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राहुल के बयान को लेकर बोली शिवसेना- सावरकर पर कोई समझौता नहीं

महाराष्ट्र में कांग्रेस की गठबंधन यहयोगी शिवसेना ने राहुल गांधी द्वारा कसे गए तंज ‘मेरा नाम राहुल...
राहुल के बयान को लेकर बोली शिवसेना- सावरकर पर कोई समझौता नहीं

महाराष्ट्र में कांग्रेस की गठबंधन यहयोगी शिवसेना ने राहुल गांधी द्वारा कसे गए तंज ‘मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है’ पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि हिंदुत्व विचारक के प्रति श्रद्धा को लेकर कोई “समझौता” नहीं किया जा सकता।

शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा, ‘‘वीर सावरकर न सिर्फ महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश के लिए आदर्श हैं। सावरकर का नाम राष्ट्र और स्वयं के बारे में गौरव को दर्शाता है। नेहरू और गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। ऐसे प्रत्येक आदर्श को पूज्यनीय मानना चाहिए। इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता।”

दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की ‘भारत बचाओ रैली’ में राहुल गांधी ने कहा था कि उनका नाम राहुल गांधी है, ‘राहुल सावरकर नहीं है’ और वह सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगेंगे। भाजपा ने गांधी से उनके “रेप इन इंडिया” बयान के लिए माफी मांगने की मांग की थी।

राउत ने कहा, “हम पंडित नेहरू, महात्मा गांधी में विश्वास करते हैं। आप वीर सावरकर का अपमान न करें।” कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार में शामिल है।

नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए दिया था बलिदान: राउत

राउत ने कहा है कि नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए बलिदान दिया था। उन्होंने कहा, 'वीर सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र के ही नहीं, देश के देवता हैं, सावरकर नाम में राष्ट्र अभिमान और स्वाभिमान है। नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश की आजादी के लिए जीवन समर्पित किया। इस देवता का सम्मान करना चाहिए। उसमें कोई भी समझौता नहीं होगा। जय हिंद।' राउत ने आगे ट्वीट किया, 'हम पंडित नेहरू, महात्मा गांधी इन्हें मानते हैं, आप भी वीर सावरकर का अपमान मत करो। जो समझदार होता है उसे ज्यादा बताने की जरूरत नहीं होती। जय हिंद।'

फडणवीस ने भी की निंदा

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा, 'कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान निंदनीय है। वह स्वतंत्रता वीर सावरकर के नाखून की भी बराबरी नहीं कर सकते और खुद को गांधी समझने की गलती वह न करें। केवल गांधी नाम हो जाने से कोई गांधी नहीं हो जाता। सावरकर ने मातृभूमि के लिए बलिदान दिया था। उन्होंने अपना सब कुछ अर्पण कर दिया। उनके लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल सभी देशभक्तों का अपमान है जिन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। राहुल को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।'

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