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अब सोशल मीडिया हब के नाम पर सरकार निजता पर हमला करने जा रही हैः कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा है कि सरकार लगातार लोगों की निजता पर हमला कर रही है। अब सोशल मीडिया का हब बनाने के नाम पर...
अब सोशल मीडिया हब के नाम पर सरकार निजता पर हमला करने जा रही हैः कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा है कि सरकार लगातार लोगों की निजता पर हमला कर रही है। अब सोशल मीडिया का हब बनाने के नाम पर टेंडर निकाला गया है। इस काम के लिए के लिये 42 करोड़ का ठेका दिया जा रहा है यानी जनता के पैसे से जनता की निजता पर प्रहार होने वाला है।

शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से सोशल मीडिया हब के लिए जो टेंडर निकाला है उसमें एक साफ्यवेयर मांगा गया है जो सोशल मीडिया प्लेटफार्म को सुन पाए और समझ पाएं। इससे सोशल  मीडिया को मानीटर किया जा सकेगा। सरकार ने इसमें ऐसा कौन सा प्रावधान रखा है कि निजता का उल्लंघन न हो? क्या सरकार ने अनुच्छेद 19, 21, आईटी एक्ट के प्रावधानों का ध्यान किया है? आंकड़ों को यदि इस प्रकार से सामूहिक तौर पर समेटा जायेगा तो इसमें निजता कहां रहेगी। ये बेहद चिंताजनक विषय है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि क्यों ये सोशल मीडिया कम्यूनिकेशन हब के नाम से टेंडर निकाला है?  टेंडर जारी करने से पहले आम जनता से किसी रूप में विचार-विमर्श क्यों नहीं किया गया? इसमें डेटा डीक्रिप्ट नहीं हो सकता जैसा है वैसा ही रहेगा ये सरल शब्दों में क्यों नहीं है। इस सरकार की प्रमाणित नीति देखी गयी है कि किसी भी तरह आपके घर में घुस जाएं, आपके दिमाग में घुस जाएं। इससे पहले सरकार के निजता पर हमले के कई उदाहरण हैं। इसमें नमो एप और आधार डाटा लीक इसके सबूत हैं। पिछले चार सालों में मोदी सरकार निजता पर ही हमला करती रही है।

किसानों के वादों पर नहीं हुआ अमल

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही है। किसान अपनी फसल फेंकने को मजबूर हो रहे हैं, ये तब शुरु हुआ जब भाजपा अपने चुनाव घोषणा पत्र के पेज नंबर 44 के वादों को भूल चुकी थी।  जो सरकार पूरी तरह से सहानुभूति शब्द का अर्थ भूल गयी है और क्रूरता से कृषकों पर एक के बाद एक प्रहार कर रही है, वो सरकार अब 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कह रही है।

कहां गई गैस सब्सिडी

उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय गैस सिलेंडर पर मिलने वाली 450 रुपये की सब्सिडी कहां गयी? पिछले 3 साल में मोदी सरकार ने सब्सिडी वाले सिलेंडर पर करीब 81 रुपये की बढ़ोत्तरी की है। हर महीने लगभग 20 करोड़ ग्राहक गैस सिलेंडर खरीदते हैं। आज सब्सिडी वाले सिलेंडर का दाम 2.34 रुपया और गैर-सब्सिडी वाले सिलेंडर का दाम 48 रुपये बढ़ाया गया है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छूने के बाद पहले 1 पैसे और आज 6 पैसे की रियायत दी गयी है।

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