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EU सांसदों के दौरे पर प्रियंका गांधी का सवाल, 'इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर' की पीएमओ में कैसे बनी पहुंच

यूरोपीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के जम्मू-कश्मीर दौरे को लेकर बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका...
EU सांसदों के दौरे पर प्रियंका गांधी का सवाल, 'इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर' की पीएमओ में कैसे बनी पहुंच

यूरोपीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के जम्मू-कश्मीर दौरे को लेकर बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 'इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर' मादी शर्मा की पीएम ऑफिस में पहुंच कैसे बनी? जबकि किसानों-बेरोजगार युवाओं के लिए ये सुविधा नहीं है कि वे पीएम से मुलाकात कर सके और अपनी समस्याएं उन्हें बता सकें।

प्रियंका ने कहा, 'मादी शर्मा जैसे इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर बड़ी शान से लिख सकती हैं, भारत आइए, हम आपका खर्चा भी उठाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय में हमारी पहुंच है, हम आपको प्रधानमंत्री से भी मिलवाएंगे।'  इन बिजनेस ब्रोकर की पीएम ऑफिस में पहुंच बनी कैसे?

'कहीं सरकार के समर्थन के लिए न बुला जाए'

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी ट्वीट किया, "कौन जानता है? यूरोपीय सांसदों को संसद के अगले सत्र में भाग लेने और सरकार के समर्थन में बोलने के लिए आमंत्रित किया जा सकता है।" आईएनएक्स मीडिया मामले में तिहाड़ जेल में बंद पूर्व वित्त मंत्री ने अपने परिवार को अपनी ओर से यह ट्वीट करने को कहा था। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्विटर पर पूछा कि अगर घाटी में सब कुछ सामान्य था, तो सुरक्षा काफिला, बुलेट-प्रूफ वाहन, सुनसान सड़कें क्यों थीं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यापार से जुड़ा सदस्य, मुख्यधारा का राजनीतिज्ञ, नागरिक समाज का प्रमुख सदस्य यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल से नहीं मिला।

 

'विदेश मंत्रालय को किया दरकिनार'

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'मादी शर्मा किस हैसियत से यूरोपियन यूनियन के सांसदों की निजी यात्रा के लिए प्रधानमंत्री की अपॉइंटमेंट तय कर रही हैं? भारत सरकार इनका स्वागत क्यों कर रही है? इस यात्रा का पैसा कहां से आ रहा है? विदेश मंत्रालय को क्यों दरकिनार किया गया?' कांग्रेस ने मांग की है कि प्रधानमंत्री मोदी देश की संसद का अपमान करने वाले और देश की संप्रभुता एवं सुरक्षा को चुनौती देने वाले इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें।

विदेशी सांसदों के कश्मीर दौरे को लेकर विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने  पीएम से सवाल किया कि  जब भारतीय सांसदों को कश्मीर नहीं जाने दिया जा रहा है तो विदेशी को जाने की अनुमति क्यों दी गई?

23 यूरोपीय सांसदों ने किया दौरा

23 यूरोपीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर का दो दिवसीय दौरा किया। इन सांसदों ने बुधवार को कहा कि अनुच्छेद 370 भारत का आंतरिक मामला है और वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वह देश के साथ खड़े हैं।

कौन हैं मादी शर्मा

डब्ल्यूईएसटीटी नाम की एनजीओ को यूनाइटेड किंगडम स्थित उद्यमी मादी उर्फ मधु शर्मा नाम की महिला चलाती है। ये संस्था महिलाओं के आर्थिक, पर्यावरण और सामाजिक विकास के लिए काम करती है। राजनीतिक स्तर पर ये संस्था अहम मुद्दों पर जागरूकता अभियान चलाती हैं, लेकिन इससे कोई व्यावसायिक फायदा नही उठाती है।

मादी शर्मा मादी ग्रुप की हेड हैं। मादी ग्रुप के बारे में कहा जा रहा है कि यह कई अंतरराष्ट्रीय प्राइवेट सेक्टर और एनजीओ का एक नेटवर्क है। वहीं, मादी शर्मा के ट्विटर हैंडल पर मिली जानकारी के मुताबिक वो खुद को सोशल कैपिटलिस्ट: इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर, एजुकेशनल एंटरप्रेंयूर एंड स्पीकर बताती हैं।

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