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अब कर्नाटक में प्रोटेम स्पीकर का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा भाजपा के विधायक  विधायक केजी बोपैया को प्रोटेम स्पीकर बनाए...
अब कर्नाटक में प्रोटेम स्पीकर  का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा भाजपा के विधायक  विधायक केजी बोपैया को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने का मामला भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। तीन दिनों के भीतर यह दूसरा मामला है जब कांग्रेस राज्यपाल के फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायलय पहुंची है।

कांग्रेस से जुड़े वकील शुक्रवार की रात करीब साढ़े आठ बजे सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचे। उन्होंने बोपैया की नियुक्ति के खिलाफ तत्काल सुनवाई की मांग की। उम्मीद जताई जा रही है कि इस पर शुक्रवार की रात सुनवाई हो सकती है।

इससे पहले, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि केजी बोपैया सबसे वरिष्ठ विधायक नहीं हैं। संविधान और संसदीय परिपाटी में आवश्यक है कि सबसे वरिष्ठ विधायक को ही प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन राज्यपाल वजु भाई वाला ने आज तीसरी बार संविधान का एनकाउंटर कर डाला और आठ बार के बजाय तीन बार के विधायक केजी बोपैया को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त कर दिया।

सरकार का झूठ जगजाहिर होने वाला है

सुरजेवाला ने कहा कि वरिष्ठतम विधायक आर.वी. देशपांडे जी, जो आठवीं बार विधायक चुनकर आए हैं, के बजाय तीन बार के विधायक बोपैया को नियुक्त करने से ही साफ है कि भाजपा के पास बहुमत नहीं है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में अल्पमत वाली भाजपा का पर्दाफाश करने हेतु बहुमत साबित करने के लिए विश्वास मत लिया जाएगा। बहुमत की सच्चाई और भाजपा की अल्पमत से बनाई जाने वाली सरकार का झूठ जगजाहिर होने वाला है।

जावड़ेकर साहब को 1 झूठ छुपाने के लिए 100 झूठ बोलने की आदत है

क्या जावड़ेकर साहब बताएंगे कि ये सही नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट ने श्री केजी बोपैया के खिलाफ अपने निर्णय के पैरा नं. 70 में कहा कि बोपैया ने सदन में विश्वास मत के दौरान नाजायज मदद की थी ताकि येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बने रहें। जावड़ेकर साहब को 1 झूठ छुपाने के लिए 100 झूठ बोलने की आदत है।

क्या भाजपा नियमों के खिलाफ गई है- सिंघवी

भाजपा के विधायक बोपैया को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किए जाने को लेकर राज्यपाल के फैसले पर कांग्रेस ने कई सवाल उठाए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि आदर्श तौर पर वरिष्ठ नेता को यह पद धारण करना चाहिए। क्या भाजपा नियमों के खिलाफ गई है?

कौन हैं बोपैया?

कोम्बारना गणपति बोपैया चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। वह पहले भी प्रोटेम स्पीकर रहे हैं। बोपैया विराजपेट विधानसभा क्षेत्र से लगातार 3 बार चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। इस बार भी वे विराजपेट विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए हैं। 2008 में वह 4 दिन के लिए प्रोटेम स्पीकर रहे और इस दौरान भाजपा को विश्वास मत हासिल हुआ था।

शनिवार शाम 4 बजे होगा बहुमत परीक्षण

सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार शाम चार बजे येदियुरप्पा को कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा है। कोर्ट का यह फैसला एक तरह से कांग्रेस और जेडीएस के लिए राहत लेकर आया है और कांग्रेस ने इस फैसले को ऐतिहासिक बताने में भी देर नहीं लगायी। हालांकि भाजपा की ओर से इसका विरोध करते हुए कुछ समय और मांगा गया, लेकिन कोर्ट ने इसके लिए इन्‍कार कर दिया। भाजपा के वकील सात दिन का समय चाहते थे।

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