प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में अवैध प्रवासियों की बढ़ती आबादी चिंता का विषय है और इस खतरे से निपटने के लिए उन्होंने एक जनसांख्यिकी मिशन का प्रस्ताव रखा है, जो जल्द ही अपना काम शुरू कर देगा।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस और राजद अपनी तुष्टिकरण की नीतियों के तहत बिहार के लोगों के अधिकार छीनकर अवैध प्रवासियों को देना चाहते हैं ताकि उनका वोट बैंक बढ़े।
गयाजी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि ‘‘डबल इंजन’’ एनडीए सरकार अवैध प्रवासियों को भारतीयों के लिए उपलब्ध अवसरों को छीनने नहीं देगी तथा देश का भविष्य तय करने देगी।
स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "लाल किले से मैंने घुसपैठियों के ख़तरे की बात की थी। बिहार भी इस ख़तरे का सामना कर रहा है। देश में घुसपैठियों की बढ़ती आबादी चिंता का विषय है। बिहार के सीमावर्ती इलाक़ों में जनसांख्यिकी तेज़ी से बदल रही है।"
उन्होंने कहा, "एनडीए सरकार ने तय किया है कि अवैध घुसपैठियों को हमारे देश का भविष्य तय नहीं करने दिया जाएगा। हम बिहार के लोगों के लिए बनी नौकरियाँ इन घुसपैठियों को नहीं छीनने देंगे। हम इन घुसपैठियों को भारतीयों के अधिकारों को लूटने नहीं देंगे।"
हाल ही में शुरू किए गए 'हाई-पावर डेमोग्राफी मिशन' का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह मिशन शीघ्र ही शुरू होगा और सरकार देश से "प्रत्येक अवैध अप्रवासी को बाहर निकाल देगी"।
उन्होंने विपक्षी कांग्रेस और राजद पर भी निशाना साधा और उन पर सिर्फ अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए प्रवासियों का "तुष्टीकरण" करने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इस खतरे से निपटने के लिए मैंने एक जनसांख्यिकीय मिशन शुरू करने का प्रस्ताव रखा है। यह मिशन शीघ्र ही अपना काम शुरू कर देगा। हम हर प्रवासी को बाहर निकाल देंगे। बिहार के लोगों को देश में इन प्रवासियों के समर्थकों से सावधान रहने की जरूरत है। कांग्रेस और राजद बिहार के लोगों के अधिकार छीनकर उन्हें तुष्टीकरण और अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए इन प्रवासियों को देना चाहते हैं।"
79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 'उच्च शक्ति जनसांख्यिकी मिशन' शुरू करने की घोषणा की, जिसमें सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसांख्यिकीय परिवर्तन पर चिंता व्यक्त की गई और कहा गया कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने घुसपैठियों द्वारा भारतीय युवाओं की आजीविका को प्रभावित करने, बहनों और बेटियों को निशाना बनाने तथा भूमि हड़पने के लिए आदिवासी समुदायों को गुमराह करने के खिलाफ चेतावनी दी।
प्रधानमंत्री ने देश की जनसांख्यिकी को बदलने की साजिश के बारे में देश को आगाह करते हुए कहा, "मैं देश को एक चिंता, एक चुनौती के बारे में आगाह करना चाहता हूं। एक सोची-समझी साजिश के तहत देश की जनसांख्यिकी को बदला जा रहा है, एक नए संकट के बीज बोए जा रहे हैं। घुसपैठिए मेरे देश के युवाओं की आजीविका छीन रहे हैं। घुसपैठिए मेरे देश की बहनों और बेटियों को निशाना बना रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये घुसपैठिए भोले-भाले आदिवासियों को गुमराह करके उनकी जमीन पर कब्जा कर लेते हैं। देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।"
उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में बदलाव एक राष्ट्रीय खतरा है और कहा, "जब सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसांख्यिकीय परिवर्तन होता है, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है। कोई भी देश इसे घुसपैठियों को नहीं सौंप सकता। इसलिए, मैं कहना चाहूंगा कि हमने एक 'उच्च-शक्ति जनसांख्यिकी मिशन' शुरू करने का फैसला किया है।"
