Advertisement

त्रिशूर लोकसभा सीट पर भाजपा की ऐतिहासिक जीत चुनावी गड़बड़ी का नजीता: भाकपा नेता का दावा

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के वरिष्ठ नेता वी. एस. सुनील कुमार ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी...
त्रिशूर लोकसभा सीट पर भाजपा की ऐतिहासिक जीत चुनावी गड़बड़ी का नजीता: भाकपा नेता का दावा

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के वरिष्ठ नेता वी. एस. सुनील कुमार ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मतदाता सूची में हेरफेर के अपने आरोपों को तेज कर दिया और इसे मध्य केरल निर्वाचन क्षेत्र में उसकी ऐतिहासिक जीत से जोड़ा।

सुनील कुमार 2024 के आम चुनाव में त्रिशूर लोकसभा सीट से वाम दल के उम्मीदवार थे। अभिनेता से नेता बने एवं भाजपा उम्मीदवार सुरेश गोपी ने त्रिशूर लोकसभा सीट पर 74 हजार से अधिक मतों के महत्वपूर्ण अंतर से जीत हासिल की थी और त्रिकोणीय मुकाबले में कुमार तथा कांग्रेस उम्मीदवार के. मुरलीधरन को हराया था।

वर्तमान में गोपी केंद्रीय पेट्रोलियम और पर्यटन राज्य मंत्री हैं। राज्य के पूर्व मंत्री कुमार ने कहा कि त्रिशूर लोकसभा सीट से गोपी की जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा द्वारा मतदाता सूची में की गई कथित हेराफेरी को साबित करने के मकसद से वह सबूतों के साथ अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।

उन्होंने कहा कि हालांकि उन्होंने यह मुद्दा निर्वाचन आयोग के समक्ष उठाया था, लेकिन आयोग ने उन्हें शिकायत को औपचारिक घोषणा के रूप में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया – ठीक उसी तरह जैसा उसने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कहा था।

कुमार ने एक टीवी चैनल से कहा कि घोषणा का प्रारूप इस तरह का है कि अगर उठाए गए मामले में कोई त्रुटि पाई जाती है, तो हस्ताक्षरकर्ता (मामला उठाने वाले) को कारावास भी जाना पड़ सकता है।

भाकपा नेता ने कहा कि उन्होंने शुरू से ही कहा था कि मतदाता सूची में स्पष्ट हेरफेर हुआ था, जिसके कारण त्रिशूर सीट में गोपी की जीत हुई।

इस संबंध में कुछ मीडिया जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यहां एक घर से नौ मतदाताओं के नाम मूल परिवार की जानकारी के बिना सूची में जोड़ने का मामला सामने आया है। भाकपा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के अलावा कांग्रेस भी पिछले कुछ समय से भाजपा और गोपी के खिलाफ मतदाता सूची में हेराफेरी के आरोप लगा रही है।

इस बीच, सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी पर कुछ समय के लिए निर्वाचन क्षेत्र से उनकी कथित अनुपस्थिति के लिए कटाक्ष करना जारी रखा और जानना चाहा कि क्या उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोपी मतदाता सूची में हेराफेरी के आरोपों के डर से शायद बाहर नहीं आ रहे हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad