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एनएसए अजीत डोभाल के बेटे की कंपनी पर कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा- यह 'डी कंपनी'

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे विवेक डोभाल की कंपनी के कथित खुलासे पर कांग्रेस ने...
एनएसए अजीत डोभाल के बेटे की कंपनी पर कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा- यह 'डी कंपनी'

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे विवेक डोभाल की कंपनी के कथित खुलासे पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आशंका जताई है कि नोटबंदी और टैक्स हैवन के जरिए भारत में पैसा आने के बीच जरूर कोई संबध है जिसकी जांच की जानी चाहिए और इसके लिए अजीत डोभाल को सफाई देनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कंपनी को ‘डी-कंपनी’ करार दिया है।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'एक अंग्रेजी मैगजीन ने खुलासा किया था कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा के 13 दिन बाद यानी 21 नवंबर 2016 को अजीत डोभाल के बेटे विवेक डोभाल ने टैक्स हैवन केमैन आईलैंड में जीएनवाई एशिया फंड नाम की हेज फंड कंपनी का पंजीकरण कराया। केमैन आईलैंड टैक्स हैवन के रूप में जाना जाता है। विवेक डोभाल का यह व्यवसाय उनके भाई और शौर्य डोभाल के व्यवसाय से जुड़ा है। कंपनी के पंजीकरण के बाद केमैन आईलैंड से भारत में विदेशी निवेश के तौर पर सबसे अधिक पैसा आया।'

'एक साल में ही आ गई एफडीआई की बड़ी रकम' 

कांग्रेस नेता ने कहा, 'साल 2000  से 2017  तक 17 सालों में केमैन आईलैंड से 8300 करोड़ का एफडीआई आता है लेकिन अप्रैल 2017  से मार्च 2018 में केवल एक साल में केमैन आईलैंड से 8300 करोड़ रुपया आया यानी जो एफडीआई केमैन आईलैंड से 17 साल में आता है, करीब उतना पैसा एक साल में केमैन आईलैंड से आया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भारतीय रिजर्व बैंक से मांग की है कि वह इस बात का विवरण प्रकाशित करे कि एक साल में केमैन आईलैंड से जो पैसा आया वो कौन लेकर आया।'

'डोभाल के दोनों बेटे फंसे हैं जाल में'

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'सुरक्षा सलाहकार डोभाल मोदी सरकार के शासन की त्रिमूर्ति हैं। 2011 भारतीय जनता पार्टी ने काले धन, गुप्त बैंकों और टैक्स हैवन पर एक समिति का गठन किया था। जिसमें अजीत डोभाल ने एक रिपोर्ट लिखी थी कि टैक्स चोरी के अड्डों पर कार्रवाई होनी चाहिए। जीएनवाई एशिया के 2 निदेशक हैं, एक तो विवेक डोभाल और दूसरा डॉन डब्लू ईबैंक्स। ईबैंक्स का नाम पैराडाइज पेपर्स में सामने आ चुका है। अजीत डोभाल के दोनों बेटे जीएनवाई एशिया के जाल में फंसे हुए हैं और यह बिल्कुल डी-कंपनी की तरह है।'

'आत्मचिंतन कर अपनी ही रिपोर्ट को करें लागू'

जयराम रमेश ने कहा, 'जो पैसा 17 साल में आया उतना 12 महीने में आया और वो भी नोटबंदी और जीएनवाई एशिया फंड की स्थापना के बाद। नोटबंदी और टैक्स हैवन से पैसा आना, दोनों के बीच कुछ न कुछ ताल्लुकात है, इसकी जांच होनी चाहिए। हम मांग करते हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आत्मचिंतन करें और अपनी ही रिपोर्ट को निकालें और उसे लागू करें।'

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