Advertisement

कमलनाथ बने मध्यप्रदेश के सीएम, राजस्थान में सस्पेंस बरकरार

दिनभर चले माथापच्ची के बाद आखिरकार देर रात कमलनाथ को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया है।...
कमलनाथ बने मध्यप्रदेश के सीएम, राजस्थान में सस्पेंस बरकरार

दिनभर चले माथापच्ची के बाद आखिरकार देर रात कमलनाथ को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया है। वहीं राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए सस्पेंस बरकरार है। मध्यप्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री पद की रेस में थे। अब राजस्थान में मुख्मंमंत्री पद के ऐलान को लेकर सभी की नजरें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर टिकी हैं। राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।

 

राहुल गांधी से मुलाकात के बाद इन नेताओं ने कहा है कि जो फैसला राहुल लेंगे वह सबको मंजूर होगा। 

लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर पायलट और गहलोत समर्थकों के बीच जमकर नारेबाजी चल रही हैं इसे लेकर अब सचिन पायलट ने सभी कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि सभी कार्यकर्ताओं से शांति एवं अनुशासन बनाए रखने की अपील करता हूं। मुझे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर पूरा भरोसा है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी जो भी फैसला लेंगे हम उसका स्वागत करेंगे।

मध्य प्रदेश में भी रार

मध्य प्रदेश में भी सीएम पद को लेकर कमलनाथ और सिंधिया समर्थकों के बीच रार चल रही है। भोपाल में कांग्रेस दफ्तर के बाहर जमकर नारेबाजी हुई है। यहां पर कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने अपने-अपने नेता के समर्थन में नारेबाजी की है। जबकि कमलनाथ और सिंधिया भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि सीएम की रेस में कोई नहीं है। हमारे लिए पार्टी सबसे ऊपर है। उन्होंने कहा कि भोपाल में विधायकों के साथ बैठक के बाद सीएम तय होगा।

डिप्टी सीएम के फॉर्मूले पर भी विचार

उम्मीद जताई जा रही है कि देर रात मुख्यमंत्री के नाम का आधिकारिक तौर पर ऐलान किया जाएगा। वहीं, चर्चा है कि कांग्रेस डिप्टी सीएम के फॉर्मूले पर भी काम कर रही है।

राहुल  गांधी ने कहा, मुख्यमंत्रियों पर जल्द होगा फैसला

इससे पहले संसद भवन पहुंचे राहुल गांधी ने तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों पर कहा कि जल्द फैसला होगा। उन्होंने कहा, 'हम पार्टी के विभिन्न लोगों से बात कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं और विधायकों से राय ले रहे हैं। आपको जल्द ही मुख्यमंत्री का पता चल जाएगा।'

मध्यप्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेता बुधवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से सरकार बनाने का दावा करने वाली चिट्ठी लेकर मिलने पहुंचे थे, लेकिन पटेल ने कहा कि कांग्रेस जब तक सीएम के लिए अपना चेहरा नहीं चुनती, वो सरकार बनाने के लिए न्योता नहीं देंगी।

कार्यकर्ताओं से मांगी है राय

वहीं, बुधवार को मध्यप्रदेश के भोपाल में और राजस्थान के जयपुर में दिन भर चली मैराथन बैठकों के बाद भी मुख्यमंत्री का फैसला नहीं हो सका। देर शाम राहुल गांधी ने ऑडियो संदेश जारी कर कार्यकर्ताओं से उनकी राय पूछी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को ऑडियो संदेश भेजकर कहा कि उनकी राय गोपनीय रखी जाएगी।

एक लाइन का प्रस्ताव किया था पास

राजस्थान में पर्यवेक्षक के तौर पर केसी वेणुगोपाल, मध्य प्रदेश में एके एंटनी, छत्तीसगढ़ में मल्लिकार्जुन खड़गे गए थे। तीनों राज्यों के विधायक दल की बैठक में फैसला हुआ कि राहुल गांधी ही मुख्यमंत्री पद का ऐलान करेंगे। राज्य की विधायक दल में एक लाइन का प्रस्ताव भी पास किया गया था।

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीनों ही राज्यों में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। राजस्थान की 200 सीटों में से कांग्रेस को 99 मिलीं  जबकि भाजपा के हिस्से में 73 सीटें आईं। मध्य प्रदेश की 230 में से 114 कांग्रेस को मिली हैं। वहीं छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में 68 कांग्रेस के हिस्से में गई हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad