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शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन, 162 विधायकों ने ली भाजपा के साथ ना जाने की शपथ

महाराष्ट्र में शक्ति प्रदर्शन के लिए शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के 162 विधायक होटल ग्रैंड हयात पहुंचे।...
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन, 162 विधायकों ने ली भाजपा के साथ ना जाने की शपथ

महाराष्ट्र में शक्ति प्रदर्शन के लिए शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के 162 विधायक होटल ग्रैंड हयात पहुंचे। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, उनके बेटे आदित्य ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी होटल पहुंचे। नाटकीय घटनाक्रम में विधायकों ने इस मौके पर हाथ उठाकर शपथ ली कि इस मौके पर वे सब साथ-साथ हैं और भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। इस मौके पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम पिछले 25-30 सालों से आपके (भाजपा) साथ थे, तब आप नहीं समझ पाए। अब हम बताएंगे शिवसेना क्या चीज है। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ 5 साल सरकार बनाने के लिए नहीं, लंबे समय तक चलने के लिए साथ आए हैं।

गलत तरीके से बनाई सरकार: शरद पवार

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि गठबंधन सिर्फ कुछ समय के लिए नहीं, लंबे समय तक के लिए है। भाजपा को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग केंद्र में हैं उन्होंने एक और राज्य में यह काम किया था। यह उनका इतिहास है। उन्होंने गलत तरीके से यह सरकार बनाई है। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में कुल 288 सीटें हैं। सबसे ज्यादा जीते विधायक यहां पर हैं। कर्नाटक, गोवा, मणिपुर में बहुमत न होते हुए भी इन्होंने पावर का दुरुपयोग कर सरकार बनाई। देश का इतिहास अब बदलेगा, जिसकी शुरुआत महाराष्ट्र से होगी।

व्हिप का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

अजित पवार को लेकर पहली बार खुलकर बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया था, उन्होंने उसका दुरुपयोग किया, सबको गुमराह किया। उन्होंने कहा कि व्हिप का उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी। हमने अजित पवार को निकालने का निर्णय ले लिया है। पवार ने कहा कि हमने कानून के विशेषज्ञों से भी सलाह ली है। अजित निकाले जाने के बाद कोई निर्णय नहीं ले सकते। तीनों पार्टियां मिलकर निर्णय लेंगी। यह गोवा मणिपुर नहीं महाराष्ट्र है। राज्यपाल हमारी बात जरूर सुनेंगे।

वहीं, फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई के दौरान शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने राजभवन में 162 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा। यह पत्र राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की गैर-मौजूदगी में अधिकारियों को सौंपा गया। हालांकि, तीनों दलों ने पहले भी सुप्रीम कोर्ट में 154 विधायकों का हलफनामा सौंपा था, जो उन्हें वापस लेना पड़ा था। 

हम एक साथ हैं: संजय राउत

शक्ति प्रदर्शन से पहले शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा था, ‘शाम 7 बजे ग्रैंड हयात होटल में सभी 162 विधायक पहली बार साथ होंगे। हम एक हैं और साथ-साथ हैं। राज्यपाल आएं और खुद देख लें।‘ उधर, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी लाइन से अलग जाकर डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने वाले अपने भतीजे से पल्ला झाड़ लिया। शरद पवार ने कहा कि अजित की बगावत के पीछे मेरी कोई भूमिका नहीं है।

देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह राज्यपाल के सामने सीएम पद की शपथ ली थी और उनके साथ अजित ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। इसके अगले दिन अजित ने कहा था कि वे एनसीपी में थे और रहेंगे। साथ ही यह भी कहा था कि भाजपा-एनसीपी गठबंधन राज्य में स्थिर सरकार देगा। हालांकि, तब भी शरद पवार ने कहा था कि ऐसा कोई गठबंधन एनसीपी नहीं करेगी।

सरकार बनाएंगे, इसमें कोई शक नहीं: शरद पवार

शरद पवार ने कहा, ‘यह (अजित पवार का शपथ लेना और भाजपा को समर्थन करना) पार्टी का फैसला नहीं था और हम इसे समर्थन नहीं करते। यह कहना गलत है कि अजित की बगावत के पीछे मेरा कोई हाथ है। मेरा उससे कोई संपर्क नहीं हुआ है। उसे पार्टी से निकाला जाना है, या नहीं... इसका फैसला पार्टी स्तर पर लिया जाएगा। और, इस बात को लेकर कोई भी शक नहीं है कि महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाएंगे।

अजित खेमे के तीन विधायक अब शरद पवार के साथ

एनसीपी विधायक दौलत दरोड़ा, नरहरि जिरवाल और नितिन पवार मुंबई लौट आए। ये सभी विधायक शनिवार को अजित पवार के शपथ ग्रहण में शामिल थे। हालांकि, मुंबई लौटने पर इन सभी विधायकों ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के प्रति समर्थन जाहिर किया।

कांग्रेस का दावा- कभी भी विधायकों की परेड करवा सकते हैं

कांग्रेस के बाला साहब थोराट, अशोक चव्हाण, एनसीपी के जयंत पाटिल और शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की गैर-मौजूदगी में राजभवन में मौजूद अधिकारी को विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा। पाटिल ने कहा कि इस सूची में 162 विधायकों के नाम और हस्ताक्षर हैं। हम किसी भी वक्त राज्यपाल के समक्ष इनकी परेड करा सकते हैं।

भाजपा ने कहा- बहुमत के लिए जो करना होगा, करेंगे

भाजपा नेता नारायण राणे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने हमें जनादेश दिया था, इसलिए हमने सरकार बनाई। अब बहुमत साबित करने के लिए हमें जो कुछ भी करना पड़ेगा, हम करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार दोनों मंत्रालय पहुंचे। दोनों ने पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। आज उनकी पुण्यतिथि है।

नवाब मलिक का ट्वीट- हमें भी जिद है आशियां बसाने की

एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने सरकार बनाने को लेकर एक बार फिर से प्रतिबद्धता जताई और उन्होंने एक शेर ट्वीट किया। मलिक ने लिखा- अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की तो हमें भी जिद है, वहीं पर आशियां बसाने की। कुछ इसी अंदाज में शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने भी ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए संदेश दिया कि मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम राज्य के इतिहास का अहम पन्ना है। उन्होंने ट्वीट किया- इतिहास बीती हुई राजनीति है और राजनीति मौजूदा इतिहास है।

तोड़-फोड़ का देंगे जवाब

शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि आज हमारे साथ 162 विधायक हैं, अगर भाजपा के पास हैं उन्हें बताना चाहिए। जो तोड़-फोड़ का प्रयास करेंगे हम उसकी मुंडी तोड़ देंगे।

एनसीपी के नवाब मलिक ने कहा कि भाजपा के पास अभी भी अपना सम्मान बचाने का मौका है। भाजपा अगर तोड़-फोड़ पर उतर आई तो हम भी उसका जवाब देंगे। अजीत पवार हमारी पार्टी का हिस्सा हैं, वह पवार परिवार का हिस्सा हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि वह एनसीपी में वापस आए और अपनी गलती स्वीकार करें।

शनिवार को सुबह 8 बजे फडणवीस ने ली थी शपथ

23 नवंबर की सुबह 5.47 मिनट पर केंद्र ने महाराष्ट्र में जारी राष्ट्रपति शासन को हटाने की घोषणा की थी। इसके बाद शनिवार सुबह 8 बजे देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वहीं, एनसीपी नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

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