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राहुल गांधी ने पहली बार कहा, पार्टी कहे तो प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने को तैयार हूं

अपने अमेरिकी दौरे पर बर्कले की यूनिवर्सिटी ऑफ केलिफोर्निया में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संबोधन में एक ओर जहां मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। वहीं, भारत में चल रहे कई अहम मुद्दों का भी जिक्र किया।
राहुल गांधी ने पहली बार कहा, पार्टी कहे तो प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने को तैयार हूं

यूनिवर्सिटी ऑफ केलिफोर्निया में भाषण देने पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस दौरान भारत में चल रहे कई अहम मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने हिंसा पर गंभीरता से ध्यान देते हुए कहा कि भारत में आज नफरत और हिंसा की राजनीति चल रही है। राहुल ने कहा कि देश का माहौल खराब है। पत्रकारों पर हिंसा हो रही है। मुसलमान बीफ के लिए सताए जा रहे हैं।

अपने भाषण में राहुल ने कहा कि हिंसा का दर्द वे खूब समझते हैं, क्योंकि उन्होंने इसी वजह से अपनी दादी और पिता को खोया है। उन्होंने कहा कि अहिंसा ही वह रास्ता है जो भारत में रहने वाले इतने सारे लोगों को एकसाथ बढ़ने का मौका देता है।

 कांग्रेस पार्टी में थोड़ा घमंड आ गया था

इस दौरान राहुल ने माना कि यूपीए सरकार के दूसरे टर्म में कांग्रेस अतिआत्मविश्वास में आ गई थी। पार्टी ने लोगों से संवाद करना बंद कर दिया था, इसलिए 2014 के चुनाव में पार्टी की हार हो गई।

प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के लिए तैयार

 पहली बार राहुल ने कहा कि वो प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के लिए तैयार हैं। राहुल ने कहा कि अगर पार्टी कहेगी तो मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने को तैयार हूं। 

भाषण में इंदिरा गांधी का किया जिक्र

राहुल ने कहा, जब इंदिरा गांधी से पूछा गया था कि भारत ‘लेफ्ट जाएगा या फिर राइट’ तो उन्होंने कहा था कि भारत सीधा खड़ा होगा और आगे बढ़ेगा। राहुल ने आगे कहा कि इतिहास में कोई देश ऐसा नहीं रहा है जिसने भारत के मुकाबले लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला हो।

राहुल गांधी ने कहा, 'मेरी दादी और पिता को मैंने खोया है और मुझे पता है कि हिंसा से क्या नुकसान हो सकता है। किसी भी व्यक्ति के खिलाफ हिंसा होनी गलत बात है।'  उन्होंने कहा, 'जब आप अपने लोगों को खोते हो, तो आपको गहरी चोट लगती है।

पीएम मोदी पर कसा तंज

अपने भाषण के दौरान एक ओर राहुल गांधी ने जहां सरकार की नोटबंदी, कश्मीर नीति और विदेश नीति पर सरकार को गलत ठहराया। वहीं, स्वच्छ भारत अभियान को राहुल गांधी ने सराहा। अपने भाषण में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी मुझसे से अच्छा बोलते हैं। लोगों तक अपना संदेश पहुंचाने में माहिर हैं, लेकिन वे अपनी पार्टी के नेताओं की भी नहीं सुनते हैं।

अर्थव्यवस्था पर बोले राहुल

अर्थव्यवस्था पर राहुल ने कहा कि छोटे और मध्य व्यापारी भारत का आधार हैं। फिर राहुल ने बढ़ रही हिंसा की घटनाओं का जिक्र किया। राहुल ने कहा कि अब अहिंसा के विचार पर हमला हो रहा है, लेकिन यह ही एक रास्ता है जो कि मानवता को आगे लेकर जा सकता है। राहुल ने कहा कि नफरत, गुस्सा और हिंसा हमको खत्म कर सकती है, उन्होंने कहा कि धुव्रीकरण की राजनीति काफी खतरनाक होती है।

