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अमेठी से राहुल गांधी का नामांकन वैध, सभी आपत्तियां खारिज

अमेठी के निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन दस्तावेजों के खिलाफ सभी...
अमेठी से राहुल गांधी का नामांकन वैध, सभी आपत्तियां खारिज

अमेठी के निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन दस्तावेजों के खिलाफ सभी आपत्तियों को खारिज करते हुए उनके नामांकन को वैध मान लिया। निर्वाचन अधिकारी राम मनोहर मिश्र ने नागरिकता और अन्य मसलों पर विसंगतियों के आरोपों की जांच करने के बाद यह फैसला किया। इससे पहले राहुल के वकील ने आपत्तियों पर अपना पक्ष रखा।

चार लोगों ने दाखिल की थीं आपत्तियां

एक स्वतंत्र उम्मीदवार और तीन अन्य से शनिवार को कांग्रेस प्रमुख के नामांकन पर आपत्तियां पेश की थीं। उन्होंने राहुल की नागरिकता, शैक्षणिक योग्यता और संपत्तति को लेकर आरोप लगाए थे। स्वतंत्र उम्मीदवार ध्रुव लाल के वकील रवि प्रकाश ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्तियां प्रस्तुत की थीं।

राहुल के लिए अहम सीट

राहुल गांधी के लिए अमेठी सीट अत्यंत अहम है। गांधी परिवार की इस पारंपरिक सीट से राहुल गांधी तीन बाद सांसद रह चुके हैं। उससे पहले उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी चार बार चुने जा चुके हैं। राहुल गांधी, यूपीए की प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी आज से चुनाव प्रचार तेज करने वाले हैं। अमेठी में रोड शो और नुक्कड़ सभाओं के कार्यक्रम हैं। ऐसे में राहुल के नामांकन पर सवाल उठने से तमाम तरह के कयास लगाए जाने लगे थे। वैसे उनके नामांकन दस्तावेजों पर बीते शनिवार को फैसला होना था लेकिन राहुल गांधी के प्रतिनिधि राहुल कौशिक ने आपत्तियों पर जवाब देने के लिए समय की मांग की थी। इसलिए उन्हें सोमवार को सुबह 10.30 बजे तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया गया था।

नागरिकता पर उठा था सवाल

राहुल के नामांकन पर विवाद इस वजह उठा कि कथित तौर पर उन्होंने ब्रिटेन में गठित एक कंपनी के प्रमाणपत्र में राहुल ने खुद को ब्रिटिश नागरिक घोषित किया था। यह भी आरोप लगा कि उन्होंने ब्रिटेन में आयकर रिटर्न दाखिल किया। इसमें भी खुद को ब्रिटिश नागरिक बताया। ध्रुव लाल के वकील रवि प्रकाश ने कहा था कि जन प्रतिनिधित्व कानून 2951 के तहत कोई व्यक्ति अगर भारतीय नागरिक नहीं है तो वह देश में चुनाव नहीं लड़ सकता है। उन्होंने सवाल उठाया कि राहुल किस आधार पर ब्रिटिश नागरिक बन गए? और उन्हें अब भारतीय नागरिकता कैसे मिल गई? जब तक इस मामले में सफाई नहीं मिलती है तब तक निर्वाचन अधिकारी को राहुल गांधी का नामांकन स्वीकार नहीं करना चाहिए। प्रकाश ने यह भी दावा किया कि 2003 से 2009 के बीच उनके स्वामित्व में रही इस ब्रिटिश कंपनी का उल्लेख राहुल के चुनाव हलफनामे में संपत्ति के रूप में नहीं किया गया है। गांधी की शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल उठाते हुए कहा गया कि उनकी शैक्षणिक योग्यता उनके नामांकन दस्तावेजों से मिलान नहीं खाती है। लाल के वकील ने कहा था कि उनके कॉलेज में उनका नाम रौल विंची था। राहुल गांधी के नाम से कोई प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं है। इसलिए उनका सवाल है कि क्या रौल विंचा और राहुल गांधी एक ही व्यक्ति हैं। राहुल के नामांकन पर सवाल उठते ही भाजपा ने भी सवाल दागने शुरू कर दिया। भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिंह राव ने हैरानी जताते हुए पूछा कि राहुल क्या ब्रिटिश नागरिक हैं।

मुख्य मुकाबले स्मृति ईरानी से

निर्वाचन अधिकारी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष के नामांकन को वैध करार दिए जाने के बाद सभी विवादों और आपत्तियों को विराम लग गया। भाजपा ने अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को उतारा है। यहां पांचवें चरण में छह मई को मतदान होगा। इस सीट से मुख्य मुकाबला राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के बीच ही होना है। राहुल गांधी केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं।

 

 

 

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