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CBI के विशेष निदेशक के खिलाफ FIR, राहुल गांधी बोले- पीएम मोदी के चहेते घूसखोरी में पकड़े गए

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) खुद सवालों के घेरे में आ गई है। सीबीआई के...
CBI के विशेष निदेशक के खिलाफ FIR, राहुल गांधी बोले- पीएम मोदी के चहेते घूसखोरी में पकड़े गए

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) खुद सवालों के घेरे में आ गई है। सीबीआई के अधिकारी एक दूसरे के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। मामला अब एफआईआर तक पहुंच गया है। सीबीआई ने अपने ही विशेष निदेशक यानी नंबर दो का ओहदा रखने वाले राकेश अस्थाना पर केस दर्ज किया है।

राकेश अस्थाना पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है, जिसके बाद सीबीआई ने अस्थाना के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस अप्रत्याशित कदम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया है।

राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, 'गोधरा एसआईटी फेम, सीबीआई में नंबर दो की हैसियत रखने वाले गुजरात कैडर के अधिकारी और पीएम के चहेते अब घूसखोरी के मामले में पकड़े गए हैं। इस प्रधानमंत्री के कार्यकाल में सीबीआई राजनीतिक बदले की कार्रवाई का हथियार बन गया है। अंदरूनी लड़ाई की वजह से संस्थान की हैसियत खत्म हो रही है।'

सीएम अरविंद केजरीवाल ने साधा मोदी सरकार पर निशाना

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई के बहाने कांग्रेस और मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'कांग्रेस के शासनकाल में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को पिंजरे में बंद तोता बताया था। मोदी सरकार ने कांग्रेस के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। आज राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। मोदी सरकार ने सीबीआई को राष्ट्रीय शर्म में बदल दिया है।'

राकेश अस्थाना पर क्या है आरोप?

कारोबारी मोईन कुरैशी से जुड़े एक मामले में जिस एक आरोपी के विरुद्ध राकेश अस्थाना जांच कर रहे थे, उससे उन्होंने रिश्वत ली। दो महीने पहले अस्थाना ने कैबिनेट सचिव से सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ यही शिकायत की थी।

सीबीआई ने सतीश साना की शिकायत के आधार पर विशेष निदेशक अस्थाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। मांस कारोबारी मोईन कुरेशी की कथित संलिप्तता से जुड़े 2017 के एक मामले में जांच का सामना कर रहे साना ने आरोप लगाया कि अस्थाना ने उसे क्लीनचिट दिलाने में कथित रूप से मदद की।

आलोक वर्मा के खिलाफ राकेश अस्थाना ने की थी शिकायत

सरकारी सूत्रों के अनुसार, अस्थाना ने 24 अगस्त को कैबिनेट सचिव को एक विस्तृत पत्र लिखकर आलोक वर्मा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के 10 मामले गिनाए थे। इसी पत्र में यह भी आरोप लगाया गया था कि साना ने इस मामले में क्लीनचिट पाने के लिए सीबीआई प्रमुख को दो करोड़ रुपये दिए।

सूत्रों के अनुसार, यह शिकायत केंद्रीय सतर्कता आयोग के पास भेजी गई जो इस मामले की जांच कर रहा है। सीबीआई ने अपने निदेशक आलोक वर्मा का विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के आरोपों से बचाव करते हुए कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप ‘मिथ्या और दुर्भावनापूर्ण’ हैं।

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