नोटबंदी पर भी बोल पड़े राहुल

कांग्रेस उपाध्‍यक्ष ने बर्कले में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी से देश को नुकसान हुआ है। देश की अर्थव्‍यवस्‍था जीडीपी ग्रोथ 2% तक गिर गई। नोटबंदी के समय संसद को अंधेरे में रखा गया। उन्‍होंने यह भी कहा कि हमारी पार्टी ने लोगों को राइट टू इंफॉर्मेशन (आरटीआई) का अधिकार दिया, लेकिन मोदी जी ने आरटीआई पर शिकंजा कस दिया और इसको बंद कर दिया।

वंशवाद पर बोले राहुल  

राहुल गांधी ने कहा कि वास्तव में भारत में अधिकांश पार्टियों के अंदर यह समस्या है। इसलिए हम पर ही मत जाइए। अखिलेश यादव डायनेस्ट (सत्ताधारी परिवारों के वंशज), स्टालिन भी डायनेस्ट हैं। धूमल के बेटे डायनेस्ट हैं। यहां तक कि अभिषेक बच्चन भी डायनेस्ट हैं... भारत इस तरह से चल रहा है। इसलिए मेरा मतलब है... मुझ पर मत जाए... पूरा देश ऐसे चल रहा है। अंबानी अपना बिजनेस चला रहे हैं और इन्फोसिस में भी यही चल रहा है... तो भारत में यह चल रहा है।

राहुल ने कहा, ‘मैं कांग्रेस पार्टी में बदलाव चाहता हूं। अगर आप कांग्रेस पार्टी में देखें तो ऐसे बड़ी संख्या में लोग हैं, जो वंशवाद की देन नहीं हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिनके पिता, दादा, दादी या परदादा राजनीति में नहीं रहे हैं। वे भी हैं। मैं इस बारे में कुछ कर नहीं सकता हूं।'  उन्होंने कहा कि असली सवाल यह है कि जो शख्स है, क्या वह सक्षम है? क्या वह संवेदनशील है?

 राहुल बोले- बीजेपी की मशीनरी मुझे बनाती है निशाना

 राहुल गांधी ने बीजेपी की सोशल मीडिया विंग पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'बीजेपी की एक मशीनरी है, जहां 1000 लोग कम्प्यूटर्स पर बैठे हैं और आपको मेरे बारे में बताएंगे। गजब की मशीनरी है। वह मेरे बारे में अपमानजनक बातें फैलाते हैं। यह ऑपरेशन वह महानुभाव चलाते हैं, जो देश चला रहे हैं।'

 राहुल ने यह भी बताया कि वह पर्दे के पीछे 9 साल तक पीएम मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम, जयराम रमेश और अन्य नेताओं के साथ कश्मीर मुद्दे पर काम करते रहे। राहुल के मुताबिक, जब उन्होंने शुरुआत की तो कश्मीर में आतंकवाद पसरा पड़ा था, लेकिन जब उन्होंने काम पूरा किया तो शांति कायम हुई। उन्होंने आतंकवाद की कमर तोड़ दी।

कश्मीर मुद्दे पर बोले राहुल

राहुल गांधी ने एनडीए सरकार की कश्मीर नीति को लेकर पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। राहुल ने कहा, साल 2013 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में हमारी सरकार ने कश्मीर में आतंकवाद पनपने के सभी कारणों को खत्म कर दिया था, लेकिन पीएम मोदी ने सत्‍ता में आने के साथ ही आतंकियों के लिए कश्मीर के दरवाजे खोल दिए। इसका परिणाम आप देख सकते हैं कि कैसे कश्मीर में हिंसा में लगातार बढ़ोतरी हुई है।

राहुल ने कहा कि जब हमने सत्ता में वापसी की थी तब कश्मीर के रामपत में आतंकवाद का बोलबाला था, लेकिन सत्ता जाते-जाते वहां हमने शांति स्थापित कर दी। हमने वहां आतंवाद के फिर से लौटने के सारे रास्ते बंद कर दिए थे। इस दौरान कश्मीर में गठबंधन में सरकार चला रही पीडीपी की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा, 'पीडीपी ने कश्मीर के युवाओं को राजनीति से जोड़ने का काम किया था, लेकिन बीजेपी से गठबंधन के बाद वहां सब बर्बाद हो गया।'

 

 

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