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'देश आईएसआईएस का गढ़ बन गया और सरकार बैठी है हाथ पर हाथ धरे'

संसद के बजट सत्र के दूसरे हिस्से में विभिन्‍न मसलों पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस जारी है। संसद के इस सत्र के काफी हंगामेदार होने की उम्‍मीद है। विपक्ष जहां नोटबंदी से लेकर बजट के अन्‍य प्रस्तावों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं वहीं सरकार कई विधेयकों को लेकर आगे बढ़ने की रणनीति पर काम करेगी।
'देश आईएसआईएस का गढ़ बन गया और सरकार बैठी है हाथ पर हाथ धरे'

पीएम ने इस सत्र में सकारात्मक चर्चा की उम्मीद जताई है।   कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि देश आईएसआईएस का गढ़ बन गया है सरकार कार्रवाई करने में फेल है।

पार्लियामेंट की रणनीति पर संसद भवन में कोर ग्रुप की बैठक हुई है। इस बैठक में राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अरुण जेटली, अनंत कुमार मौजूद हैं। दूसरी तरफ, वामपंथियों ने संसद के दोनों सदनों को नोटिस देकर केरल के सीएम के सिर काटने पर इनाम वाले आरएसएस नेता के बयान पर चर्चा की मांग की है। तृणमूल कांग्रस के सांसदों ने अमेरिका में भारतीयों पर हो रहे नस्ली हमलों के विरोध में संसद में गांधी प्रतिमा के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

संसद सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि इस सत्र में सकारात्मक चर्चा की उम्मीद है। पीएम ने कहा कि बजट पर सार्थक चर्चा होनी चाहिए। पीएम ने उम्मीद जताई कि जीएसटी का रास्ता साफ होगा। ये एक बड़ा बदलाव है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि इस सत्र में बजट की बारीकियों पर चर्चा होगी। उम्मीद है कि संवाद का स्तर, चर्चा का स्तर ऊपर जाएगा। गरीबों की बातों पर ध्यान दिया जाएगा। जीएसटी में भी ब्रेकथ्रू होने की संभावना है। क्योंकि राज्यों का सकारात्मक सहयोग रहा है। अलग-अलग पॉलिटिकल पार्टियों का सहयोग रहा है। प्रधानमंत्री का कहना है कि चर्चा से सहमति से आगे बढ़ेंगे और उम्मीद है कि जीएसटी की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी। सबका सहयोग रहेगा।

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