पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) इस साल होने वाले चुनाव को लेकर अब अलग रणनीति बनाने में जट गई है। बुधवार को भाजपा को सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीतिक दल करार देते हुए वाम दल और कांग्रेस से इसके खिलाफ लड़ाई में सीएम ममता बनर्जी का साथ देने की अपील की है।
राज्य की 294 विधानसभा सीटों पर अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं। इसको लेकर पार्टी नेता और सांसद सौगत रॉय ने कहा, ‘‘यदि लेफ्ट और कांग्रेस वास्तव में भाजपा के खिलाफ हैं तो उन्हें भगवा दल की सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में ममता बनर्जी का साथ देना चाहिए।’’ आगे टीएमसी नेता सौगत रॉय ने कहा कि ममता बनर्जी ही ‘‘भाजपा के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष राजनीति का असली चेहरा’’ हैं। सौगत रॉय ने दावा कि केंद्र में बीजेपी सरकार द्वारा शुरू की गई एक भी योजनाएं सफल नहीं हुई है।
पश्चिम बंगाल में पशु-तस्करी को लेकर बढ़ते राजनीति को लेकर कहा कि इसको रोकने की जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा बलों की है। टीएमसी सांसद सौमित्र रॉय ने कहा, ‘‘बीएसएफ केंद्र सरकार के अधीन आती है। सीमा पार पशु-तस्करी को रोकना पुलिस की नहीं उनकी जिम्मेदारी है।’’ आगे उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘अलग-अलग जगह भोजन करने के बजाय उन्हें सीमा पर जाकर देखना चाहिए था कि बीएसएफ अपना काम ठीक से कर रही है या नहीं।’’
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
			 
                     
                    