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रविशंकर प्रसाद पर कांग्रेस का पलटवार, रिलायंस के वकील रह चुके हैं कानून मंत्री

राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद से भाजपा और कांग्रेस के...
रविशंकर प्रसाद पर कांग्रेस का पलटवार, रिलायंस के वकील रह चुके हैं कानून मंत्री

राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद से भाजपा और कांग्रेस के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन पर निशाना साधा। इसके बाद फिर से कांग्रेस की तरफ से रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मोदी सरकार पर कई आरोप लगाए।

सुरजेवाला ने कहा, 'राफेल को लेकर राहुल गांधी के सवालों पर पीएम मोदी तो चुप हैं, लेकिन रक्षा मंत्रालय और कानून मंत्री बयान दे रहे हैं। कानून मंत्री गैर कानूनी बात कर रहे हैं। वो अहंकार में डूबे हुए हैं। वह रिलायंस के वकील रह चुके हैं। इस मामले में रक्षामंत्री भी सामने नहीं आ रही हैं।' इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और रविशंकर प्रसाद को राफेल डील के दस्तावेज सार्वजनिक करने की चुनौती दी।

कांग्रेस नेता ने कहा, 'हमारा फ्रांस के साथ कोई सीक्रेट समझौता नहीं हुआ था। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण झूठ बोल रहे हैं। बीजेपी झूठी कमियां गिनाना बंद कर दे।'

उन्होंने कहा, 'कानून मंत्री और रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 30 हजार करोड़ रुपये का ठेका अनिल अंबानी की कंपनी को दिलाने में भारत सरकार का कोई रोल नहीं था। हालांकि हकीकत यह है कि प्रधान सेवक देश की सेवा नहीं कर रहे थे, बल्कि अंबानी की सेवा कर रहे थे। राफेल डील का समझौता करने वाले फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति ओलांद ने साफ तौर पर कहा कि 36 राफेल खरीदने की शर्त यह था कि 30 हजार करोड़ का ठेका एचएएल से छीनकर रिलायंस समूह को दिया जाएगा।'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'यह भी सच है कि राफेल डील फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद और हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुआ था। इस डील पर जब ओलांद का बयान सामने आया, तो फ्रांस की सरकार, भारत सरकार और पीएम मोदी में से किसी ने इसको गलत ठहराया. इससे साफ है कि ओलांद की बात सच है। उनके बयान को कोई चुनौती नहीं दे पाया। यहां तक कानून मंत्री भी उनके बयान को नहीं काट पाए।'

राहुल गांधी पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं: रविशंकर प्रसाद

इससे पहले भाजपा की ओर से प्रेस वार्ता करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर शर्मनाक आरोप लगाए। साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में भ्रष्टाचार बिल्कुल बंद है, इसीलिए राहुल को तकलीफ हो रही होगी। प्रसाद ने कहा कि राहुल का पूरा परिवार घोटालों में घिरा रहा है और यह परिवार भ्रष्टाचार की जननी है।

राहुल गांधी द्वारा ‘चोर’ शब्द के इस्तेमाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘आजाद भारत में आज तक किसी ने पीएम के लिए ऐसे शब्द इस्तेमाल नहीं किए हैं। हम राहुल गांधी से और कुछ उम्मीद भी नहीं रख सकते। बिना किसी गुण और काबिलियत के, सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार के कारण वह हैं।‘

प्रसाद ने कहा, 'एक ऐसा व्यक्ति जो भ्रष्टाचार, जमीन और शेयर की लूट में अपनी माता के साथ नेशनल हेराल्ड केस पर बेल पर बाहर हो, एक ऐसा व्यक्ति जो अपने बहनोई के द्वारा जमीन लूटने पर खामोश रहे और एक जिसके पूरे परिवार ने बोफोर्स में घूस ली हो उससे देश कोई अपेक्षा नहीं कर सकता। मैं राहुल गांधी एंड कंपनी की दिक्कत समझ सकता हूं क्योंकि मोदी सरकार में बिचौलिये खत्म हो गए हैं। यही लोग उन्हें संरक्षण देते थे।‘

उन्होंने कहा, ‘देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना बंद करें। आपने ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत भी मांगे थे। वो ये कहते हैं बता दो इसका दाम कितना है, ताकि दुश्मन चौकन्ने हो जाएं। राहुल गांधी जी पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं। पूरी जिम्मेदारी के साथ यह मेरा आरोप है। राहुल गांधी दुश्मनों के हाथों में खेल रहे हैं।‘

देश का चौकीदार चोर है: राहुल गांधी

राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया। शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के लोगों के मन में यह बात बैठ गई है कि देश का चौकीदार (प्रधानमंत्री) चोर है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री स्पष्ट करें कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांक्वा ओलांद सही कह रहे हैं या गलत। हमें पूरा भरोसा है कि पीएम मोदी भ्रष्ट हैं।”

राहुल गांधी ने कहा,“फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे पास कोई च्वाइस नहीं थी। हमें एक विकल्प दिया गया था। इसका मतलब है कि वे कह रहे हैं कि भारत के प्रधानमंत्री चोर हैं। पहली बार कोई पूर्व राष्ट्रपति हमारे प्रधानमंत्री को चोर कह रहा है। यह गरिमा पर चोट है। मैं चकित हूं कि पीएम ने इस पर एक भी शब्द भी नहीं कहा। पीएम को देश को बताना चाहिए कि यह सच है या नहीं। ओलांद के बयान से साफ है कि पीएम मोदी राफेल पर झूठ बोल रहे हैं। मोदी ने 30,000 करोड़ की डील अनिल अंबानी की कंपनी को दे दी। अगर ऐसा नहीं है तो पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए।”

राहुल गांधी ने कहा कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण कहती हैं कि मैं पूरे देश को राफेल का दाम बता दूंगी, फिर कहती हैं कि यह गुप्त है। मैंने संसद में कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति से मेरी बात हुई और उन्होंने कहा कि भारत सरकार कीमत बता सकती है। लेकिन, रक्षा मंत्री ने संसद में झूठ बोला। यह साफ है कि प्रधानमंत्री मोदी को बचाने के लिए देश की रक्षा मंत्री झूठ बोल रही हैं। मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह मामला सेना से जुड़ा है, भ्रष्टाचार से जुड़ा है, फिर भी प्रधानमंत्री चुप हैं।

उन्होंने कहा, “अनिल अंबानी ने 12 दिन पहले कंपनी बनाई। एचएएल से कांट्रेक्ट छीना। रक्षामंत्री कहती हैं कि एचएएल यह नहीं कर सकता है, जबकि एचएएल ने कहा कि वे विमान बना सकते हैं। सब झूठ बोल रहे हैं।” मोदी सरकार पर देश के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने बंद कमरे में राफेल सौदे को लेकर बातचीत की और इसे बदलवाया। फ्रांक्वा ओलांद का धन्यवाद कि अब हमें पता चला कि उन्होंने (मोदी) दिवालिया अनिल अंबानी को अरबों डॉलर का सौदा दिलवाया।” गौरतलब है कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे। उन्हीं के साथ राफेल विमान का करार हुआ था।'

क्या कहा था ओलांद ने

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद ने कहा था कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम भारत सरकार ने सुझाया था। उनके पास और कोई विकल्प नहीं था। फ्रेंच मीडिया को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही डसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की। इस बयान के बाद से ही भारत में सियासी घमासान मचा हुआ है।

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