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नंदीग्राम: चुनाव आयोग और ममता में तकरार, क्या सुप्रीम कोर्ट से निकलेगा रास्ता?

पश्चिम बंगाल चुनाव में टीएमसी को भले ही बड़ी जीत हासिल हो गई हो, लेकिन नंदीग्राम से मुख्यमंत्री ममता...
नंदीग्राम: चुनाव आयोग और ममता में तकरार, क्या सुप्रीम कोर्ट से निकलेगा रास्ता?

पश्चिम बंगाल चुनाव में टीएमसी को भले ही बड़ी जीत हासिल हो गई हो, लेकिन नंदीग्राम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हार से पार्टी में निराशा भी है। वहीं चुनाव आयोग ने नंदीग्राम विधानसभा सीट पर फिर से मतगणना कराने के तृणमूल कांग्रेस के अनुरोध को खारिज कर दिया है।इस बीच ममता बनर्जी ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है। ऐसे में अब सबकी निगाहें अदालत की ओर है। बता दें कि नंदीग्राम में दिनभर चली मतगणना में कभी शुभेंदु अध‍िकारी आगे चलते रहे तो कभी ममता बनर्जी। लेकिन आख‍िर में शुभेंदु अध‍िकारी को विजयी घोष‍ित कर दिया गया। शुरूआती रुझानों में कई बार शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी पर भारी पड़ते दिखाई दिए, लेकिन बाद में ममता ने बढ़त बना ली थी। अंत में कांटे की टक्कर में शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी पर भारी पड़े।

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वह चुनाव आयोग के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगी। बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा सीट से हार गई हैं जबकि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस राज्य में बड़ी जीत दर्ज करते हुये तीसरी बार सत्तारुढ़ होने के लिए तैयार है।

बनर्जी ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करने के दौरान तृणमूल कांग्रेस को पश्चिम बंगाल में तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए राज्य की जनता काे धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने विधानसभा के लिए तृणमूल कांग्रेस को चुना है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अस्वीकार कर दिया है।

सुश्री बनर्जी ने नंदीग्राम में भाजपा उम्मीदवार शुवेंदु अधिकारी से 1957 मतों से हारने के बाद कहा, “नंदीग्राम को लेकर चिंतित न हों। मैंने नंदीग्राम के लिए संघर्ष किया क्योंकि मैंने एक आंदोलन चलाया। नंदीग्राम के लोग जो भी फैसला करना चाहते हैं, उन्हें करने दें। मैं इसे स्वीकार करती हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। हम 221 से अधिक सीट जीते हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव हार गई है।”

इससे पहले ऐसी रिपोर्टें आईं थी कि सुश्री बनर्जी नंदीग्राम में 1,200 मतों से जीती हैं। बाद में चुनाव आयोग ने कहा कि नंदीग्राम से भाजपा उम्मीदवार शुवेंदु अधिकारी की 1957 मतों से जीत हुई है।

बनर्जी ने कहा कि वह सभी विपक्षी दलों से चुनाव आयोग के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में जाने के लिए एकजुट होने की अपील करेंगी। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इसपर विचार करना चाहिए कि एक संवैधानिक संस्था को इस तरह से काम नहीं करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से राज्य के लोगों को कोविड-19 का टीका मुफ्त में देने की मांग भी की। उन्होंने अपने समर्थकों से महामारी के कारण जीत की रैली नहीं निकालने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि उचित समय पर ब्रिगेड परेड ग्राउंड में बड़ा उत्सव होगा।

तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने मतगणना प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए दोबारा मतों की गिनती करने की मांग की है। निर्वाचन आयोग ने बताया कि नंदीग्राम सीट से शुभेंदु अधिकारी 1,956 मतों से विजयी हुए हैं। आयोग ने पुष्टि की है कि अधिकारी को 1,10,764 मत मिले जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी बनर्जी के पक्ष में 1,08,808 मत पड़े। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक 6227 मतों के साथ माकपा की मीनाक्षी मुखर्जी तीसरे स्थान पर रहीं। हालांकि, आधिकारिक नतीजे आने से पहले घंटों तक भ्रम की स्थिति रही क्योंकि मीडिया के एक धड़े में अधिकारी पर ममता की जीत की खबर चलने लगी थी। तृणमूल कांग्रेस ने इसके मद्देनजर मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर दोबारा मतदान कराने की मांग की। पार्टी सूत्रों के अनुसार तृणमूल ने आरोप लगाया कि ईवीएम में छेड़छाड़ की गई है और उनकी संख्या में विसंगति है, मतदान प्रक्रिया भी बार-बार रोकी गई और उसकी जानकारी चुनाव अधिकारियों ने नहीं दी। पार्टी ने आरोप लगाया कि बनर्जी के पक्ष में पड़े वैध मतों को खारिज कर दिया गया जबकि भाजपा के पक्ष में अमान्य मतों को भी गिना गया। तृणमूल ने दोबारा मतों की गिनती करने से पीठासीन अधिकारी के इनकार को ‘कानून के लिए खराब’ करार दिया। 

 



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