Advertisement

व्यवसायों को बढ़ावा देने में सरकार की मुद्रा ऋण योजना 'व्यावहारिक रूप से बेकार': चिदंबरम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गुरुवार को केंद्र की मुद्रा लोन योजना की आलोचना करते हुए कहा कि...
व्यवसायों को बढ़ावा देने में सरकार की मुद्रा ऋण योजना 'व्यावहारिक रूप से बेकार': चिदंबरम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गुरुवार को केंद्र की मुद्रा लोन योजना की आलोचना करते हुए कहा कि यह व्यवसायों को बढ़ावा देने में “व्यावहारिक रूप से बेकार” है।

पूर्व वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं है कि मुद्रा लोन योजना के तहत गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) अनुपात सबसे अधिक है।

चिदंबरम ने ट्विटर कर कहा, "मैंने लंबे समय से कहा है कि मुद्रा लोन योजना व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए व्यावहारिक रूप से बेकार है।" उन्होंने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक को गर्व है कि तमिलनाडु-पुडुचेरी क्षेत्र में, बैंक ने 2021-22 में 26,750 मुद्रा लाभार्थियों को 1000 करोड़ रुपये वितरित किए।

उन्होंने पूछा, 3.73 लाख रुपये से कौन सा नया व्यवसाय शुरू किया जा सकता है और 3.73 लाख रुपये से कितने रोजगार सृजित किए जा सकते हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) 8 अप्रैल, 2015 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गैर-कॉर्पोरेट को 10 लाख तक ऋण प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक योजना है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad