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तेज प्रताप ने किया तेजस्वी का समर्थन लेकिन जताई नाराजगी- मेरी एक नहीं सुनी गई

लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को बिहार में मिली करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भीतर तेजस्वी...
तेज प्रताप ने किया तेजस्वी का समर्थन लेकिन जताई नाराजगी- मेरी एक नहीं सुनी गई

लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को बिहार में मिली करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भीतर तेजस्वी यादव की नेतृत्व क्षमता पर दबी जबान से उठाये जा रहे सवालों के बीच तेज प्रताप यादव ने बयान दिया है। उन्होंने तेजस्वी यादव का समर्थन किया है लेकिन अपनी शिकायत और नाराजगी भी जाहिर की है। राजद की समीक्षा बैठक से पहले उन्होंने तेजस्वी के नाम पत्र लिखा। तेज प्रताप ने पत्र में लिखा, हमने पहली लोकसभा चुनाव 2019 पिताजी लालू प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में लड़ा। पिताजी ने हमने आत्मसम्मान के साथ जीना सिखाया और अन्याय के विरुद्ध लड़ना सिखाया। लालू यादव ने कभी समझौत नहीं किया।

'मेरी एक न सुनी गई'

इस पत्र में तेज प्रताप ने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की है और उन्हें टिकट नहीं देने पर सवाल भी उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जिन्होंने टिकट बांटे उन्हें इस हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। तेज प्रताप ने कहा मैंने केवल दो सीट शिवहर और जहानाबाद मांगी थी क्योंकि वहां की जनता की मांग स्थानीय उम्मीदवार की थी। मैंने बार-बार आपको इर्द-गिर्द के लोगों से सावधान रहने को बोला। मैंने जो भी मांग की और पार्टी हित में सलाह दी- मेरी एक न सुनी गई।  हालांकि, उन्होंने  2020 में साथ मिलकर काम करने की इच्छा जतायी है। उन्होंने तेजस्वी से आग्रह करते हुए लिखा है कि पार्टी की एकता बनाए रखते हुए बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में स्वच्छ एवं योग्य उम्मीदवारों को ही टिकट दें।

'जिन्हें तेजस्वी के नेतृत्व पर शक हो वो पार्टी छोड़ दें'

अपने छोटे भाई का समर्थन करते हुए तेज प्रताप यादव ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसको तेजस्वी के नेतृत्व पर कोई शक है वो राजद छोड़ दे। उन्होंने कहा कि चाहे वह महागठबंधन का हो या राजद का हो, छोड़कर जा सकता है। मैं हमेशा तेजस्वी के साथ खड़ा रहूंगा।

लोकसभा चुनाव में मिली हार पर तेजप्रताप ने बताया कि यह वोटिंग नहीं, बल्कि सेटिंग की जीत है। उन्होंने ईवीएम पर आरोप लगाया।

हुई राजद की समीक्षा बैठक

इससे पहले लोकसभा चुनाव का परिणाम को लेकर पटना के 10 सर्कुलर रोड पर स्थित पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर राजद की समीक्षा बैठक में पार्टी के प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव खुद तो मौजूद नहीं रहे लेकिन, उन्होंने अपनी उपस्थिति जरूर दर्ज करवाते हुए बैठक में पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं और राजद के हारे हुए सभी प्रत्याशियों की मौजूदगी में तेजस्वी यादव के नाम उन्होंने एक मैसेंजर के साथ खत भेजा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तेज प्रताप यादव ने इसमें अपने मन की बात बतायी और कुछ सलाह भी दी।

हार के कारणों की समीक्षा के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन

मीटिंग के बाद राजद नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनादेश की नहीं, बल्कि षड्यंत्र की जीत हुई। जगदानंद सिंह ने मीडिया को बताया कि राजद के सभी नेताओं ने एक सुर में तेजस्‍वी यादव के नेतृत्‍व को सराहा। कहा कि तेजस्‍वी के नेतृत्‍व पर कोई सवाल नहीं है। उन्‍होंने युवाओं को जागरूक करने का काम किया, लेकिन रिजल्‍ट ने संदेह पैदा कर दिया। उन्‍होंने कहा कि इसके लिए राजद ने कमेटी का गठन किया है।

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