Advertisement

प्रधानमंत्री, मंत्रियों सहित नवनिर्वाचित सदस्यों ने ली लोकसभा सदस्यता की शपथ

17वीं लोकसभा का पहला सत्र आज (सोमवार) से शुरु हो गया है। ये सत्र 26 जुलाई तक चलेगा। पहले सत्र की शुरू होते...
प्रधानमंत्री, मंत्रियों सहित नवनिर्वाचित सदस्यों ने ली लोकसभा सदस्यता की शपथ

17वीं लोकसभा का पहला सत्र आज (सोमवार) से शुरु हो गया है। ये सत्र 26 जुलाई तक चलेगा। पहले सत्र की शुरू होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा सांसद पद की शपथ ली है। लोकसभा के बाकी सांसद भी सदन के सदस्य के तौर पर शपथ ले रहे हैं। पीएम मोदी के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस सांसद सुरेश कोडिकुन्नील समेत अन्य सांसद शपथ ली।

प्रधानमंत्री मोदी के बाद कांग्रेस के सदस्य के. सुरेश, बीजद के बी महताब और भाजपा के ब्रजभूषण शरण सिंह ने शपथ ली। सुरेश और सिंह ने हिंदी तथा महताब में उड़िया में शपथ ली। कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने पीठासीन अध्यक्षों के जिस पैनल की घोषणा की उसमें ये तीनों सदस्य- के सुरेश, ब्रजभूषण शरण सिंह एवं बी महताब शामिल हैं।

इन तीनों सदस्यों के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और स्मृति ईरानी सहित मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने भी शपथ ली। हर्षवर्धन, श्रीपद नाइक, अश्वनी कुमारी चौबे और प्रताप सारंगी ने संस्कृत भाषा में शपथ ली।

पश्चिम बंगाल कोटे से मंत्रियों बाबुल सुप्रियो और देबश्री चौधरी के नाम शपथ के लिए पुकारे जाने के बाद भाजपा सदस्यों ने ‘जयश्री राम’ के नारे लगाए। गौरतलब है कि पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘जयश्रीराम‘ के नारे लगाए थे जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई थी।

 

कांग्रेस सांसद और कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ले सांसद के तौर पर शपथ ग्रहण की।

 

राहुल गांधी ने ली शपथ

 

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा सांसद के तौर पर शपथ ग्रहण की। राहुल इस बार दो जगह से चुनाव लड़े थे जिनमें से उन्हें केरल की वायनाड सीट से जीत हासिल हुई है। हालांकि राहुल गांधी को अपनी परंपरागत सीट अमेठी से हाथ धोना पड़ा और बीजेपी की स्मृति ईरानी ने उन्हें शिकस्त दी है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 17वीं लोकसभा के सदस्य के तौर पर शपथ ली।

 

गृह मंत्री अमित शाह ने 17वीं लोकसभा के सदस्य के तौर पर ली शपथ।

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 17वीं लोकसभा के सदस्य के तौर पर ली शपथ।

 

कांग्रेस सांसद सुरेश कोडिकुन्नील ने लोकसभा के सदस्य के तौर पर शपथ ली।

 

पहली बार सांसद बने तेजस्वी सूर्या ने कही ये बात

बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'यह (संसद) महान संस्थान है, जिसने देश का भूत, वर्तमान और भविष्य बनाया है। मैं इसमें उन लोगों के आशीर्वाद के साथ कदम रखने जा रहा हूं, जिन्होंने मुझे चुना है।'

ये नेता नहीं आएंगे नजर 

इस सत्र में मोदी सरकार तीन तलाक पर रोक और जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) सहित 10 अध्यादेशों को कानून में बदलने की तैयारी में है। इन अध्यादेशों को सत्र शुरू होने के 45 दिनों के अंदर कानून में बदलना होगा, नहीं तो उनकी अवधि समाप्त हो जाएगी। सत्र के दौरान 5 जुलाई को पूर्ण बजट पेश किया जायेगा। वहीं भारतीय राजनीति के बड़े चेहरे रहे लालकृष्ण आडवाणी और एचडी देवेगौड़ा सहित 5 नेता इस बार नजर नहीं आएंगे।

सत्र के पहले दो दिनों आज और कल नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई जायेगी। बीरेंद्र कुमार को औपचारिक तौर पर लोकसभा प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद वीरेंद्र कुमार ने सोमवार सुबह प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें शपथ दिलाई। वीरेंद्र कुमार ही अब सभी नए लोकसभा सांसदों को शपथ दिलाएंगे। अगले दो दिनों में सभी 542 सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। आपको बता दें कि वीरेंद्र कुमार टीकमगढ़ से सांसद हैं। वीरेंद्र कुमार 1996 में पहली बार सांसद बने थे और मौजूदा समय में इस बार सातवीं बार लोकसभा सदस्य चुने गए हैं। उनकी वरिष्ठता को देखते हुए प्रोटेम स्पीकर बनाने का फैसला किया गया है।

19 जून को चुना जायेगा लोकसभा अध्यक्ष

लोकसभा अध्यक्ष को 19 जून को चुना जायेगा। राष्ट्रपति लोकसभा और राज्यसभा दोनों की संयुक्त बैठक को 20 जून को संबोधित करेंगे। आर्थिक सर्वेक्षण 4 जुलाई को पेश किया जायेगा और इसके अगले दिन बजट पेश किया जायेगा। सत्र की कुल 30 बैठकें होंगी. यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किया जायेगा।

नहीं दिखेंगे ये पांच बड़े नेता

इस बार संसद में कई बड़े दिग्गज गैरमौजूद रहेंगे। भाजपा ने जहां इस बार अपने 75+ फॉर्मूले के तहत कई वरिष्ठ नेताओं को टिकट नहीं दिया। इसमें लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी शामिल हैं। ये दोनों ही चेहरे इस बार नहीं दिखेंगे। साथ ही सुषमा स्वराज भी स्वास्थ्य कारणों के चलते चुनाव नहीं लड़ीं। विपक्षी दलों की बात करें तो कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और जेडीएस नेता एचडी देवेगौड़ा भी नदारद रहेंगे। इस बार दोनों ही दिग्गज अपने-अपने संसद क्षेत्रों में हार गए।

इन अध्यादेशों को कानून में बदलेगी मोदी सरकार?

तीन तलाक पर रोक संबंधी अध्यादेश के अलावा अन्य अध्यादेशों में भारतीय चिकित्सा परिषद (संशोधन) अध्यादेश, कंपनी (संशोधन) अध्यादेश, जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) अध्यादेश, आधार और अन्य कानून (संशोधन) अध्यादेश, नयी दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र अध्यादेश, विशेष आर्थिक क्षेत्र (संशोधन) अध्यादेश और केंद्रीय शैक्षिक संस्थान (शिक्षक संवर्ग में आरक्षण) अध्यादेश शामिल हैं, होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad