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पेगासस को लेकर राज्यसभा में जमकर हंगामा, टीएमसी सांसद ने IT मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से पेपर लेकर फाड़ा

पेगासस खुलासे पर गुरुवार को एक बार फिर से राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ और हाथापाई तक की नौबत आ  गई।...
पेगासस को लेकर राज्यसभा में जमकर हंगामा, टीएमसी सांसद ने IT मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से पेपर लेकर फाड़ा

पेगासस खुलासे पर गुरुवार को एक बार फिर से राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ और हाथापाई तक की नौबत आ  गई। जिससे मार्शल को बीच-बचाव के लिए आना पड़ा। जब आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव अपना बयान पढ़ रहे थे उसी दौरान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद शांतनु सेन ने उनके हाथ से पेपर लेकर फाड़ दिया।

टीएम सांसद के इस व्यवहार की बीजेपी के नेताओं की निंदा की है। बीजेपी के राज्यसभा सदस्य स्वप्न दासगुप्ता ने कहा कि आईटी मंत्री से पेपर लेकर फाड़ना अनुचित व्यवहार है। जब मंत्री अपना बयान दे रहे थे टीएमसी सांसद ने उनके हाथ से पेपर लेकर फाड़ दिया। विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि विपक्ष विशेष रूप से टीएमसी और कांग्रेस के सदस्य इतने नीचे गिर जाएंगे कि वे राजनीतिक विरोधी होते हुए भी देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाले काम करेंगे। आज सदन में एक सदस्य ने बयान देने वाले मंत्री से कागजात छीन लिए।

बीजेपी सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि जब वे बंगाल में अपने विरोधियों को मार सकते हैं और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार कर सकते हैं, तो वे कुछ भी कर सकते हैं। आज उन्होंने कागज छीन लिया और फाड़ दिया, कल कपड़े फाड़ दो तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। मैं इसकी निंदा करता हूं।

टीएमसी सांसदों ने राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान कुछ कागज फाड़ डाले और उसके टुकड़ों को हवा में लहरा दिया। यह वाकया उस समय हुआ जब आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिये भारतीयों की जासूसी करने संबंधी खबरों और इस मामले में विपक्ष के आरोपों पर बयान दे रहे थे।

दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरु हुई।  उपसभापति हरिवंश ने बयान देने के लिए वैष्णव को बोलने के लिए कहा। तभी टीएमसी और कुछ विपक्षी दल के सदस्य आसन के पास और नारेबाजी शुरू कर दी।

कागज हवा में उछाले जाने के कारण मंत्री अपना वक्तव्य पूरा नहीं कर सके और इसकी एक प्रति सदन के पटल पर रख दी। उपसभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही को शेष दिन के लिए स्थगित करने से पहले सदस्यों से असंसदीय व्यवहार से दूर रहने को कहा।

अध्यक्ष ओम बिरला ने बार-बार विरोध करने वाले सदस्यों से अपनी-अपनी सीटों पर वापस जाने का आग्रह किया और कहा कि वह उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने उन्हें अपने मुद्दों को उठाने के लिए संसद के लिए चुना है और नारेबाजी करना सही नहीं था।

ऑक्सीजन से होने वाली मौतों और पेगासस सहित कई मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने के लिए तैयार है, इस समय मानसून सत्र चल रहा है। कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल गुरुवार को सुबह 11 बजे शुरू होने वाले सत्र से पहले सुबह 10 बजे विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश करने वाले थे। इससे पहले, वेणुगोपाल ने कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ऑक्सीजन के कारण कोई मौत नहीं होने का दावा करने के लिए केंद्र पर हमला किया था और सरकार पर 'गलत जानकारी' के साथ घर को 'गुमराह' करने का आरोप लगाया था।

कृषि कानूनों के मुद्दे के संबंध में, आप सांसद भगवंत मान ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने विधेयकों को वापस लेने की मांग करते हुए एक और स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। मान, जो आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष हैं, ने फ्रीडा पर सभी राजनीतिक दलों के सांसदों को एक खुला पत्र लिखा था, जिसमें उनसे किसानों का समर्थन करने और केंद्र को अपने विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए मजबूर करने का आग्रह किया गया था।

कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने भी किसानों के लंबे आंदोलन को लेकर स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है और सरकार को 'किसान विरोधी' कानूनों को वापस लेने का निर्देश दिया है।

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