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कांग्रेस का आरोप, मोदी सरकार 23 मई के बाद पेट्रोल के दाम बढ़ाने की बना रही है योजना

 कांग्रेस ने भारत पर ईरान से तेल की खरीद पर पाबंदी लगाने के अमेरिकी फैसले को मोदी सरकार की कूटनीतिक...
कांग्रेस का आरोप, मोदी सरकार 23 मई के बाद पेट्रोल के दाम बढ़ाने की बना रही है योजना

 कांग्रेस ने भारत पर ईरान से तेल की खरीद पर पाबंदी लगाने के अमेरिकी फैसले को मोदी सरकार की कूटनीतिक और आर्थिक नाकामी करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेल कंपनियों को 23  मई तक पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ाने का निर्देश दिया है ताकि वोट हासिल किए जा सकें।  बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान के तेल खरीदारों को मई से प्रतिबंधों से कोई छूट नहीं देने का फैसला किया है।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘'कच्चे तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं। छह महीने में रुपये सबसे ज्यादा लुढ़क कर जमीन पर आ गिरा है। यानी एक डॉलर की कीमत 69.61 पर पहुंच गई है। वहीं, अमेरिका ने ईरान से आयात होने वाले कच्चे तेल पर पाबंदी लगा दी है।'

'मूकदर्शक बने बैठे हैं मोदी'

उन्होंने ट्वीट किया, 'भारत ने 2018 में ईरान से 230 लाख टन कच्चा तेल खरीदा था। भारत के लिए ईरान से तेल आयात करना आसान है क्योंकि हमारा देश रुपये में भुगतान करता है, न कि डॉलर में।' उन्होंने कहा, ‘हमारे पास 60  दिन की कर्ज अवधि और जहाजरानी से आयात की मुफ्त सुविधा है। यह सब कांग्रेस ने किया था लेकिन देश की तेल निर्भरता और सुरक्षा पर मोदी सरकार और प्रधानमंत्री क्यों मूकदर्शक बने बैठे हैं?'

'छिपा रहे हैं दाम नहीं बढ़ाने की बात'

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'ईरान से कच्चा तेल निर्यात करने को लेकर भारत पर अमेरिका की पाबंदी, क्या भारत की संप्रभुता पर हमला नहीं है?'' सुरजेवाला ने कहा, ‘‘रोजाना अपनी बहादुरी की झूठी शेखी बघारने वाले मोदी जी अब चुप क्यों है? मोदी जी जनता को यह नहीं बता रहे कि उन्होंने जनता की आंख में धूल झोंकने और वोट बटोरने के लिए 23 मई तक तेल कंपनियों को पेट्रोल-डीजल की कीमतें नहीं बढ़ाने के लिए कहा गया है।'

'5-10 रुपये बढ़ सकते हैं दाम'

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, '23 मई की शाम को ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें 5 से 10 रुपये बढ़ाने की तैयारी है, पर जनता इस छलावे में नहीं आएगी।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ईरान के चाबहार बंदरगाह में अरबों डॉलर का निवेश करके निर्माण किया ताकि अफगानिस्तान और मध्य एशिया से सीधे तौर से जुड़ा जा सके और पाकिस्तान के रास्ते की जरूरत नहीं पड़े।

'पाबंदी से पहुंची भारत को चोट'

सुरजेवाला ने कहा कि अमरीकी पाबंदी का चाबहार बंदरगाह पर खराब असर होगा जिसके चलते राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता होगा। उन्होंने कहा, ‘ईरान पर पाबंदियों ने भारत के सामरिक समुद्री मार्ग पर चोट पहुंचाई है और मोदी जी मौन धारण किये हुए हैं। सीधे तौर पर यह मोदी सरकार की कूटनीतिक और आर्थिक नाकामी है। मोदी जी, झोला उठाइये और चले जाइये।'

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