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भाजपा से गोवा और त्रिपुरा छिनने की कवायद, ये है 'दीदी' की रणनीति

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर तृणमूल...
भाजपा से गोवा और त्रिपुरा छिनने की कवायद, ये है 'दीदी' की रणनीति

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस को मजबूत करने में जुटी हैं।वे भाजपा से त्रिपुरा और गोवा भी छीनने की इच्छुक हैं। लिहाजा वे 28 अक्टूबर को तटीय राज्य की अपनी पहली यात्रा करेंगी। अपनी पहली यात्रा से पहले तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी व्यक्तियों, संगठनों और राजनीतिक दलों से भाजपा को हराने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है।

बनर्जी ने ट्वीट किया, "जैसा कि मैं 28 तारीख को अपनी पहली गोवा यात्रा की तैयारी कर रही हूं, मैं सभी व्यक्तियों, संगठनों और राजनीतिक दलों से भाजपा और उनके विभाजनकारी एजेंडे को हराने के लिए एकजुट होने का आह्वान करती हूं। गोवा के लोगों ने पिछले 10 वर्षों में काफी कुछ झेला है।"

उन्होंने दोहराया कि तृणमूल गोवा में नई सरकार बनाएगी। उन्होंने ट्वीट किया, "साथ में, हम एक नई सरकार बनाकर गोवा के लिए एक नई सुबह की शुरुआत करेंगे, जो वास्तव में गोवा के लोगों की सरकार होगी और उनकी आकांक्षाओं को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध होगी!"

तृणमूल पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री और 7 बार के विधायक लुइजिन्हो फलेरियो को कांग्रेस से शामिल कर चुकी है। फलेरियो के 2022 में होने वाले चुनाव के लिए गोवा में चुनाव का चेहरा होने की संभावना है। उनको शुक्रवार को तृणमूल का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।

फलेरियो ने ट्वीट किया, "मुझ पर विश्वास जताने के लिए ममता बनर्जी और पार्टी से मैं अभिभूत हूं। मुझे केवल आपके साथ भाजपा की विभाजनकारी ताकतों से लड़ने की उम्मीद थी। गोवावासियों को राष्ट्रीय स्तर पर एक आवाज देने के लिए धन्यवाद! इस नियुक्ति ने आपके गोवा और गोवावासियों के लिए समान रूप से प्यार और चिंता स्नेह की पुष्टि की है।"

गोवा जाने से पहले बनर्जी चार दिवसीय दौरे पर सिलीगुड़ी में प्रशासनिक बैठक करेंगी और बाढ़ प्रभावित जिलों की जमीनी स्थिति का जायजा लेंगी।

वह रविवार को उत्तर बंगाल जाएंगी और उसी दिन दार्जिलिंग जिले के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी, जहां बाढ़ की स्थिति के अलावा विकास के मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। वह 25 और 26 अक्टूबर को 'उत्तर कन्या' में उत्तर बंगाल राज्य सचिवालय में अन्य उत्तर बंगाल जिलों के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक बैठकें भी करेंगी। सीएमओ के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री के उत्तर बंगाल के जिलों में बाढ़ की स्थिति की भी समीक्षा करने की संभावना है, लेकिन वह इस बार दार्जिलिंग नहीं जाएंगी।

 

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