कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि पूरा देश अब जानता है कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलीभगत करके चुनावों को चुरा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उन्हें मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के जरिए मतदाताओं के नाम जोड़कर और हटाकर बिहार विधानसभा चुनावों को चुराने की उनकी साजिश में कामयाब नहीं होने देगी।
बिहार के 20 जिलों में अपनी 1,300 किलोमीटर लंबी 'मतदाता अधिकार यात्रा' के शुभारंभ अवसर पर यहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि 'वोट चोरी' का पर्दाफाश करने वाले उनके संवाददाता सम्मेलन के बाद उनसे हलफनामा देने को कहा गया था, लेकिन संवाददाता सम्मेलन में दावा करने वाले भाजपा नेताओं से ऐसी कोई मांग नहीं की गई।
गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘पूरे देश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव चुराए जा रहे हैं और उनकी आखिरी साजिश बिहार में चुनाव चुराने के लिए एसआईआर के माध्यम से मतदाताओं को हटाना और जोड़ना है।’’
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, "हम उन्हें बिहार में चुनाव चोरी नहीं करने देंगे। बिहार के लोग उन्हें चुनाव चोरी नहीं करने देंगे। गरीबों के पास केवल वोट की शक्ति है और वे उन्हें चुनाव चोरी नहीं करने देंगे।"
उन्होंने कहा कि अब पूरा देश जानता है कि चुनाव आयोग क्या कर रहा है और किस तरह से यह "चोरी" कर रहा है।
गांधी ने कहा कि कुछ दिन पहले हुई उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस ने उजागर कर दिया था कि कैसे "वोट चोरी" की जा रही है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह संविधान बचाने की लड़ाई है।
गांधी ने आरोप लगाया कि पूरे भारत में आरएसएस और भाजपा संविधान को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।
गांधी ने कहा, "हर चुनाव में भाजपा जीतती है। महाराष्ट्र में सभी जनमत सर्वेक्षणों में कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी जीतेगी। लोकसभा में हमारा गठबंधन जीता था, लेकिन चार महीने बाद उसी महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन ने चुनावों में भारी जीत हासिल की, क्योंकि एक करोड़ मतदाता जुड़े और जहां भी ऐसे मतदाता जुड़े, भाजपा जीती।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दिखा दिया है कि एक विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक वोट चुराए गए और भाजपा ने वह लोकसभा सीट जीत ली।
यहां यात्रा के शुभारंभ समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी, सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, सीपीआई (एम) की सुभाषिनी अली और सीपीआई के पी संदोश कुमार जैसे लोग शामिल हुए।
विधानसभा चुनाव में महज तीन महीने शेष हैं, ऐसे में गांधी ने राजद के तेजस्वी यादव और महागठबंधन के अन्य नेताओं के साथ सासाराम के बियाडा मैदान से 1300 किलोमीटर की यात्रा शुरू की और 16 दिनों के बाद यह यात्रा एक सितंबर को पटना में एक रैली के साथ संपन्न होगी।
शनिवार को एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में गांधी ने कहा था, "16 दिन, 20 से ज़्यादा ज़िले, 1,300 से ज़्यादा किलोमीटर। हम मतदाता अधिकार यात्रा के साथ जनता के बीच आ रहे हैं। यह सबसे बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकार - 'एक व्यक्ति, एक वोट' - की रक्षा की लड़ाई है।" उन्होंने आगे कहा, "संविधान बचाने के लिए बिहार में हमारे साथ आइए।"
पार्टी नेताओं ने बताया कि यह यात्रा हाइब्रिड मोड में होगी, जिसमें पैदल और वाहन दोनों शामिल होंगे, जैसा कि लोकसभा चुनाव से पहले गांधी की मणिपुर से मुंबई भारत जोड़ो न्याय यात्रा थी।
यात्रा औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, छपरा और आरा से होकर गुजरेगी।