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रायबरेली में विधायक अदिति सिंह पर हमले के बाद स्थिति तनावपूर्ण, आला अधिकारी मौजूद

उत्तर प्रदेश में रायबरेली की सदर सीट से विधायक अदिति सिंह पर कथित तौर पर हमले के बाद एमएलसी दिनेश सिंह...
रायबरेली में विधायक अदिति सिंह पर हमले के बाद स्थिति तनावपूर्ण, आला अधिकारी मौजूद

उत्तर प्रदेश में रायबरेली की सदर सीट से विधायक अदिति सिंह पर कथित तौर पर हमले के बाद एमएलसी दिनेश सिंह के करीबी शिवा सिंह की हत्या कर दी गई है। रायबरेली में माहौल तनावपूर्ण है। मामले पर नजर रखने के लिए लखनऊ से आईजी सहित प्रशासनिक अमला रायबरेली में मौजूद है। हालांकि हत्या के मामले में आईजी रेंज एसके भगत का कहना है कि पुरानी रंजिश में विवाद हुआ, जिसमें शिवा सिंह की हत्या हुई है। इस मामले से सुबह की घटना से कोई लेना देना नहीं है। बता दें कि दिनेश सिंह भाजपा के टिकट पर सोनिया गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

जिला पंचायत सदस्यों पर हमला

रायबरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले जिले में जमकर बवाल हुआ। अवधेश सिंह एमएलसी दिनेश सिंह के भाई हैं। दबंगों ने बछरावां-लखनऊ मार्ग के टोल प्लाजा पर जिला पंचायत सदस्यों के वाहन पर टक्कर मार दी और सदस्य राकेश अवस्थी का अपहरण कर उनके साथ मारपीट की। हालांकि बाद में उन्हें छुड़ा लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन हरकत में आ गया और मामले की जांच शुरू की। मामले में अभी तक किसी भी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है। जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को मतदान होना था। जिसके लिए सदस्य जिला पंचायत भवन पहुंच रहे थे। दबंगों ने टोल प्लाजा के पास आ रहे जिला पंचायत सदस्यों के वाहन को टक्कर मार दी। फायरिंग धमकी देते हुए उन्हें वाहन से नीचे उतारा और राकेश अवस्थी को अपने साथ ले गए। 

पलट गया अदिति सिंह का वाहन

उधर, मामले की जानकारी मिलते ही घटनास्थल की ओर जा रहीं विधायक अदिति सिंह का वाहन त्रिपुला चौराहे के पास पलट गया। हादसे में उनके पैर में चोट आई। जिला अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। विधायक का हालचाल जानने के लिए पूर्व मंत्री मनोज पांडेय, अदिति सिंह के पिता पूर्व विधायक अखिलेश सिंह और पूर्व विधायक रामलला अकेला जिला अस्पताल पहुंचे। वहीं, अपहरण किए गए जिला पंचायत सदस्य को छुड़ा लिया गया है और उनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा जिला पंचायत सदस्यों को जिला पंचायत भवन पहुंचने से रोकने के लिए लालगंज के पास डलमऊ मार्ग पर बीच रास्ते में खराब ट्रक को खड़ा कर दिया गया है। जिससे लंबा जाम लग गया। पुलिस ने एहतियात के तौर पर जिला पंचायत कार्यालय के आस-पास बैरीकेडिंग कर सुरक्षा बढ़ा दी है। जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी पर हुए हमले को लेकर उनके समर्थक उग्र हो गए और डिग्री कॉलेज चौराहे पर धरने पर बैठ गए।

डीएम और एसपी की एक चूक से मामला भड़का

मामले में डीएम और एसपी की लापरवाही से विवाद बढ़ा। यूपीए की चेयरमैन और रायबरेली की सांसद सोनिया गांधी के खिलाफ प्रतिद्वंद्वी चुनाव लड़े दिनेश प्रताप सिंह के भाई जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। पहले दिनेश प्रताप सिंह भी कांग्रेस में थे, लेकिन पिछले साल उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर लिया था। तभी से उनके भाई की जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा था। यह तय माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद कभी भी उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है।

योगी के गुण्डा राज का पुख्ता सबूत: कांग्रेस

कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेता अजय कुमार ‘लल्लू’ ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था गुण्डों के हाथ में है और गुण्डाराज की कमान योगी जी के हाथ में है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को शरण देने वाली इस सरकार की पोल खुल गई है कि जब विधायक पर सरकार समर्थित गुण्डे दिनदहाड़े जानलेवा हमला कर सकते हैं तो आम आदमी की सुरक्षा कैसे सम्भव है? प्रदेश में चारों तरफ अराजकता व्याप्त है। लूट-खसोट, हत्या और जानलेवा हमला करके विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है। 2019 की आम चुनाव में हार की बौखलाहट के कारण भाजपा गुण्डागर्दी पर उतारू हो गयी है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि विधायक अदिति सिंह पर हुए जानलेवा हमले के आरोपी अवधेश सिंह सहित तमाम गुण्डों की तुरन्त गिरफ्तारी की जाए और विधायक को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। अन्यथा कांग्रेस पार्टी प्रदेश व्यापी आंदोलन करेगी।

 

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