बिहार की राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा की घर वापसी हो सकती हैं। जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता बशिष्ठ नारायण सिंह ने भी कुशवाहा से मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की उस दिशा में सकारात्मक बात चल रही है। बता दें, उपेंद्र कुशवाहा का सीएम नीतीश कुमार से बिछड़ कर फिर से वापसी होना पहली बार नहीं हो रहा है। उपेंद्र यादव ने अपनी राजनीति की शुरुआत नीतीश कुमार के नेतृत्व में की थी।
दो बार पार्टी से अलग हुए उपेंद्र
उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि वह नीतीश से कभी अलग नहीं हुए है। वर्ष 2014 में एनडीए के तहत लोकसभा चुनाव लड़े जिसमें उन्होंने तीन सीटें जीतीं। इसके बाद वह मंत्री भी बने, लेकिन 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को दो सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। बाद में वह महागठबंधन का भी हिस्सा बने, पर 2020 के चुनाव के पहले उन्होंने खुद को अलग कर लिया। उन्होंने कई दलों का गठबंधन कर विधानसभा में चुनाव लड़ने की कोशिश भी कि, लेकिन वह हर बार असफल ही रहे।
जदूय अतिपिछड़ी जाति को अपना वोट मानता है। इस विधानसभा चुनाव में रालोपदा पिछड़ गई जिसके कारण जदयू को भी अपेक्षाकृत सीटें नहीं मिलने से बड़ा झटका सहना पड़ा। चुनाव के बाद नीतीश कुमार अपनी पार्टी को पहले की तरह मजबूत बनाने की कोशिश में लगे हुए है। जिसके कारण जदयू और उपेंद्र कुशाल को मिलकर राजनीति में आने की जरूरत महसूस हो रही है।
इससे पहले भी 2009 में उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी राष्ट्रवादी समता पार्टी का वियल जदयू में किया था। उन्होंने पार्टी का गठन जनवरी 2009 में ही किया था। 2010 में उपेंद्र कुशवाहा को जदयू ने राज्यसभा भी भेजा, लेकिन कुछ दिनों बाद उपेंद्र ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। इतना ही नहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ रहे। जिसके बाद 2013 में उपेंद्र कुशवाहा ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया और जदयू से भी अलग हो गए। इस सब घटना के बाद उन्होंने खुद की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का गठन किया।
बता दें कि इस बार उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के विलय को लेकर दोनों ही पार्टियों से कोई बयान जारी नहीं किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने वाली है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    