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एनकाउंटर पर मेनका, थरूर समेत कई नेताओं ने उठाए सवाल, येचुरी बोले- बदला कभी न्याय नहीं हो सकता

हैदराबाद में महिला डॉक्टर से गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के शुक्रवार को हुए एनकाउंटर को लेकर अलग-अलग...
एनकाउंटर पर मेनका, थरूर  समेत कई नेताओं ने उठाए सवाल, येचुरी बोले- बदला कभी न्याय नहीं हो सकता

हैदराबाद में महिला डॉक्टर से गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के शुक्रवार को हुए एनकाउंटर को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। एक तरफ लोग जहां हैदराबाद पुलिस की तारीफ कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने इस एनकाउंटर पर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि गैर-न्यायिक हत्याएं महिलाओं के प्रति हमारी चिंता का जवाब नहीं हो सकतीं। बीजेपी की सांसद मेनका गांधी का कहना है कि जो भी हुआ है, वह इस देश के लिए बहुत भयानक है। आप कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते।

सीपीएम के येचुरी बोले, बदला कभी न्याय नहीं हो सकता

वामपंथी दल सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि गैर-न्यायिक हत्याएं महिलाओं के प्रति हमारी चिंता का जवाब नहीं हो सकतीं। उन्होंने कहा कि बदला कभी न्याय नहीं हो सकता। इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप कांड के बाद लागू हुए कड़े कानून को हम सही से लागू क्यों नहीं कर पा रहे है।

मेनका बोलीं- कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते

बीजेपी की सांसद मेनका गांधी ने भी इस एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, 'जो भी हुआ है, वह इस देश के लिए बहुत भयानक है। आप लोगों को इसलिए नहीं मार सकते क्योंकि आप ऐसा चाहते हैं। आप कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते। उन्हें किसी भी तरह से कानून के जरिए ही सजा दी जानी चाहिए थी।'

गैर-न्यायिक हत्याओं को सही नहीं ठहराया जा सकताः थरूर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, 'न्यायिक व्यवस्था से परे इस तरह के एनकाउंटर स्वीकार नहीं किए जा सकते।' एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'यदि क्रिमिनल्स के पास हथियार थे तो पुलिस अपनी कार्रवाई को सही ठहरा सकती है। जब तक पूरी सच्चाई सामने न आए तब तक हमें निंदा नहीं करनी चाहिए। लेकिन कानून से चलने वाले समाज में इस तरह गैर-न्यायिक हत्याओं को सही नहीं ठहराया जा सकता।' एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हर मुठभेड़ की जांच की जानी चाहिए।

महिला आयोग की अध्यक्ष बोलीं- कानूनी प्रक्रिया बेहतर होती

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, 'एक आम नागरिक के तौर पर मैं खुश हूं कि उनका वह अंत हुआ है, जैसा हम लोग चाहते थे। लेकिन, ऐसा न्याय कानूनी सिस्टम के तहत होना चाहिए था। यह सही प्रक्रिया के तहत होना चाहिए था।' उन्होंने कहा कि हम हमेशा से उनके लिए मौत की सजा मांग रहे थे और यहां पुलिस सबसे अच्छी जज साबित हुई। मैं नहीं जानती कि आखिर किन परिस्थितियों में यह एनकाउंटर हुआ।

केजरीवाल बोले- क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम से उठा भरोसा

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एनकाउंटर को लेकर लोग खुशी जाहिर कर रहे हैं। हालांकि यह भी चिंता का विषय है कि किस तरह लोगों का न्यायिक प्रणाली से भरोसा उठ गया है। निर्भया केस पर उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि उन्हें 7 साल हो गए हैं। हमने एक दिन में ही दया याचिका को खारिज कर दिया था। अब मैं राष्ट्रपति जी से अपील करता हूं कि वह भी जल्दी ही इस पर फैसला लें ताकि दोषियों को फांसी के फंदे पर पहुंचाया जा सके।

ये है पूरा मामला

तेलंगाना के साइबराबाद में 27 और 28 नवंबर की दरमियानी रात को चार लोगों ने एक महिला पशु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद उसकी हत्या कर उसके शव को जला दिया। पुलिस का कहना है कि शुक्रवार को जब चारों आरोपियों को नेशनल हाईवे-44 के नजदीक स्थित घटनास्थल पर क्राइम सीन को रीकंस्ट्रक्ट करने के लिए लेकर गई तो उन्होंने भागने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस से हुई मुठभेड़ में चारों आरोपी मारे गए।

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