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राज्यसभा में सदस्य संख्या बढ़ाने का हरसंभव प्रयास कर रही भाजपा

राज्यसभा में भले ही इस समय कोई चुनाव नहीं हो रहे हैं, फिर भी भारतीय जनता पार्टी संसद के उच्च सदन में अपने...
राज्यसभा में सदस्य संख्या बढ़ाने का हरसंभव प्रयास कर रही भाजपा

राज्यसभा में भले ही इस समय कोई चुनाव नहीं हो रहे हैं, फिर भी भारतीय जनता पार्टी संसद के उच्च सदन में अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाने की जुगत में लगी हुई है। उसे इस काम में सफलता भी मिल रही है। दरअसल, पिछले कुछ हफ्तों से वह विपक्षी दलों के राज्यसभा सदस्यों को ओर अपने पाले में लाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है।

तेलुगु देशम के चार सदस्य भाजपा में

राज्यसभा में तेलुगु देशम पार्टी के छह सदस्यों में से चार सदस्यों ने भाजपा का दामन थाम लिया। समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश से उत्तर प्रदेश से सदस्य नीरज शेखर ने भगवा पार्टी में जाने के लिए अपनी पार्टी छोड़ दी और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर के इस्तीफे से भाजपा को राज्यसभा में फायदा मिलेगा। राज्य विधानसभा में भाजपा के पास भारी बहुमत होने के कारण राज्यसभा की इस खाली सीट पर जीत दर्ज करने में भी आसानी होगी। चर्चाएं हैं कि विपक्षी दलों के कुछ और राज्यसभा सदस्य भाजपा में जा सकते हैं।

सपा के कई नेता बदल सकते हैं पाला

नीरज शेखर ने बताया कि अगर संपर्क किया जाए तो कई सपा नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव से कई नेता नाराज हैं। ‍वह भी सपा में कई समस्याओं का सामना कर रहे थे। इस वजह से उन्होंने पार्टी बदलने का निश्चय किया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव ने भी यह संदेश दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है।

उम्मीद से पहले बहुमत पा लेगी राज्यसभा में

245 सदस्यों वाली राज्यसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 78 हो चुकी है। उम्मीद थी कि अगले साल के आखिर तक वह अपने स्तर पर बहुमत प्राप्त कर सकती है। लेकिन अब लगता है कि आधे से ज्यादा सदस्यों का आंकड़ा वह उससे पहले ही हासिल कर लेगी।

तटस्थ दलों का समर्थन चाहिए

भाजपा सूत्रों के अनुसार इस समय एनडीए विपक्षी दलों से उसी स्थिति में बेहतर साबित हो सकती है, अगर तटस्थ रुख अपनाए हुए दल जैसे बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और तेलंगाना राष्ट्रवादी समिति उसके साथ आ जाए। लेकिन अभी सत्तादारी गठबंधन से दूर है।

मुद्दा आधारित समर्थन की आस

भाजपा के कुछ सहयोगी जैसे जनता दल (युनाइटेड) तीन तलाक और नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर उसका साथ न दें क्योंकि ये दोनों मुद्दे भाजपा की विचारधारा से मेल खाते हैं। इसी वजह से भाजपा राज्यसभा में अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए जोरों से प्रयास कर रही है। प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेता ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद के अध्यक्ष नवीन पटनायक से समर्थन मांग चुके है। बीजद के राज्यसभा में तीन सदस्य हैं।

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