Advertisement

अजय सिंह चौटाला इनेलो से बाहर, पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप

इनेलो में चल रही आंतरिक फूट ने बुधवार को फिर एक नया रूप ले गई। दुष्यंत के बाद इनेलो प्रधान सचिव अजय...
अजय सिंह चौटाला इनेलो से बाहर, पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप

इनेलो में चल रही आंतरिक फूट ने बुधवार को फिर एक नया रूप ले गई। दुष्यंत के बाद इनेलो प्रधान सचिव अजय चौटाला को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। उनके निष्कासन की घोषणा इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने चंडीगढ़ में की।

अशोक अरोड़ा ने कहा कि 12 नवंबर को उनकी मुलाकात चौधरी ओमप्रकाश चौटाला से हुई थी, जिसमें अजय चौटाला को प्रधान महासचिव के साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले अजय के दोनों बेटों सांसद दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला को भी पार्टी से निकाला जा चुका है।

17 नवंबर रैली को फ्लॉप करने की रणनीति बनाई

अभय चौटाला और अशोक अरोड़ा ने अब अजय चौटाला की 17 नवंबर को होने वाली जींद रैली को फ्लॉप करने के लिए रणनीति बनाई है। इनेलो ने इसी दिन चंडीगढ़ के जाट भवन में एक राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी कार्यकर्ताओं को शामिल होने के लिए कहा गया है। जो कार्यकर्ता शामिल नहीं होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

मेरा बड़ा भाई मुझे दुर्योधन कहे, इससे पीड़ादायक क्या होगा

अभय चौटाला ने अजय और दुष्यंत चौटाला पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘मेरे बड़े भाई ने मुझे दुर्योधन की संज्ञा दी, भतीजे ने जयचंद कहा। उन्होंने तो मेरे मरने से पहले ही मेरी सत्रहवीं करने की बात कही है। हरियाणा में कुछ जगह बड़े-बुजुर्गों के मरने से पहले ही उनकी 17वीं कर देते हैं। मैं भी अपनी 17वीं पहले ही कर लेता तो अच्छा था, कम से कम मेरा बड़ा भाई तो ऐसा न करता। मेरा बड़ा भाई मुझे दुर्योधन कहे, इससे पीड़ादायक क्या होगा’।

अभय चौटाला ने सांसद दुष्यंत चौटाला द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, कुछ लोग मुझे कहते हैं मैंने विधानसभा में प्रदेश के मुद्दे नहीं उठाए। अगर विधानसभा में किसी पार्टी ने सरकार की पोल खोलने का काम किया है तो वह इनेलो है। मैंने तो स्पीकर तक को बाध्य कर दिया कि वे सभी सदस्यों को बोलने का मौका दें।

दिग्विजय ने दी प्रतिक्रिया

अजय चौटाला के निष्कासन पर उनके छोटे बेटे दिग्विजय चौटाला ने प्रतिक्रिया दी। दिग्विजय ने कहा- यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बड़ा षडयंत्र है। इन पत्रों को एक रात पहले अभय चौटाला और आरएस चौधरी ने तैयार करवाया है। इन दस्तावेजों पर किए गए हस्ताक्षर भी फर्जी हैं।

ये था पूरा विवाद

7 अक्टूबर 2018 को चौधरी देवी लाल के जन्मदिवस के दौरान गोहाना में आयोजित कार्यक्रम में कुछ युवकों ने जमकर हूटिंग की थी। इसके बाद ओमप्रकाश चौटाला ने कार्रवाई करते हुए इस मामले को अनुशासन समिति को कार्यवाही के लिए सौंप दिया था। अनुशासन समिति की जांच के बाद दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।

परिवार में चल रही थी खींचतान

इनेलो परिवार की खींचतान ओमप्रकाश चौटाला के जेल जाने के बाद शुरू हुई थी कि सत्ता किसे दी जाए। उनकी सत्ता के दो प्रमुख दावेदार हैं। उनमें एक छोटा बेटा अभय चौटाला और दूसरी बड़े बेटे की बहू नैना चौटाला थीं। चौटाला परिवार की सत्ता अभय चौटाला को मिली। इसके बाद कुछ मौकों पर पारिवारिक विवाद सामने आता रहा।

ये है चौटाला परिवार

चौटाला परिवार में चौधरी देवीलाल के पुत्र ओमप्रकाश चौटाला के दो बेटे हैं। बड़े बेटे अजय चौटाला शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा काट रहे हैं। वहीं, अभय चौटाला इस समय इनेलो के सर्वेसर्वा हैं। अजय के दो बेटे हैं। बड़े बेटे दुष्यंत चौटाला हिसार से सांसद हैं।

वहीं, छोटे बेटे दिग्विजय चौटाला इनेलो के यूथ विंग इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। अजय चौटाला की पत्नी नैना डबवाली हल्के से विधायक हैं। अभय चौटाला के भी दो बेटे हैं। बड़े बेटे कर्ण सिरसा जिला परिषद में डिप्टी चेयरमैन हैं, जबकि छोटे बेटे अर्जुन के पास अभी कोई पद नहीं है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad