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मिशन 2019: उत्तर प्रदेश में बीजेपी का ब्राह्मण वोट बैंक पर दांव

उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण 10 प्रतिशत के करीब हैं, परन्तु परंपरागत कारणों से उनका सामाजिक एवं आर्थिक कद इससे बहुत ऊंचा है। वोटबैंक को साधने हेतु, पार्टी ने महेंद्र नाथ पाण्डेय को प्रदेश अध्यक्ष के पद पर आसीन किया है।
मिशन 2019: उत्तर प्रदेश में बीजेपी का ब्राह्मण वोट बैंक पर दांव

उत्तर प्रदेश के चंदौली से सांसद डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय का भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति, 2019 में होने वाले लोक सभा चुनाव से पहले पार्टी के ‘सोशल इंजीनियरिंग’ (social engineering) का परिणाम है। जहाँ प्रदेश के मुख्यमंत्री एक क्षत्रिय (योगी आदित्यनाथ) हैं, वहीं उप मुख्यमंत्री (केशव प्रसाद मौर्या) पिछड़ी जाती से सम्बंधित हैं। वह निर्वर्तमान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।

ऐसे में प्रदेश में ब्राह्मणों के वोटबैंक को साधने हेतु, पार्टी नें समाज के एक प्रतिष्टित नेता को इस अहम कुर्सी पर आसीन किया है। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण 10 प्रतिशत के करीब हैं, परन्तु परंपरागत कारणों से उनका सामाजिक एवं आर्थिक कद इससे बहुत ऊंचा है।

2007 के उप्र चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) नें अपने इसी प्रकार के सोशल इंजीनियरिंग से ब्राह्मण और दलित वोट बैंक का समागम करा और इसके दम पर सत्ता हासिल कर के पांच साल तक राज किया। अब, बीजेपी भी अपने इसी फार्मूले के तहत इस अहम वोट बैंक को अपने से खिसकने नहीं देना चाहती है। उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने के बाद बीजेपी को प्रदेश में नया अध्यक्ष घोषित करने की अहम चुनौती थी। प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को योगी मंत्रिमंडल में उप-मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश हो रही थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कैबिनेट विस्तार में मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले पाण्डेय एक साफ़ छवि के नेता माने जाते हैं। राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति चुनाव के बाद राजनीति के लिहाज से देश के सबसे महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में बीजेपी का सर्वोच्च पद भी अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से सम्बंधित व्यक्ति को प्रदान किया गया है।

गाजीपुर (सैदपुर) के पखनपुर गांव के मूल निवासी पाण्डेय का जन्म 15 अक्टूबर, 1957 को हुआ था। उन्होंने एमए एवं पीएचडी की डिग्री अर्जित की। पाण्डेय 1978 में बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के महामंत्री रहे और पहली बार 1991 में भाजपा के टिकट पर विधायक बने। प्रदेश में इन दिनों पूर्वी अंचल (पूर्वांचल) के नेताओं का वर्चस्व बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी खुद गोरखपुर से सांसद हैं, वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (फूलपुर) इलाहाबाद से हैं। पाण्डेय भी पूर्वांचल के चंदौली से सांसद हैं।

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