Advertisement

तेलंगाना का निजामाबाद EVM इस्तेमाल पर बना सकता है गिनीज रिकॉर्ड

निजामाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, जहां आज तेलंगाना के 16 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के साथ-साथ मतदान चल...
तेलंगाना का निजामाबाद EVM इस्तेमाल पर बना सकता है गिनीज रिकॉर्ड

निजामाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, जहां आज तेलंगाना के 16 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के साथ-साथ मतदान चल रहा है, इस चुुनाव में एक नया रिकॉर्ड बना सकता है। निजामाबाद का नाम अधिकतम इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के इस्तेमाल के ‌लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो सकता है।

प्रत्येक मतदान केंद्र पर 12 ईवीएम

185 उम्मीदवारों में से अधिकांश किसान, मैदान में हैं। इस क्षेत्र में चुनाव आयोग प्रत्येक मतदान केंद्र में 12 ईवीएम का उपयोग कर रहा है। हालांकि इस निर्वाचन क्षेत्र में शेष निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया शुरू होने के एक घंटे बाद मतदान शुरू हो सका। यहां सुबह 8 बजे मतदान शुरू हुआ। 

तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार ने कहा कि निजामाबाद में ‘मॉक-पोलिंग’ में दो घंटे का समय लगा और इसलिए उन्होंने सुबह 8 बजे से मतदान शुरू किया।

रजत कुमार ने कहा कि "मतदान ठीक ढंग से हो रहा है और जिन दो-तीन स्थानों पर परेशानी हुई थी वहां ईवीएम को बदल दिया गया है। पहले ही घंटे में 3.6 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।’’

 उम्मीदवार रिकॉर्ड संख्या में

निज़ामाबाद ने न केवल सबसे अधिक उम्मीदवारों का रिकॉर्ड बनाया है बल्कि इतनी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों के लिए ईवीएम के साथ मतदान करने वाला यह देश का पहला निर्वाचन क्षेत्र बन गया है।

प्रत्येक बूथ में एक नियंत्रण इकाई के साथ एक या अधिकतम चार ईवीएम को जोड़ने की सामान्य व्यवस्था के विपरीत, निजामाबाद में 12 ईवीएम को 1,778 मतदान केंद्रों के लिए एक कंट्रोल यूनिट से जोड़ा गया है।

यहां M3 संस्करण के EVM को अधिकतम 16 नामों वाली प्रत्येक मशीन के साथ 'L' आकार में व्यवस्थित किया गया है।

बता दें ‌कि हल्दी और लाल ज्वार के लिए सही कीमतों की मांग को लेकर यहां 178 किसानों ने नामांकन दाखिल किया था। उम्मीदवारों की इतनी बड़ी संख्या चुनाव आयोग के लिए भी चुनौती थी।

तो मतपत्र से होते चुनाव

चुनाव का पहले कहना था कि उम्मीदवारों की संख्या को देखते हुए शायद यहां मतपत्रों से चुनाव कराना पड़ें क्योंकि सामान्य ईवीएम में अधिकतम 64 नाम ही आ सकते हैं।

इसके बाद पोल पैनल ने इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्प ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) द्वारा विकसित नवीनतम तकनीक वाली ईवीएम का उपयोग करने का निर्णय लिया। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को तुरंत 26,820 ईवीएम, 2,240 नियंत्रण इकाइयों और 2,600 वीवीपीएटी (एम 3 मेक) की आपूर्ति करने के लिए कहा गया।

मशीनों की आपूर्ति के बाद, अधिकारियों को एक नियंत्रण इकाई से जुड़े 12 ईवीएम के साथ उन्हें स्थापित करने की एक और चुनौती का सामना करना पड़ा और निर्वाचन क्षेत्र की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए मतदान कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना पड़ा।

रजत कुमार ने कहा, "यह ईसीआईएल और बीईएल के 600 इंजीनियरों के लिए एक चुनौती थी। इस पर 1,200 अन्य लोगों ने दिन-रात काम किया।"

नई प्रणाली में अतिरिक्त मतदान कर्मचारियों की तैनाती की भी आवश्यकता थी। यहां पर हर पोलिंग बूथ पर दो अतिरिक्त अधिकारी तैनात किए गए हैं।

मतदान केंद्रों पर, अधिकारियों ने मतदाताओं को आसानी से उनकी पसंद का पता लगाने में सक्षम बनाने के लिए उम्मीदवारों के अनुक्रमांक, नाम, फोटो और प्रतीकों के साथ फ्लेक्सी बोर्ड स्थापित किया।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम आएगी

चुनाव अधिकारियों ने गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड के स्थानीय प्रतिनिधियों को ईवीएम की रिकॉर्ड संख्या के उपयोग के बारे में सूचित किया है। वे गुरुवार या बाद में निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं क्योंकि परिणाम घोषित होने के छह महीने बाद तक ईवीएम को कड़ी सुरक्षा में रखा जाएगा।

चुनाव लड़ने वाले कुछ किसानों ने चुनाव चिह्न के आवंटन में देरी का हवाला देते हुए चुनाव स्थगित करने की मांग के साथ  उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था। ले‌किन अदालत ने मतदान प्रक्रिया को रोकने से इनकार कर दिया था।

किसानों ने अभियान के अंतिम दिन एक रैली भी की और मुख्यधारा की पार्टियों को सबक सिखाने के लिए आपस में ही मतदान करने का फैसला किया है। उनका कहना है कि मुख्यधारा की पार्टियां उनकी समस्याओं को दूर करने में विफल रही हैं। निर्वाचन क्षेत्र में 3.73 लाख किसानों सहित 15.53 लाख से अधिक मतदाता हैं।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने दो बार के सांसद मधु याक्षी गौड़ को मैदान में उतारा है जबकि डी. अरविंद भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad