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महुआ मोइत्रा के समर्थन में विपक्ष एकजुट, कहा- "अडानी या किसी उद्योगपति पर सवाल उठाना बीजेपी को बर्दाश्त नहीं"

भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे के टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा पर 'कैश फॉर क्वेरी' वाले आरोप पर...
महुआ मोइत्रा के समर्थन में विपक्ष एकजुट, कहा-

भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे के टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा पर 'कैश फॉर क्वेरी' वाले आरोप पर सियासी गर्मी बढ़ गई है। पक्ष और विपक्ष को एक दूसरे के खिलाफ़ बहसबाजी का एक और मुद्दा मिल गया। बहरहाल, इस मामले पर विपक्ष ने महुआ मोइत्रा का समर्थन किया है। शिवसेना (यूबीटी) ने अडानी का नाम लेकर भाजपा पर निशाना साधा।

शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, " अडानी सहित किसी भी उद्योगपति पर सवाल उठाना बीजेपी को बर्दाश्त नहीं है, इसलिए वे ऐसे आरोप लगाते हैं। महुआ मोइत्रा टीएमसी की एक प्रसिद्ध नेता हैं और वे (बीजेपी) उनका मनोबल गिराने की कोशिश कर रहे हैं।" 

नेता हरीश रावत ने कहा, ''मैं बीजेपी को चुनौती देना चाहता हूं कि वह सभी विपक्षी नेताओं को लोकसभा से निलंबित कर दे और फिर दुनिया आपकी ताकत देखेगी। लोकतंत्र में विपक्ष का अपना रुख और महत्व होता है। कौन हैं निशिकांत दुबे? अगर किसी जांच एजेंसी को कोई तथ्य मिलता है तो संस्थान स्वत: इसकी जांच करेगा। वे सिर्फ बहुमत की शक्ति का दुरुपयोग करना चाहते हैं। स्पीकर अपने आप में एक संस्था है। यह स्वीकार्य व्यवहार नहीं है। "

 

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, "महुआ मोइत्रा ने जो सवाल पूछा, वह इस देश में बुनियादी सवाल बन गया है और संसद में कौन क्या पूछेगा, इसका फैसला भी नरेंद्र मोदी के शासन में बीजेपी के सांसद ही करेंगे? यह लोकतंत्र है और सभी को सवाल पूछने का अधिकार है। उन्हें सबूत देना चाहिए। आप किसी पर बेबुनियाद आरोप कैसे लगा सकते हैं? अगर कोई खुला भ्रष्टाचार देखना चाहता है तो यह पीएम मोदी के शासन में है।''

दुबे ने संसद में सवाल पूछने के लिए एक बिजनेसमैन से गिफ्ट लेने का आरोप लगाते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मोइत्रा को तत्काल निलंबित करने की मांग की थी। इन आरोपों को महुआ मोइत्रा ने सिरे से खारिज किया है।

टीएमसी सांसद ने ट्वीट कर कहा, "मैं एक कॉलेज/विश्वविद्यालय खरीदने के लिए अपनी सारी गलत कमाई की गई नकदी और उपहारों का उपयोग कर रही हूं, जिसमें डिग्री दुबे अंततः एक वास्तविक डिग्री खरीद सकते हैं।"

उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से झूठे हलफनामे के लिए निशिकांत दुबे के खिलाफ जांच पूरी करने और फिर उनकी जांच समिति गठित करने का निवेदन किया है।

महुआ मोइत्रा ने लिखा, "अडानी के ऑफशोर मनी ट्रेल, इनवॉइसिंग, बेनामी खातों की जांच पूरी करने के तुरंत बाद मेरे कथित मनी लॉन्ड्रिंग की सीबीआई की जांच का भी स्वागत है। अडानी प्रतिस्पर्धा को मात देने और हवाईअड्डे खरीदने के लिए भाजपा एजेंसियों का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन मेरे साथ ऐसा करने का प्रयास करें।"

उन्होंने कहा, "फर्जी डिग्रीवाला और अन्य भाजपा के दिग्गजों के खिलाफ विशेषाधिकारों के कई उल्लंघन लंबित हैं। अध्यक्ष द्वारा उन पर कार्यवाही समाप्त करने के तुरंत बाद मेरे विरुद्ध किसी भी प्रस्ताव का स्वागत है।"

गौरतलब है कि निशिकांत दुबे के लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र के सामने आने के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज़ हो गई। पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर बयानबाज़ी का सिलसिला जारी रखा है। बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को संबोधित पत्र में, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति की मांग की है। 

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