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जल्द् बुलाई जाएगी CWC की बैठक, नाराज G-23 नेताओं के दबाव मॆं आया कांग्रेस आलाकमान!

लगता है कि जी-23 नेताओं के चौतरफा हमले से कांग्रेस आलाकमान दबाव में आ गया है। कांग्रेस कार्यसमिति...
जल्द् बुलाई जाएगी CWC की बैठक, नाराज G-23 नेताओं के दबाव मॆं आया कांग्रेस आलाकमान!

लगता है कि जी-23 नेताओं के चौतरफा हमले से कांग्रेस आलाकमान दबाव में आ गया है। कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक जल्द बुलाने का ऐलान किया है। जी-23 नेता पार्टी में संगठनात्मक चुनाव की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव और प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक, कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) को जल्द ही बुलाया जाएगा। हालाकि शिमला जाने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संकेत दिया था कि सीडब्ल्यूसी की बैठक जल्द बुलाई जाएगी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को ही पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए सीडब्ल्यूसी की तत्काल बैठक बुलाई जाए। मीडिया से बातचीत के दौरान पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी सीडब्ल्यूसी बुलाने की मांग की है।

कांग्रेस की ओर से यह ऐलान ऐसे समय किया गया है जब कपिल सिब्‍बल ने पार्टी आलाकमान पर तीखा हमला किया था। मीडिया के सामने जी-23 के नेताओं का एजेंडा रखा था। उन्‍होंने कहा था, 'मैं निजी तौर पर बात कर रहा रहा हूं। उन साथियों की तरफ से बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में पत्र लिखा था। हम अपने नेतृत्व की ओर से अध्यक्ष का चुनाव, सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के चुनाव कराने से जुड़े कदम उठाए जाने का इंतजार कर रहे हैं।'

सिब्‍बल बोले थे, 'मैं भारी मन से आप लोगों से बात कर रहा हूं। मैं एक ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जिसकी ऐतिहासिक विरासत है और जिसने देश को आजादी दिलाई। मैं अपनी पार्टी को उस स्थिति में नहीं देख सकता जिस स्थिति में पार्टी आज है।' सिब्बल ने कहा था कि जो लोग पार्टी के फैसलों से सहमत नहीं है वो अगर सीडब्ल्यूसी बैठक होती है तो पार्टी के उचित मंच पर अपनी बात रख सकते हैं। जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, वो क्यों जा रहे हैं इसकी चर्चा बैठक में की जा सकती है जिसमें समाधान निकने की पूरी उम्मीद है।

गुरुवार को सिब्‍बल के पक्ष में जी-23 के तमाम दिग्‍गज नेता उतर आए। उन्‍होंने खुलकर सिब्‍बल का पक्ष लिया। इनमें शशि थरूर, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी जैसे नेता शामिल थे।

कांग्रेस आलाकमान को पार्टी टूटने का डर है जिस पर वह दबाव में आ गई। जी-23 के विरोधी सुर से साफ दिखने लगा है कि पार्टी दो धड़ों में बंट गई है। एक जो गांधी परिवार के समर्थन में हैं। दूसरा, जो पार्टी में सुधार की मांग पर अड़ गया है। बुधवार को अश्विनी कुमार, अजय माकन, टीएस सिंहदेव सहित कई नेताओं ने सिब्‍बल पर अटैक किया था। उन्‍हें गांधी परिवार के एहसान याद‍ दिलाए थे।

पिछले साल अगस्त के पहले हफ्ते में ही कांग्रेस के 23 सीनियर नेताओं ने पार्टी की कार्यशैली, संस्कृति व हाइकमान को लेकर सवाल उठाते हुए एक पत्र लिखा था। इन नेताओं में गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, भूपेंद्र हुड्डा, पृथ्‍वीराज चव्हाण, शशि थरूर सरीखे वरिष्ठ नेता शामिल थे। इस समूह के एक नेता जितिन प्रसाद अब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। सियासी गलियारे में इन्‍हें ही जी-23 कहा जाता है।

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