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राहुल गांधी रक्षा मामलों की संसदीय समिति की बैठक में नहीं आते लेकिन गिराते हैं देश का मनोबल: भाजपा

भाजपा ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की ‘एक भी...
राहुल गांधी रक्षा मामलों की संसदीय समिति की बैठक में नहीं आते लेकिन गिराते हैं देश का मनोबल: भाजपा

भाजपा ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की ‘एक भी बैठक’ में शामिल नहीं होने को लेकर निशाना साधा है। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि वायनाड सांसद रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की ‘एक भी बैठक’ में शामिल नहीं हुए, लेकिन देश का ‘मनोबल’ गिराने और सशस्त्र बलों के शौर्य पर सवाल उठाने का काम लगातार कर रहे हैं।

राहुल गांधी के रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की एक भी बैठक में शामिल न होने की खबर के बाद नड्डा की यह प्रतिक्रिया सामने आई है। भाजपा के इस हमले पर कांग्रेस की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘राहुल गांधी रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की एक भी बैठक में शामिल नहीं हुए। मगर दुख की बात है कि वे देश का मनोबल गिराने, सशस्त्र बलों के शौर्य पर सवाल उठाने के साथ-साथ वो सभी काम कर रहे हैं जो एक जिम्मेदार विपक्षी नेता को नहीं करने चाहिए।’

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘राहुल गांधी का संबंध उस गौरवशाली वंश परम्परा से है जहां रक्षा के लिए समिति नहीं बल्कि कमीशन मायने रखता है। कांग्रेस में कई ऐसे योग्य सदस्य हैं जो संसदीय मामलों की जानकारी रखते हैं, मगर एक शाही परिवार कभी भी वैसे नेताओं को आगे बढ़ने नहीं देगा।’

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गांधी पर हमले को आगे बढ़ाते हुए भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि गांधी ने अब तक आयोजित रक्षा मामलों की स्थायी समिति की 11 बैठकों में भाग नहीं लिया। राव ने आरोप लगाया "जब कमीशन शामिल होते हैं तभी वंशवादी परिवार रक्षा मामलों में रुचि रखते हैं।" गांधी से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने रक्षा पर स्थायी समिति की सभी बैठकों से अनुपस्थित रहने का विकल्प क्यों चुना। भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि गांधी ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग में एक क्षेत्र की यात्रा में शामिल नहीं होने के लिए भी चुना जो समिति के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण यात्रा साबित हुई।

राव ने कहा, "उन्हें सशस्त्र बलों से माफी मांगनी चाहिए।"

गौरतलब है कि राहुल गांधी विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार की आलोचना करते रहते हैं। पूर्वी लद्दाख में सरहद पर चीन के साथ जारी गतिरोध पर भी उन्होंने सरकार के खिलाफ आक्रामक रवैया अपना रखा है। भाजपा ने इस मामले में पलटवार करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर सेनाओं का मनोबल गिराने का आरोप लगाया है।

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