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमले के बाद राज्य की अपनी पहली यात्रा को याद किया और कहा, "बिहार चाणक्य और चंद्रगुप्त मौर्य की भूमि है। बिहार हर समय देश की रीढ़ की हड्डी के रूप में खड़ा रहा है। इस पवित्र भूमि पर लिया गया प्रत्येक संकल्प देश की शक्ति है और व्यर्थ नहीं जाता। जब पहलगाम आतंकी हमला हुआ, तो मैंने इस धरती से आतंकवादियों को धूल में मिलाने की कसम खाई थी। दुनिया ने उस संकल्प को पूरा होते देखा है।"
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान हम पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला कर रहा था, लेकिन भारत पाकिस्तान की मिसाइलों को टहनियों की तरह हवा में बिखेर रहा था। पाकिस्तान की एक भी मिसाइल हमें कोई नुकसान नहीं पहुँचा सकी। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की रक्षा नीति की एक नई रेखा खींच दी है, जिससे यह कड़ा संदेश गया है कि कोई भी विरोधी बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवादी चाहे पाताल में भी छिपे हों, भारत की मिसाइलें उन्हें खोजकर खत्म कर देंगी।"
बिहार में 13000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार विकास के लिए लगातार काम कर रही है।
उन्होने कहा, "गयाजी के विकास के लिए डबल इंजन की सरकार निरंतर काम कर रही है। एक ही दिन में गयाजी की पावन धरती पर 13,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया गया। इनमें ऊर्जा, विकास और स्वास्थ्य से जुड़ी कई बड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। इससे बिहार के उद्योगों को बल मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। मैं इसके लिए बिहारवासियों को बधाई देता हूं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज बिहार में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक अस्पताल और अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया गया है। अब बिहार के लोगों को कैंसर के इलाज के लिए एक और सुविधा मिल गई है। मुझे सबसे ज़्यादा खुशी गरीबों के जीवन से मुश्किलें दूर करने और महिलाओं का जीवन आसान बनाने में मिलती है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे बताया कि पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को दिए गए घरों में बिजली, पानी और गैस कनेक्शन की सुविधाएं प्रदान की गई हैं। उन्होंने पीएमएवाई-ग्रामीण के तहत 12,000 ग्रामीण लाभार्थियों और पीएमएवाई-शहरी के तहत 4,260 लाभार्थियों के गृह प्रवेश समारोह के हिस्से के रूप में कुछ लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से चाबियां सौंपीं।
उन्होंने कहा, "मेरा एक बड़ा संकल्प है, जब तक हर जरूरतमंद को पक्का घर नहीं मिल जाता, मोदी जी नहीं बैठेंगे। इसी सोच के साथ पिछले 11 वर्षों में 4 करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर बनाकर दिए गए हैं। अकेले बिहार में 38 लाख से अधिक घर बनाए गए हैं और गया में 2 लाख से अधिक परिवारों को अपने पक्के घर मिले हैं। इन घरों के साथ-साथ गरीबों को उनका आत्मसम्मान भी मिला है। इन घरों में बिजली, पानी और गैस कनेक्शन की सुविधा प्रदान की गई है।"
प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री आवास योजना तब तक लागू रहेगी जब तक हर गरीब को अपना घर नहीं मिल जाता।
प्रधानमंत्री ने कहा, "आज इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए बिहार के मगध शहर के 16,000 से अधिक परिवारों को उनके अपने पक्के घर दिए गए हैं, यानी इस बार इन परिवारों में दिवाली और छठ पूजा का आनंद और भी अधिक होगा। मैं सभी लाभार्थी परिवारों को बधाई देता हूँ। मैं विश्वास दिलाता हूँ कि जो लोग पीएम आवास योजना के लाभ से वंचित रह गए हैं, उनके लिए पीएम आवास का कार्यान्वयन तब तक जारी रहेगा जब तक हर गरीब को अपना पक्का घर न मिल जाए।"
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के गया में लगभग 13,000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।