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राहुल गांधी की न्यूनतम आय योजना पर जेटली का वार, कहा- गरीबी हटाने के नाम पर छल

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को राहुल गांधी के गरीबों को न्यूनतम आय देने के ऐलान पर तंज...
राहुल गांधी की न्यूनतम आय योजना पर जेटली का वार, कहा- गरीबी हटाने के नाम पर छल

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को राहुल गांधी के गरीबों को न्यूनतम आय देने के ऐलान पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को गरीबी में डाला। इंदिरा गांधी ने चुनाव तो गरीबी हटाओ के नाम पर जीता था। लेकिन, उनके कार्यकाल में केवल गरीबी का वितरण हुआ। आपको कोई भी ऐसा काम नहीं याद होगा, जिसमें गरीबों को ऊपर लाने पर काम हो। जेटली ने कहा, कांग्रेस का नारा है- किसान को नारे दो, उसे साधन मत दो।

केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी ने इशारा किया देश के न्यूनतम बीस प्रतिशत लोगों को आमदनी प्रतिशत के रूप में देगी और कहा कि जिनकी आमदनी 12,000 रुपए से नीचे हैं उनका बकाया हम पूरा करेंगे। कांग्रेस गरीबी हटाने के नाम पर छल कपट करती रही है।

गरीबी हटाने के नाम पर छल

अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस गरीबी हटाने के नाम पर चुनाव जीतती है लेकिन गरीबी वितरित करने का रेकॉर्ड रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का एक इतिहास रहा है। गरीबी और गरीबी हटाने के नाम पर व्यवसाय करने का रहा है। उनका इतिहास गरीबी हटाने के नाम नहीं रहा है। गरीबी हटाने के साधन पर भी उनका ध्यान नहीं रहा है। योजनाओं के नाम पर छल कपट रहा है।

इंदिरा जी के समय गरीबी का वितरण हुआ

उन्होंने कहा कि पंडित जी के जमाने में विकास दर 3.50 फीसदी थी। जो उनका आर्थिक मॉडल था जिसे विश्व हिंदू रेट ऑफ ग्रोथ बोलकर मखौल उड़ाता था। इंदिरा जी ने 1971 में चुनाव जीती थीं। गरीबी हटाना उनका मुख्य नारा था लेकिन उन्होंने गरीबी हटाने के लिए मुख्य मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि अगर इंदिरा गांधी का कार्यकाल देखें तो वे चुनाव गरीबी हटाओ के नाम पर जीतीं थीं लेकिन इस दौरान गरीबी का वितरण हुआ. राजीव गांधी के कार्यकाल में विवाद ही चलते रहे इसलिए कोई काम नहीं सका. 10 वर्ष के यूपीए के कार्यकाल में छल कपट और धोखा होता रहा।

कर्जमाफी के नाम पर हुआ धोखा’

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में छल-कपट, धोखा होता रहा है। 2008 में कर्जमाफी के लिए 70 हजार करोड़ का कर्ज माफ करने की बात कही गई, लेकिन कर्जमाफी हुई 52 हजार करोड़ की और इसमें भी दिल्ली के बड़े व्यापारियों का लाभ दिया गया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस हर विधानसभा चुनाव में किसान ऋणमाफी की बात करती है। अभी तक कर्नाटक में 26,00 करोड़, एमपी 3,000 करोड़ खर्च किए गए। कांग्रेस गरीबों से धोखा करती है।

जेटली ने कहा कि कांग्रेस की नीति रही है कि चुनाव जीतने के लिए गरीब को धोखा देना और साधन न देना। कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है कि गरीब को नारे दो और साधन मत दो।

अरुण जेटली ने कांग्रेस की योजना पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आज केंद्र सरकार की 55 विभागों की योजनाओं के लाभार्थियों को डीबीटी के माध्यम से बैंक के खाते में सीधे लाभ दे रहे हैं। राहुल गांधी द्वारा किये गये ऐलान से 1.5 गुना ज्यादा हम पहले से डीबीटी के माध्यम से गरीबों को दे रहे हैं।

 

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