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संसद में बोले राष्ट्रपति कोविंद, मेरी सरकार एक मजबूत, सुरक्षित और समावेशी भारत बनाने की ओर अग्रसर

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण...
संसद में बोले राष्ट्रपति कोविंद, मेरी सरकार एक मजबूत, सुरक्षित और समावेशी भारत बनाने की ओर अग्रसर

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण की शुरुआत में सभी सांसदों को बधाई दी। साथ ही चुनाव संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग को बधाई देते हुए कहा कि चुनाव कराने में सुरक्षाबलों का योगदान सराहनीय है। राष्ट्रपति ने महिलाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बार पहले से ज्यादा महिलाओं ने मतदान कर देश के गौरव को बढ़ाया। उन्होंने कहा कि तीन दशक बाद देश में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी है। राष्ट्रपति के संबोधने के दौरान लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के सभी सांसद मौजूद रहे।  

एक साथ चुनाव देशहित में

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि देश की सेनाओं को आधुनिक और मजबूती देने के लिए सरकार प्रयासरत है। राफेल और अपाचे विमान जल्द ही हमारी वायुसेना का हिस्सा होंगे। उन्होंने कहा कि नेशनल वॉर मेमोरियल शहीदों को राष्ट्र की श्रद्धांजलि है, पुलिस मेमोरियल भी इसी की एक मिसाल है। राष्ट्रनिर्माताओं की स्मृतियों को संजोकर रखना भी हमारी काम है। लालकिले में म्यूजियम बनाया गया है जिसमें स्वतंत्रता सैनानियों को याद किया गया है।

राष्ट्रपति ने कहा कि देश के हर हिस्सों में कहीं न कहीं चुनाव होता रहता है और इसी वजह से समय की मांग है कि एक राष्ट्र एक चुनाव की व्यवस्था लाई जाए ताकि देश का विकास तेजी से हो सके। इसके लिए राष्ट्रपति ने एक साथ चुनाव के प्रस्ताव पर विचार की अपील की।

मेरी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है

 

राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए मेरी सरकार ने यह साबित कर दिया है। नक्सलियों और आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से दाखिल हुए विदेशी देश के लिए खतरा है और घुसपैठ की समस्या से जूझ रहे इलाकों में एनआरसी लागू किया जाएगा। सीमा की सुरक्षा को और सशक्त किया जाएगा ताकि घुसपैठ को रोका जा सके। जम्मू कश्मीर के नागरिकों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल देने के लिए मेरी सरकार प्रयासरत है। देश को नक्सलवाद से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार कठोर कदम उठा रही है।

अन्य देशों के साथ मजबूत हुए हैं हमारे संबंध

राष्ट्रपति ने कहा कि अन्य देशों के साथ हमारे संबंध मजबूत हुए हैं। 2022 में भारत जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को वैश्विक मान्यता मिल रही है। इस समय भी दुनिया के कई हिस्सों में योग दिवस के कार्यक्रम चल रहे है। आतंकवाद को मुद्दें पर भारत की बात आज दुनिया सुन रही है और मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करना इसकी मिसाल है। राष्ट्रपति ने कहा कि बिम्स्टेक देशों का शपथ ग्रहण में आना पड़ोसी देशों से भारत के मित्रवत संबंधों को दर्शाता है। पासपोर्ट से लेकर वीजा की सुविधाओं को आसान बनाया गया है।

अंतरिक्ष तकनीक का बेहतर इस्तेमाल करने के लिए मेरी सरकार प्रयासरत

राष्ट्रपति ने कहा कि अंतरिक्ष तकनीक का बेहतर इस्तेमाल करने के लिए मेरी सरकार प्रयासरत है और इसका लाभ किसान, आपदा से बचने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में छिपे रहस्यों को जानने के लिए भी भारत आगे बढ़ रहा है और हम चंद्रयान-2 को भेजने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2022 तक हम गगनयान में मानव को भेजने के लिए भी प्रयासरत हैं। देश की सुरक्षा तैयारियों में मिशन गगन शक्ति के जरिए नया आयाम जुड़ा है। उन्होंने कहा कि स्पेस साइंस में भी काफी काम किया जा रहा है।

भारत के निर्माण में इन्फ्रास्ट्रक्चर की भूमिका अहम

राष्ट्रपति ने कहा कि समृद्ध भारत के निर्माण में इन्फ्रास्ट्रक्चर की भूमिका अहम है। वेस्ट मेटेरियल का इस्तेमाल भी सड़क निर्माण में किया जा रहा है और इससे रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेगे। गांव, पूर्वोत्तर और आदिवासी इलाकों में भी कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। भारत माला प्रजोक्ट के तहत 2022 तक 35 हजार किलोमीटर रोड बनने हैं। सागरमाला प्रोजेक्ट का काम भी तेजी से चल रहा है। उड़ान योजना से छोटे शहर भी हवाई यात्रा से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ऐसी परिवहन व्यवस्था पर काम कर रही है जिसमें गति और सुरक्षा के साथ पर्यावरण का भी बराबर ख्याल रखा जाए।

तीन तलाक और निकाह हलाला जैसी कुप्रथाओं का खत्म होना जरूरी

 

राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि भारत दुनिया के सबसे ज्यादा स्टार्टअप वाले देश में शामिल है। 2024 तक देश में 50 हजार स्टार्टअप का लक्ष्य। तीन तलाक और हलाल जैसी कुप्रथाओं का खत्म होना जरूरी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण सरकार की प्रथम प्राथमिकताओं में से एक है। सरकारी तंत्र से भ्रष्टाचार हटाना सरकार का संकल्प है। भगोड़ों को पास लाने के लिए 80 देशों से सीधा समझौता हुआ है।

भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस

राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। कर व्यवस्था को आसान बनाने के लिए जीएसटी को और सरकार बनाने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन के लिए MSME सेक्टर अहम भूमिका निभा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि सुशासन सुनिश्चित करने से भ्रष्टाचार कम होता है और मेरी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति की ओर व्यापक बनाएगी।

उन्होंने कहा कि ह्यमन इंटरफेस को कम करने के लिए तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा। कालेधन पर लगाम लगाने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। लोकपाल की नियुक्ति से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी. भगोड़ों को देश लाने के लिए प्रत्यर्पण संधि हुई हैं।

जल संकट को लेकर राष्ट्रपति ने कही ये बात

राष्ट्रपति ने जल संकट को 21वीं सदी की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि जलस्रोत सूख रहे हैं और यह संकट गहराता जा रहा है। देशवासी स्वच्छ भारत की तरह जल प्रबंधन को लेकर भी दिखाएं। सरकार ने नए जलशक्ति मंत्रालय का गठन किया है जिसके दूरगामी लाभ होंगे। मेरी सरकार सूखे की चपेट में हर क्षेत्र के बारे में सजग है। उन्होंने कहा कि पीने के पानी की दिक्कत कम करने के लिए काम किया जा रहा है और किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी मुहैया कराया जा रहा है।

2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की योजना

कृषि क्षेत्र की उत्पादकता बढ़ाने के लिए लगातार निवेश किया जा रहा है और 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की योजना है। उन्होंने कहा कि फसल बीमा, सॉइल हेल्थ कार्ड, नीम कोटेड यूरिया की योजनाएं लाई गई हैं।

सुरक्षित और समृद्ध भारत का निर्माण: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि देश के लोगों ने मूलभूत सुविधाओं के लिए भी लंबे समय तक इंतजार किया, लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं। देश के हर व्यक्ति को सशक्त करना मेरी सरकार का ध्येय है। हम अब मूलभूत आवश्यकताओं को पूरी करते हुए सरकार उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सशक्त, सुरक्षित और सर्वसमावेशी भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रही है। नए भारत की परिकल्पना सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास से प्रेरित है। राष्ट्रपति ने कहा कि साल 2022 में आजादी के 75वें साल में अब नए भारत के कई लक्ष्य हासिल कर चुके होंगे। नए भारत के पथ पर शहरी भारत और ग्रामीण भारत दोनों का विकास होगा। मेरी सरकार ने 21 दिन के कम समय में ही किसान, जवान, महिलाओं के लिए काम करना शुरू कर दिया है। 

राष्ट्रपति के संबोधन के बाद शुरू होगी दोनों सदनों की कार्यवाही

इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण को सदन के पटल पर रखा जाएगा। जिसपर सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्य परिचर्चा करेंगे। राष्ट्रपति के इस अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया जाएगा। इस सत्र में संसद में कई महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा हो सकती है जिसमें तीन तलाक पर मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में लाया गया बिल प्रमुख है। सरकार इस बिल को जल्द से जल्द पास कराना चाहती है। कार्यवाही के दौरान संसद में घमासान भी देखने को मिल सकता है।

17 जून से शुरू हुआ लोकसभा का पहला सत्र

बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में लोकसभा का पहला सत्र 17 जून को शुरू हुआ। जिसमें बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष के रूप में कोटा के सांसद ओम बिड़ला को निर्विरोध चुना गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने प्रस्ताव पेश किया और कई अन्य नेताओं ने इनका अनुमोदन किया। बाद में पूरे सदन ने ध्वनिमत से अपना समर्थन दिया और फिर कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने बिड़ला को स्पीकर घोषित किया। ओम बिड़ला राजस्थान के कोटा संसदीय क्षेत्र से लगातार दूसरी बार निर्वाचित हुए हैं।

जब पीएम मोदी ने की ओम बिड़ला की तारीफ

ओम बिड़ला की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम सबके लिए गर्व का विषय है कि स्पीकर पद पर आज हम ऐसे व्यक्ति का अनुमोदन कर रहे हैं, जिन्होंने छात्र राजनीति से ही जीवन का सर्वाधिक उत्तम समय, बिना किसी ब्रेक के समाज की किसी न किसी गतिविधि में व्यतीत किया है।

प्रोटेम स्पीकर की उपस्थिति में सांसदों को दिलाई गई शपथ

इससे पहले नए चुने हुए सांसदों को प्रोटेम स्पीकर की उपस्थिति में शपथ दिलाई गई। जिसमें 17वीं लोकसभा में चुने गए सभी सांसदों ने शपथ ली। वहीं, राज्यसभा का सत्र शुक्रवार से शुरू होने जा रहा है।

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