानी हैदराबाद में ही है। दोनों राज्‍यों के राज्‍यपाल भी एक ही हैं। 

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