Advertisement

शिवसेना ने विधायकों की खरीद-फरोख्त का लगाया आरोप, कहा- 'थैली' की भाषा बोल रहे कुछ लोग

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर तनातनी के बीच शिवसेना ने एक बार फिर परोक्ष रूप से भाजपा पर निशाना साधा...
शिवसेना ने विधायकों की खरीद-फरोख्त का लगाया आरोप, कहा- 'थैली' की भाषा बोल रहे कुछ लोग

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर तनातनी के बीच शिवसेना ने एक बार फिर परोक्ष रूप से भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना ने विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है। अपने मुखपत्र ‘सामना’ में सेना ने लिखा है कि कुछ लोग नए विधायकों से संपर्क कर 'थैली' की भाषा बोल रहे हैं और ऐसी शिकायतें बढ़ रही है।

सामना के संपादकीय में आगे लिखा है, 'निवर्तमान कई मंत्री चिंतित हैं। उन्हें भी अपनी सरकारी गाड़ी, घोड़ा, बंगला जाने की चिंता है लेकिन राज्य की जनता एक सुर में मांग कर रही है कि कुछ भी हो महाराष्ट्र में शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होना चाहिए।'

शिवसेना ने कहा है कि पिछली सत्ता का उपयोग अगली सत्ता के लिए ‘थैलियां’ बांटने में हो रहा है। लेकिन किसानों के हाथ कोई दमड़ी भी रखने को तैयार नहीं है। इसीलिए महाराष्ट्र के किसानों को शिवसेना की सत्ता चाहिए। सामना में लिखा गया है कि महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा धूमिल करके यहां पर कोई राज नहीं कर सकता। इसके लिए शिवसेना वहां तलवार लेकर खड़ी है।

क्या शिवसेना को है खरीद-फरोख्त का डर?

हालांकि शिवसेना विधायकों को रिजॉर्ट में शिफ्ट किए जाने की खबरों को संजय राउत ने खारिज कर दिया। राउत ने कहा, 'हमें ऐसा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। हमारे विधायक दृढ़ और पार्टी के प्रति समर्पित हैं। जो ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं उन्हें पहले अपने विधायकों की चिंता करनी चाहिए।'

तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं..

इससे पहले शिवसेना नेता ने मशहूर शायर दुष्यंत कुमार की एक कविता के जरिए बीजेपी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया। राउत ने लिखा, 'तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं कमाल है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं।'

शिवसेना विधायकों की राय जानेंगे उद्धव

राउत ने बताया कि पार्टी के सभी विधायक आज उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। बता दें कि शिवसेना के सभी 56 विधायकों के साथ पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे शिवसेना भवन में एक बैठक करने वाले हैं। इसमें पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया है। कहा जा रहा है कि उद्ध‌व कोई भी फैसला लेने से पहले एक बार विधायकों से उनकी राय पूछना चाहते हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad